जय गुरुदेव नाम प्रभु का

जय गुरुदेव नाम प्रभु का इस पेज का उद्देश्य शाकाहार अभियान का प्रचार है

15/10/2025

पोथी पढ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय
ढाइ आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय।

सेंधा नमक के साथ कैसे गायब कर दिया गया...आप सोच रहे होंगे की ये सेंधा नमक बनता कैसे है ??आइये आज हम आपको बताते है कि नमक...
15/10/2025

सेंधा नमक के साथ कैसे गायब कर दिया गया...

आप सोच रहे होंगे की ये सेंधा नमक बनता कैसे है ??

आइये आज हम आपको बताते है कि नमक मुख्यत: कितने प्रकार का होता है। एक होता है समुद्री नमक, दूसरा होता है सेंधा नमक "rock salt" सेंधा नमक बनता नहीं है पहले से ही बना बनाया है।

पूरे उत्तर भारतीय उपमहाद्वीप में खनिज पत्थर के नमक को 'सेंधा नमक' या 'सैन्धव नमक', लाहोरी नमक आदि आदि नाम से जाना जाता है जिसका मतलब है 'सिंध या सिन्धु के इलाक़े से आया हुआ'।

वहाँ नमक के बड़े बड़े पहाड़ है सुरंगे है । वहाँ से ये नमक आता है। मोटे मोटे टुकड़ो मे होता है आजकल पीसा हुआ भी आने लगा है यह ह्रदय के लिये उत्तम, दीपन और पाचन मे मदद रूप, त्रिदोष शामक, शीतवीर्य अर्थात ठंडी तासीर वाला, पचने मे हल्का है ।

इससे पाचक रस बढ़ते हैं। अतः आप ये समुद्री नमक के चक्कर से बाहर निकले। काला नमक ,सेंधा नमक प्रयोग करे, क्यूंकि ये प्रकृति का बनाया है,

सेंधा नमक के फ़ायदे:-

सेंधा नमक के उपयोग से रक्तचाप और बहुत ही गंभीर बीमारियों पर नियन्त्रण रहता है क्योंकि ये अम्लीय नहीं ये क्षारीय है (alkaline) क्षारीय चीज जब अमल मे मिलती है तो वो न्यूटल हो जाता है और रक्त अमलता खत्म होते ही शरीर के 48 रोग ठीक हो जाते हैं, ये नमक शरीर मे पूरी तरह से घुलनशील है ।

और सेंधा नमक की शुद्धता के कारण आप एक और बात से पहचान सकते हैं कि उपवास ,व्रत में सब सेंधा नमक ही खाते है। तो आप सोचिए जो समुद्री नमक आपके उपवास को अपवित्र कर सकता है वो आपके शरीर के लिए कैसे लाभकारी हो सकता है ??

सेंधा नमक शरीर में 97 पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है ! इन पोषक तत्वों की कमी ना पूरी होने के कारण ही लकवे (paralysis) का अटैक आने का सबसे बडा जोखिम होता है सेंधा नमक के बारे में आयुर्वेद में बोला गया है कि यह आपको इसलिये खाना चाहिए क्योंकि सेंधा नमक वात, पित्त और कफ को दूर करता है।

यह पाचन में सहायक होता है और साथ ही इसमें पोटैशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है जो हृदय के लिए लाभकारी होता है। यही नहीं आयुर्वेदिक औषधियों में जैसे लवण भास्कर, पाचन चूर्ण आदि में भी प्रयोग किया जाता है।

समुद्री नमक के भयंकर नुकसान :-

ये जो समुद्री नमक है आयुर्वेद के अनुसार ये तो अपने आप में ही बहुत खतरनाक है! क्योंकि कंपनियाँ इसमें अतिरिक्त आयोडीन डाल रही है। अब आयोडीन भी दो तरह का होता है एक तो भगवान का बनाया हुआ जो पहले से नमक में होता है ।

दूसरा होता है "industrial iodine" ये बहुत ही खतरनाक है। तो समुद्री नमक जो पहले से ही खतरनाक है उसमे कंपनिया अतिरिक्त industrial iodine डाल को पूरे देश को बेच रही है। जिससे बहुत सी गंभीर बीमरियां हम लोगों को आ रही है । ये नमक मानव द्वारा फ़ैक्टरियों में निर्मित है।

आम तौर से उपयोग मे लाये जाने वाले समुद्री नमक से उच्च रक्तचाप (high BP ) ,डाइबिटीज़, आदि गंभीर बीमारियो का भी कारण बनता है । इसका एक कारण ये है कि ये नमक अम्लीय (acidic) होता है । जिससे रक्त अम्लता बढ़ती है और रक्त अमलता बढ्ने से ये सब 48 रोग आते है । ये नमक पानी कभी पूरी तरह नहीं घुलता हीरे (diamond ) की तरह चमकता रहता है इसी प्रकार शरीर के अंदर जाकर भी नहीं घुलता और अंत इसी प्रकार किडनी से भी नहीं निकल पाता और पथरी का भी कारण बनता है ।

रिफाइण्ड नमक में 98% सोडियम क्लोराइड ही है शरीर इसे विजातीय पदार्थ के रुप में रखता है। यह शरीर में घुलता नही है। इस नमक में आयोडीन को बनाये रखने के लिए Tricalcium Phosphate, Magnesium Carbonate, Sodium Alumino Silicate जैसे रसायन मिलाये जाते हैं जो सीमेंट बनाने में भी इस्तेमाल होते है।

