17/09/2024
पीजीआई में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने किया आंशिक प्रदर्शन
वेतन बढ़ोतरी ना किए जाने पर 23 सितंबर से होगा पूर्ण कार्य बहिष्कार
लखनऊ - संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान पीजीआई में आज आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने अपनी वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर आंशिक धरना प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन की वजह से स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल रहा,हजारों मरीज विभिन्न स्थानों पर काफी देर परेशान रहे।
सैकड़ो की संख्या में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया की आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के 13 संवर्गों के वेतन बढ़ोतरी का आदेश कई वर्षो के बाद हुआ था। डायरेक्टर पीजीआई राधा कृष्ण धीमन के द्वारा पिछले 1 अगस्त 2024 से लागू करने का पत्र जारी भी कर दिया गया था लेकिन उसको लागू न कर अब फिर से वेतन बढ़ोतरी के आदेश पर रोक लगा दी गई है ।
इस प्रकार की कार्रवाई कर्मचारियों का उत्पीड़न दर्शाती है जो कि न्यायोचित नहीं है।
कर्मचारियों ने एक स्वर में कहा कि आज तो हमने मरीजों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आशिक हड़ताल की है परंतु अगर जल्दी हमारे वेतन बढ़ोतरी का आदेश लागू नहीं किया गया तो हम 23 सितंबर से पूरे संस्थान में कार्य बहिष्कार और प्रदर्शन करेंगे।
विदित हो कि पीजीआई में विभिन्न स्थानों और काउंटरों पर कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारी पीजीआई का परिचालन करने में एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
उनके वेतन बढ़ोतरो की मांगे कई वर्षों से लंबित है परंतु ना तो संस्थान के द्वारा, ना ही सरकार के द्वारा उनकी सुध ली जाती है जबकि सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के उचित संचालन के लिए भारी बजट की व्यवस्था की गई है।
केंद्र - प्रदेश की सरकार के मंत्री,आलाअधिकारी अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं का उदाहरण देते रहते हैं परंतु कर्मचारी के जीवनोपार्जन के लिए क्या व्यवस्था है यह एक प्रश्न चिन्ह है।