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Naturecure Gurukul Kurukshetra Around 125 years ago Swami Dayanand founded Arya Samaj with a view to spreading Vedic culture on the

शिक्षा, संस्कृति एवं राष्ट्र चेतना सम्मेलन में बोले वैदिक विद्वान् डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकारपरिश्रम के बिना सम्भव नहीं उ...
23/10/2024

शिक्षा, संस्कृति एवं राष्ट्र चेतना सम्मेलन में बोले वैदिक विद्वान् डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार
परिश्रम के बिना सम्भव नहीं उज्ज्वल भविष्य का निर्माण
गुरुकुल कुरुक्षेत्र के 112वें वार्षिक महोत्सव का शानदार आगाज,
आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान देशबन्धु आर्य रहे मुख्य अतिथि
कुरुक्षेत्र, 23 अक्तूबर 2024-गुरुकुल कुरुक्षेत्र के दो दिवसीय 112वें वार्षिक महोत्सव का आज शानदार आगाज हुआ। आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान देशबन्धु आर्य समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे जिन्होंने मुख्य वक्ता डॉ0 राजेन्द्र विद्यालंकार व गुरुकुल प्रबंधन समिति के अधिकारियों के साथ ध्वजारोहण कर महोत्सव का विविधत् शुभारम्भ किया। इस अवसर पर गुरुकुल के छात्रों द्वारा विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें 50 से अधिक माडल्स छात्रों द्वारा प्रदर्शित किये गये। कार्यक्रम में गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग, निदेशक ब्रिगेडियर डॉ0 प्रवीण कुमार, प्राचार्य सूबे प्रताप, व्यवस्थापक रामनिवास आर्य, आर्य समाज यमुनानगर के प्रधान मोहित आर्य आदि भी मौजूद रहे। मंच संचालन गुरुकुल के मुख्य संरक्षक संजीव आर्य द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम निदेशक डॉ0 प्रवीण कुमार ने गुरुकुल की उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच जो संबंध है उस पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारे आसपास के वातावरण का हमारे ऊपर प्रभाव पड़ता है, गुरुकुल जैसा वातावरण सौभाग्य से प्राप्त होता है। यहां रहकर गुरुजनों के सान्निध्य में परिश्रम करके आप न केवल अपने जीवन का निर्माण कर सकते हैं बल्कि अच्छे नागरिक बनकर राष्ट्रीय सुरक्षा में भी सहायक साबित हो सकते हैं। उन्हांेने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा आचार्य देवव्रत जी के मार्गदर्शन में गुरुकुल कुरुक्षेत्र आधुनिक शिक्षा के साथ बच्चों को संस्कारवान् बनाते हुए उन्हें राष्ट्र की सुरक्षा के लिए तैयार कर रहा है।
समारोह को सम्बोधित करते हुए देशबन्धु आर्य ने कहा कि गुरुकुल से उनका पुराना नाता रहा है और वे आचार्य देवव्रत जी की कार्यशैली के हमेशा से कायल रहे हैं। आचार्य देवव्रत ने जिस तरह से गुरुकुल कुरुक्षेत्र का कायाकल्प किया है, ऐसा विरले ही कर सकते हैं। आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है, यहां के बच्चे एनडीए, आईआईटी, नीट जैसी जटिल परीक्षाओं को पास कर सेना में उच्च अधिकारी, डाक्टर, इंजीनियर बन रहे हैं। आज केवल गुरुकुल कुरुक्षेत्र जैसे संस्थान ही युवाओं को शिक्षित करने की क्षमता रखते हैं क्योंकि यहां पर आचार्यश्री के मार्गदर्शन में पुरातन संस्कार और आधुनिक शिक्षा का ऐसा समन्वय स्थापित किया गया है जो कहीं अन्यत्र देखने को नहीं मिलता। उन्होंने समस्त छात्रों व अभिभावकों को गुरुकुल के 112वें वार्षिक महोत्सव की बधाई दी।
इसी कड़ी में शिक्षा, संस्कृति एवं राष्ट्र चेतना सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए वैदिक विद्वान् एवं राज्यपाल गुजरात के ओएसडी डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार ने कहा कि परिश्रम के बिना उज्ज्वल भविष्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती अतः छात्रों को कम्फर्ट जॉन से बाहर होकर कड़ा परिश्रम करना चाहिए तभी वे अपने जीवन के इच्छित लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते है। उन्होंने युवाओं को आगाह करते हुए कहा कि कामयाबी या सफलता वो नहीं कि आपके पास बहुत ज्यादा पैसा हो, बल्कि असली सफलता वह है कि आप किसी गरीब, असहाय का सहारा बन सके। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को महान् बनाने में तीन चीजें महत्त्वपूर्ण हैं-प्रतिभा, वातावरण और अभ्यास। प्रतिभा व्यक्ति को जन्मजात मिलती है, अच्छा वातावरण उसे गुरुकुल जैसे संस्थान उपलब्ध कराते हैं और मेहनत उसे स्वयं करनी होती है तभी वह महानता की ओर अग्रसर होता है।
इससे पूर्व अतिथियों द्वारा विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया। विज्ञान प्रदर्शनी में विभिन्न कक्षा के छात्रों ने भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान के साथ-साथ दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले अनेक माडल्स प्रस्तुत किये। वहीं कला प्रदर्शनी में छात्रों ने अनेक सुन्दर पैंटिंग्स प्रदर्शित की। अंत में गुरुकुल प्रबंधन समिति द्वारा मुख्य अतिथि देशबन्धु आर्य एवं डॉ. राजेन्द्र विद्यालंकार को ओ३म् का स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

गुरुकुल में हुई ‘अन्तर्सदनीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता’कुरुक्षेत्र, 21 अक्तूबर 2024 - गुरुकुल के ‘देवयान’ विद्याल...
21/10/2024

