22/02/2020
पेशाब में दर्द व जलन होना क्या होता है?
पेशाब के दौरान परेशानी, दर्द और जलन होने की स्थिति को 'डिस्यूरिया' (Dysuria) कहा जाता है। आम तौर पर यह मूत्राशय से मूत्र को बाहर ले जाने वाली ट्यूब (मूत्रमार्ग) में या फिर जननांगों के आस-पास के क्षेत्र में महसूस होता है। पेशाब में जलन होना अपने आप में एक बीमारी नहीं है, बल्कि यह अन्य बीमारियों का लक्षण होता है। पेशाब में जलन महसूस होने पर उसी समय डॉक्टर के पास उसका परीक्षण व मूल्यांकन करवाने के लिए जाना चाहिए। यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है और युवा पुरुषों की तुलना में यह बूढ़े पुरूषों में अधिक पाया जाता है। अक्सर यह मूत्र पथ के संक्रमण का संकेत देता है एवं कई बार यह यौन संचारित संक्रमण का संकेत भी देता है।
पेशाब में दर्द और जलन के लक्षण -
पेशाब में दर्द व जलन के लक्षण व संकेत क्या हो सकते हैं
बुखार
जांघ के अंदरूनी हिस्से में दर्द
दुर्गंध वाला या कठोर-गंध वाला मूत्र
पेशाब में खून आना या धुंधला पेशाब
रात, दिन या दोनों के दौरान पेशाब करने की आवश्यकता बढ़ना।
पेट में दर्द
पेल्विक क्षेत्र के आस-पास छूने पर दर्द होना
अनियंत्रित कंपकंपी
मतली
कभी-कभी पेशाब में जलन योनि के संक्रमण से भी जुड़ी हो सकती है
खुजली
जलन
जननांग दाद के छाले या फफोले
असाधारण स्त्राव
पेशाब में दर्द और जलन के कारण -
मूत्र पथ के संक्रमण (मूत्रमार्ग, मूत्राशय या गुर्दे) 'डिस्यूरिया' का सबसे आम कारण होता है।
मूत्राशय में संक्रमण, पौरुष ग्रंथि (Prostate) में संक्रमण और मूत्र पथ में सूजन आदि ये सबसे सामान्य प्रकार के संक्रमण होते हैं।
यौन संचारित रोग (STD) भी पेशाब में जलन के लक्षण उत्पन्न कर सकते हैं।
आघात - सामान्य चोट, यौन संपर्क या कैथेटर आदि लगाने से भी जलन होती है।
रुकावट - असामान्य रूप से पौरुष ग्रंथि का आकार बढ़ने या मूत्र मार्ग संकुचित होने के कारण पेशाब करने में रुकावट हो सकती है।
बाहरी घावों के कारण जलन – अगर जननांगों की बाहरी त्वचा पर घाव आदि बने हुऐ हैं, तो उन पर पेशाब लगने से दर्द व जलन आदि हो सकती है।
बाहरी उत्तेजनाएं और प्रतिक्रियाएं – बार-बार ड्यूशिंग व अन्य जलन व परेशानी करने वाले उपकरणों का इस्तेमाल करने से भी पेशाब करने में जलन एवं परेशानी हो सकती है।
हार्मोनल - पोस्टमेनोपोजल (मेनोपॉज के बाद) के प्रभाव जैसे, योनी में सूखापन।
न्यूरोलॉजिक की स्थिति - किसी भी नस की समस्या जो मूत्राशय खाली करने में कठिनाई का कारण बन सकती है।
कैंसर - जैसे मूत्र पथ, मूत्राशय, शिश्न, योनि या पौरुष ग्रंथि में कैंसर।
मेडिकल परिस्थितियां - जैसे शुगर और अन्य दीर्घकालिक स्थिति, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को दबा देती है।
मूत्राशय में पथरी।
जननांग दाद।
योनि यीस्ट संक्रमण।
पेशाब में दर्द और जलन के बचाव के उपाय -
अधिक मात्रा में तरल पदार्थ पीएं।
सोते समय और यौन संभोग के बाद पेशाब करें।
अत्यधिक देर तक मूत्र को अंदर ना रखें।
यौन स्वच्छता और अच्छी स्वास्थ्य बनाएं रखें।
अगर आपको डिस्यूरिया की समस्या है तो जननांगों को उत्तेजित करने वाले किसी भी उत्पाद का सेवन करने से बचें।
कई साथियों के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचें।
मूत्राशय को परेशान करने वाले पदार्थों से बचें, जैसे शराब और कॉफी।
नियमित रूप से पेशाब करें और अपने मूत्राशय को पूरी तरह से खाली रखें।
सूती और ढीली अंडरवियर पहनें, नॉन-बाइडिंग कपड़े पहनें जो गर्मी और नमी को नहीं खींचती।