30/06/2022
आदरणीय निर्मला ताई जी
सादर प्रणाम।
कल फिर आपने जी एस टी काउंसिल की मीटिंग ली और उसमे थोड़े से पैसे बढाए तो लोगो के पेट मे दर्द होने लगा लेकिन वह आपकी मजबूरी नही समझते है आखिर हमे विश्व गुरू बनना है कि नही और विश्व गुरू बनने के लिए अगर थोड़ा धन खर्च होता है तो क्या गलत है मै कहता हू बिल्कुल गलत नही।
विश्व गुरू बनने के लिए तमाम लोकसभा क्षेत्र अभी खाली है चौदह तो उत्तर प्रदेश के है अब वहा विश्व गुरू के लम्बरदार नियुक्त करने के लिए कुछ खर्च होगा कि नही।
अभी अग्निवीर की तरह से कई वीरो की नियुक्तिया होनी है जैसे सफाईवीर शिक्षावीर चिकित्सावीर धर्मवीर आदि जब चारो तरफ वीर होगे तभी तो देश विश्व गुरू बनेगा और इसके लिए हमे विदेशो से मेहमान बुलाने पड़ेगे अब उनकी मेहमाननवाज़ी पर कुछ तो खर्च होगा ही।
अब आप लोगो की इतनी मेहनत के बाद भी अडानी अम्बानी चौथे आठवे स्थान पर लटके है जब तक यह पहले दूसरे पर नही पहुंचेगे हम विश्व गुरू कैसे बनेगे उसके लिए तमाम एअरपोर्ट रेलवे-स्टेशन बनाने पड़ेगे कई देशो को मदद देनी पड़ेगी तभी इनको ठेके पट्टे मिलेगे इनका कोयला भी खरीदना पड़ेगा हम विश्व गुरू बनने जा रहे है तो हम अपने कोयले के चक्कर मे मुह काला क्यो करे।अब इसमे थोड़ा पैसा तो लगेगा ही।
अब यह बताओ विश्व गुरू बनने जा रहे है तो लोकसभा विधानसभा और तमाम सरकारी कार्यालय पुराने शोभा देंगे इन सबको नया बनाना पड़ रहा है भले ही हमे मेट्रो बुलेट ट्रेन स्मार्ट सिटी की आवश्यकता नही है लेकिन विश्व गुरू बनने के लिए वह अनिवार्य योग्यता है अब इस पर खर्च तो होगा ही।
ताई मै जानता हू विश्व गुरू मे हर काम सलीके से होता है इसलिए हिन्दू अलग खाने मे मुसलमान अलग खाने मे सरदार अलग खाने मे अमीर अलग खाने मे गरीब अलग खाने मे और मध्यम वर्ग की सफाई क्योकि यह खिचड़ी होते है मिलजुल कर गन्दगी फैलाते है इसलिए इनको हटाना भी जरूरी है इसलिए आप इस पर भी खर्च कीजिए क्योकि हमे विश्व गुरू जरूर बनना है।
अब ताई कुछ बुद्धिहीन लोग बोल रहे है इन पर ध्यान मत दीजिए मै रोज रोज आपको फाइल लेकर दौड़ते हुए देखकर दुखी हू इसलिए सभी 135 करोड़ लोगो पर बारह प्रतिशत जी एस टी लगाकर टंटा खत्म कीजिए हमे विश्व गुरू बनना जरूर है।🙏🙏