30/09/2022
इन 5 तरह की बीमारियों का बेस्ट इलाज है 'होम्योपैथी'
Homeopathy is best in these diseases : होम्योपैथी के बारे में कितना जानते हैं? शायद ही ज्यादातर लोग इस चिकित्सा पद्धति के चमत्कार से वाकिफ हों। लेकिन क्या आप जानते हैं कि होम्योपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिसका विकास जर्मनी में 200 साल पहले हुआ था। होम्योपैथी में ऐसा माना जाता है कि प्राकृतिक तत्वों का कम से कम इस्तेमाल, जो आपके शरीर को खुद ब खुद ठीक करने में मदद करता है। इन प्राकृतिक तत्वों का बड़ी मात्रा में उपयोग हेल्दी लोगों में लक्षणों का कारण बनने के तौर पर जाना जाता है लेकिन कम मात्रा में उपयोग लक्षणों का उपचार करने में मदद करता है। होम्योपैथी थ्योरी इस जैसे को तैसा उपचार पद्धति पर काम करती है और इसकी दवा को नुस्खों के रूप में जाना जाता है। आइए जानते हैं किन बीमारियों में होम्योपैथी आपको फायदा पहुंचाती है।
1-ऑटो-इम्यून रोग
ऑटो-इम्यून रोग एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आपका शरीर का इम्यून सिस्टम हेल्दी कोशिकाओं पर ही हमला कर देता है। ये बीमारी और कोई नहीं बल्कि इनमें शामिल हैं, रूमेटाइड अर्थराइटिस, सीलिएक रोग, श्रोगेन सिंड्रोम (आंखों और मुंह का सूखना), आंक्यलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (रीढ़ और बड़े जोड़ों को प्रभावित करने वाली बीमारी), एलोपेसिया (बालों का झड़ना )।
2-डिजेनेरेटिव रोग
ये एक ऐसा रोग है, जिसमें आपके शरीर के प्रभावित टिश्यू या फिर अंगों की संरचना और काम करने की क्षमता समय के साथ-साथ कम होती चली जाती है या फिर उनकी स्थिति बदतर हो जाती है। इस प्रकार के रोग में प्रभावित व्यक्ति ओस्टियोअर्थराइटिस, कैंसर, ओस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का शिकार होता है, जो समय के साथ-साथ बिगड़ती जाती हैं।
3-मासिक धर्म विकार
मासिक धर्म विकार एक ऐसी समस्या है, जो सीधे तौर पर महिलाओं के सामान्य मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करती है। अनियमित मासिक चक्र, क्रैंप जैसी स्थितियां महिलाओं को अक्सर प्रभावित करती हैं। इसके अलावा मासिक धर्म से जुड़े अन्य विकारों में शामिल हैंः डिसमेनोरिया (हेवी फ्लो, थक्के निकलना, दर्द होना), मेनोरेजिया (तेज ब्लीडिंग होती है कि हर घंटे पैड बदलने की जरूरत महसूस होती है), एमेनोरिया (मासिक माहवारी न होना।), प्री-मैंस्रुअल सिंड्रोम।
4-साइकेट्रिक रोग
साइकेट्रिक रोग को आप मानसिक समस्याओं के रूप में जान सकते हैं। इसमें ढेर सारी समस्याएं शामिल होती हैं, जो किसी व्यक्ति के विचार, भावनाओं, व्यवहार और मूड को प्रभावित करने का काम करती है और उसे बैचेन बना देती हैं। इन बीमारियों में शामिल हैं, ऑटिज्म, बायपोलर डिसऑर्डर, डिप्रेशन जैसी समस्या।
5-एक्यूट और मौसमी बीमारियां
ये स्थितियां गंभीर और अचानक से होने वाली बीमारियां कहलाती हैं। मौसमी बीमारियां अक्सर अलग-अलग मौसम के दौरान जलवायु में होने वाले परिवर्तन के कारण पैदा होती हैं। इस तरह की बीमारियों में सभी प्रकार के बुखार, सर्दी-जुकाम, गले में खराश, इंफेक्शन, दस्त, फ्लू, एलर्जी शामिल है।
डॉक्टर- एस. रहमान
होमियोपैथिक फिजिशियन
रहमान होमिओ किलीनिक - रहमत नगर
सरकारी अस्पताल के सामने ( लोहरसन )