गुरुकुल में हुई ‘अन्तर्सदनीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता’
कुरुक्षेत्र, 21 अक्तूबर 2024 - गुरुकुल के ‘देवयान’ विद्यालय परिसर में आज अन्तर्सदनीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन निदेशक बिग्रेडियर डॉ. प्रवीण कुमार की अध्यक्षता में किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने भौतिक विज्ञान, रासायनिक विभाग एवं जीव विज्ञान से सम्बंधित पूछे गये सभी प्रश्नों के आत्मविश्वास के साथ उत्तर दिये। इस अवसर पर प्राचार्य सूबे प्रताप, बाल सभा कोर्डिनेटर सुनील आहूजा, विज्ञान विभाग से सुशील कुमार, सुरेन्द्र यादव सहित सभी सदन अध्यक्ष मौजूद रहे।
प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में तेजस्वी सदन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं कुशाग्र सदन, प्रगति सदन, मेधावी सदन की टीमें क्रमशः द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ स्थान पर रहीं। इसी प्रकार, वरिष्ठ वर्ग में कुशाग्र सदन प्रथम, प्रगति सदन द्वितीय, तेजस्वी सदन तृतीय तथा मेधावी सदन ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। निदेशक डॉ0 प्रवीण कुमार और प्राचार्य सूबे प्रताप ने सभी सदनों के छात्रों का उत्साहवर्धन किया तथा प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए कोर्डिनेटर सुनील आहूजा व उनकी पूरी टीम को बधाई दी।

21/10/2024
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16/10/2024

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देसी गाय का गोबर कैसे है खेती के लिए वरदान ? | आचार्य देवव्रत जी (राज्यपाल, गुजरात) | SantvaniIndia's First HD Ready Spiritual Channel #...

समस्त राष्ट्र के आर्यजन् सादर आमंत्रित हैं...
13/10/2024

समस्त राष्ट्र के आर्यजन् सादर आमंत्रित हैं...

असत्य पर सत्य की विजय के पर्वविजयादशमी (दशहरा) की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं
12/10/2024

असत्य पर सत्य की विजय के पर्व
विजयादशमी (दशहरा) की
सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं

10/10/2024
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी ने मिर्जापुर परिवार सहित किया मतदानकुरुक्षेत्र, 5 अक्तूबर 2024 - गुजरात के राज्यपाल...
05/10/2024

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी ने मिर्जापुर परिवार सहित किया मतदान
कुरुक्षेत्र, 5 अक्तूबर 2024 - गुजरात के राज्यपाल एवं गुरुकुल कुरुक्षेत्र के संरक्षक आचार्य श्री देवव्रत जी ने मिर्जापुर स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला में बूथ नं. 157 पर परिवार सहित मतदान किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ध्येय वाक्य ‘पहले मतदान, फिर जलपान’ का अनुसरण करते हुए राज्यपालश्री ने प्रातः 7ः10 बजे मतदान किया। इस अवसर पर लेडी गर्वनर श्रीमती दर्शना देवी, उनके बेटे गौरव आर्य और पुत्रवधु कविता चौधरी ने भी मताधिकार का प्रयोग किया। मीडिया से बातचीत में आचार्य देवव्रत ने कहा कि भारत के संविधान ने 18 वर्ष की आयु के बाद सभी को वोट डालने का अधिकार दिया है, सभी को भारतीय संविधान के इस निर्देश का पालन करते हुए अपने मतधिकार का प्रयोग कर देश व समाज की उन्नति में अपना योगदान सुनिश्चित करना चाहिए। बता दें कि महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी ने गुजरात से लगभग 1100 किमी. की दूर कर अपने मत का प्रयोग करने कुरुक्षेत्र पहुंचे और यहां मिर्जापुर में बूथ नं 157 में नियमानुसार परिवार सहित लाइन में लगकर मतदान किया।

गुरुकुल के 112वें वार्षिक महोत्सव में आप सभी सादर आमंत्रित हैं....
03/10/2024

गुरुकुल के 112वें वार्षिक महोत्सव में
आप सभी सादर आमंत्रित हैं....

गांधी जयंती पर एन.सी.सी. कैडेट्स के मध्य हुई ‘डिबेट’कुरुक्षेत्र, 2 अक्तूबर 2024 - राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जय...
02/10/2024

गांधी जयंती पर एन.सी.सी. कैडेट्स के मध्य हुई ‘डिबेट’
कुरुक्षेत्र, 2 अक्तूबर 2024 - राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयन्ती पर आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें एन.सी.सी. कैडेट्स ने बढ़चढकर भाग लिया। इस दौरान, 10 हरियाणा बटालियन के बैनर तले एन.सी.सी. अधिकारी कैप्टन श्रवण कुमार के नेतृत्व में वेस्ट मैनेजमेंट पर एक सेमीनार हुआ, साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक विषय पर कैडेट्स के बीच एक पॉजेटिव डिबेट भी कराई गई। डिबेट में एन.सी.सी. कैडेट्स ने खुलकर अपने विचार रखें और प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से अवगत कराया।
ज्ञात रहे पूरे देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई। गांधी जी स्वच्छता और समरसता के पक्षधर रहे, उनके इन्हें आदर्शों पर चलने के लिए गुरुकुल कुरुक्षेत्र के एन.सी.सी. कैडेट्स को निदेशक ब्र्रिगेडियर डॉ. प्रवीण कुमार के मार्गदर्शन में अपने आसपास के वातावरण को साफ-स्वच्छ रखने की शपथ दिलाई गई। कैप्टन श्रवण कुमार ने वेस्ट मैनेजमेंट के विषय में महत्त्वपूर्ण जानकारी कैडेट्स के साथ सांझा की।

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