06/01/2025
गुरु गोबिंद सिंह (1666-1708) सिखों के दसवें गुरु थे। उनका जन्म पटना साहिब (बिहार) में हुआ था। वे महान योद्धा, कवि, धर्म सुधारक और आध्यात्मिक नेता थे। उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की और सिख धर्म को संगठित और सुदृढ़ किया। गुरु गोबिंद सिंह ने अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी और धर्म व मानवता की रक्षा के लिए अपने चारों पुत्रों और परिवार का बलिदान दिया। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का अंतिम गुरु घोषित किया। उनकी शिक्षाएं हमें सत्य, साहस, और निस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाती हैं। उनका जीवन त्याग और वीरता का प्रतीक है।