26/04/2023
*सिन्धु हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की उपलब्धि ने मिटा दिया दर्द एक मासूम का *
सिन्धु हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में इंटससेप्शन (Intussusception) रोग से पीड़ित एक वर्ष का एक बालक इलाज हेतु लाया गया।
पीड़ित बच्चे को इंटससेप्शन (Intussusception), एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें आंत का एक हिस्सा आंत के साथ वाले भाग में स्लाइड करता है। इसके कारण अक्सर भोजन या तरल पदार्थ को सामान्य रूप से गुजरने में समस्या होती है। यही नहीं, इंटससेप्शन के कारण पेट के प्रभावित हिस्से में खून की सप्लाई भी नहीं हो पाती, जिससे आंत (ischemic necrosis) गल जाती है, और इस कारण आंत में संक्रमण हो सकता है। इंटससेप्शन (Intussusception) को मेडिकल इमरजेंसी माना जाता है। इसका उपचार ज्यादातर सर्जरी से किया जाता है। बच्चों को इस रोग के होने का जोखिम अधिक होता है।बच्चे के परिजन जब बच्चे को हॉस्पिटल लाए तो बच्चा न ही कुछ खा पा रहा था नहीं कुछ पी पा रहा था। बच्चे का पेट भी काफी फूला हुआ था व बच्चा इतने दर्द में था की वह किसी को भी अपने पेट को हाथ लगाने नहीं दे रहा था। बच्चे की सोनोग्राफी भी करवाई गयी जिसमे पाया गया की बच्चे को (illio illeal Intussusception) है और उसकी आँत में गाँठ लग गयी है| बच्चे के माता–पिता बच्चे को डॉ एम के गुप्ता के पास ऑपरेशन के लिए लाए थे, पर डॉ एम के गुप्ता ने बच्चे का score करके पाया की बच्चे को नॉन-सर्जिकल उपचार से भी ठीक किया जा सकता है ।
नॉन-सर्जिकल ट्रीटमेंट से बालक के शरीर पर बिना कोई चीरा लगाए बच्चा ठीक हुआ और बच्चा अभी पूर्ण: स्वस्थ होकर अपने माता पिता के साथ खुश है |
उल्लेखनीय है कि विगत कुछ अवधि से सिन्धु हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर एक नए रूप में कोटा में कार्य कर रहा है, जहां अत्याधुनिक मशीनों, अनुभवी चिकित्सकों और समर्पित मेडिकल टीम लगातार समुचित दरों पर बेहतरीन सेवाएं दे पा रही है।
सिन्धु हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर
एयरपोर्ट के सामने, प्लाट न. 25, झालावाड़ रोड,कोटा (राज.)मो. 6375915099