16/03/2024
मार्च माह का बदलता मौसम कहीं आपको बीमार ना कर दे, इसलिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मार्च महीने के शुरुआती दिन ऐसे होते हैं जिसमें सर्दी अलविदा कह रही होती है। ऐसे में कई बार हम थोड़ा लापरवाह हो जाते हैं। जिसके चलते अक्सर इस मौसम में लोगों को जुकाम की समस्या हो जाती है। जुकाम हुआ नहीं कि हम तुरंत डाक्टर के पास भागते हैं और दवा लेकर आ जाते हैं। लेकिन इस बदलते मौसम में कुछ छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया जाएं तो हम डाक्टर और दवा के साथ ही जुकाम से भी बच सकते हैं।
हमारा शरीर लंबे समय तक एक मौसम का अभ्यस्त हो जाता है। नए मौसम के हिसाब से ढालने के लिए उसको वक्त चाहिए होता है। नए मौसम के लिए अगर हम थोड़ी तैयारी कर लें तो फिर कोई समस्या नहीं होने वाली है। हमें सबसे जरूरी चीज जो करने की जरूरत होती है वह है लापरवाही न होने दें। कई बार हमें लगता है कि गर्मी हो रही है तो हम फैन आन कर लेते हैं और सो जाते हैं। गर्मी लगने पर फैन आन करना ठीक है लेकिन अभी मौसम ऐसा है कि सुबह के समय ठंड होने लगती है। इसलिए हमें हल्के मोटे ऊनी कंबल या चादर ओढ़कर ही सोना चाहिए। हो सके तो देर रात में अगर नींद खुले तो फैन ऑफ कर दें नहीं तो पूरा ढककर सोएं।
ठंडी चीजों के सेवन से बचें
चूंकि अभी मौसम बदल रहा है इसलिए फ्रिज से निकालकर ठंडा पानी पीने से बचें। अगर जुकाम की समस्या होती है तो इस मौसम में आइसक्रीम न खाएं। जितना हो सके हल्का गुनगुना करके ही पानी पीते रहें। इससे न केवल सर्दी-जुकाम से राहत मिलेगी बल्कि पेट की बीमारियों से भी बचे रहेंगे। अचानक से ठंडी-गरम चीजें खाने से बचें। इसके साथ ही एक चम्मच शहद में इलायची पाउडर के साथ नींबू का रस मिलाकर इसे गुनगुने पानी के साथ पिएं।
चूंकि दिन में गर्मी ज्यादा होती है इसलिए हम जल्द ही अपने गर्म कपड़े पैककर करके रख देते हैं। लेकिन हमारी सलाह है कि सारे गर्म कपड़ों को अभी अंदर न रखें। अगर आपको हल्का ही नजरा या नाक बंद होने की शिकायत लगे तो तुरंत गर्म कपड़े डालना शुरू कर दें। खासतौर पर रात में और सुबह के समय गर्म कपड़े जरूर पहने रहें। गर्म कपड़े हमारे शरीर के तापमान को स्थिर रखते हैं। इससे जुकाम से बचने में मदद मिलती है। ऐसा करना आपको वायरल होने का खतरा कम कर देगा।
खान पान पर ध्यान देने की जरूरत है। पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
मौसमी फलों एवँ सब्जियों का खाने में प्रयोग करना चाहिए।विटामिन सी वाले फल जैसे संतरा, नींबू ज्यादा लेना चाहिए क्योंकि ये शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ातें हैं।
ठंडे पदार्थों का सेवन भी कई बार वायरल बुखार का कारण बन जाता है। गला खराब हो जाता है इसलिये आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक नहीं खाना चाहिए।
इस मौसम में बाजार की खाने वाली वस्तुएं, पिज्जा, बर्गर,चाट ,तली भुनी चीजें,खुले फल आदि नहीं खाने चाहिए।
पर्याप्त पानी पीना चाहिए।
पौष्टिक भोजन लेना चाहिए।
साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए।
सुबह की सैर के साथ-साथ योग भी अच्छा व्यायाम होता है। यदि इस मौसम में कोई शारीरिक परेशानी होती है तो अपने चिकित्सक से परामर्श लें। अपने आप दवाइयों का सेवन ना करें। बदलते मौसम में सावधनियाँ अपना कर स्वस्थ रह सकतें हैं।
इन सभी से बेहतर है कि सतर्कता बरतें।