विज्ञान के अनुसार यह रसायन शरीर में रक्त वाहिनियों को कड़ा बनाते हैं, जिससे ब्लाक्स बनने की संभावना और आक्सीजन जाने में परेशानी होती है। जोड़ो का दर्द और गठिया, प्रोस्टेट आदि होती है। आयोडीन नमक से पानी की जरुरत ज्यादा होती है, एक ग्राम नमक अपने से 23 गुना अधिक पानी खींचता है। यह पानी कोशिकाओं के पानी को कम करता है, इसी कारण हमें प्यास ज्यादा लगती है।

आप इस अतिरिक्त आयोडीन युक्त समुद्री नमक खाना छोड़िए और उसकी जगह सेंधा नमक खाइये !! सिर्फ आयोडीन के चक्कर में समुद्री नमक खाना समझदारी नहीं है, क्योंकि जैसा हमने ऊपर बताया आयोडीन हर नमक में होता है सेंधा नमक में भी आयोडीन होता है बस फर्क इतना है इस सेंधा नमक में प्रकृति के द्वारा बनाया आयोडीन होता है इसके इलावा आयोडीन हमें आलू, अरवी के साथ-साथ हरी सब्जियों से भी मिल जाता है।
Jay Gurudev



काले चने एक पौष्टिक और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ हैं, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं:*...
14/10/2025

काले चने एक पौष्टिक और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ हैं, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं:

*पोषक तत्वों से भरपूर:*

1. *प्रोटीन*: काले चने में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है।
2. *फाइबर*: काले चने में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
3. *विटामिन और मिनरल्स*: काले चने में विटामिन बी, फोलेट, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।

*स्वास्थ्य लाभ:*

1. *हृदय स्वास्थ्य*: काले चने में फाइबर और पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।
2. *पाचन तंत्र*: काले चने में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
3. *वजन प्रबंधन*: काले चने में फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो वजन प्रबंधन में मदद करता है।
4. *मधुमेह नियंत्रण*: काले चने में फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो मधुमेह नियंत्रण में मदद करता है।

*अन्य लाभ:*

1. *कैंसर की रोकथाम*: काले चने में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो कैंसर की रोकथाम में मदद करते हैं।
2. *त्वचा और बालों के लिए*: काले चने में विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होते हैं।

*निष्कर्ष*

काले चने एक पौष्टिक और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ हैं, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। काले चने को अपने आहार में शामिल करने से आप अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।

शाकाहारी भोजन एक स्वस्थ और पौष्टिक आहार है, जिसमें जानवरों के मांस और मछली का सेवन नहीं किया जाता है। शाकाहारी भोजन के क...
13/10/2025

शाकाहारी भोजन एक स्वस्थ और पौष्टिक आहार है, जिसमें जानवरों के मांस और मछली का सेवन नहीं किया जाता है। शाकाहारी भोजन के कई लाभ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:

*शारीरिक लाभ:*

1. *वजन प्रबंधन*: शाकाहारी भोजन में कम कैलोरी और अधिक फाइबर होता है, जो वजन प्रबंधन में मदद करता है।
2. *हृदय स्वास्थ्य*: शाकाहारी भोजन में कम संतृप्त वसा और अधिक फाइबर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है।
3. *कैंसर की रोकथाम*: शाकाहारी भोजन में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो कैंसर की रोकथाम में मदद करते हैं।

*मानसिक लाभ:*

1. *तनाव कम करने में मदद*: शाकाहारी भोजन में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है और तनाव को कम करता है।
2. *नींद की गुणवत्ता में सुधार*: शाकाहारी भोजन में मेलाटोनिन नामक हार्मोन होता है, जो नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है।

*पर्यावरण लाभ:*

1. *ग्रीनहाउस गैसों का कम उत्सर्जन*: शाकाहारी भोजन के उत्पादन में कम ग्रीनहाउस गैसें उत्पन्न होती हैं।
2. *जल संरक्षण*: शाकाहारी भोजन के उत्पादन में कम पानी की आवश्यकता होती है।

*आर्थिक लाभ:*

1. *कम खर्चीला*: शाकाहारी भोजन अक्सर मांसाहारी भोजन की तुलना में कम खर्चीला होता है।
2. *स्थानीय किसानों का समर्थन*: शाकाहारी भोजन के लिए स्थानीय किसानों से सब्जियां और फल खरीदने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को समर्थन मिलता है।

*निष्कर्ष*

शाकाहारी भोजन एक स्वस्थ, पौष्टिक और पर्यावरण अनुकूल आहार है, जो कई शारीरिक, मानसिक और पर्यावरण लाभ प्रदान करता है। शाकाहारी भोजन को अपने आहार में शामिल करने से आप अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए अच्छा कर सकते हैं।

11/10/2025

गुरु बिन भव निधि तरै न कोई,
जो विरंचि शंकर सम होई।
Jay Gurudev .

11/10/2025

Jay Gurudev
जय गुरुदेव

Jay Gurudev
09/10/2025

Jay Gurudev





08/10/2025

"गुरु कुम्हार शिष्य कुंभ है, गढ़ि-गढ़ि काढ़ै खोट। अन्तर हाथ सहार दै, बाहर बाहै चोट।।"
-संत कबीर

02/10/2025

कलयुग केवल नाम आधारा,
सुमिर सुमिर नर उतरे पारा
Jay Gurudev

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