27/10/2025
Public Health Appeal by Mission Punarjot
🧠 World Stroke Day 2025
Act FAST – Save Life, Save Vision
स्ट्रोक एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जिसमें Brain में खून का प्रवाह रुक जाता है या किसी नस के फटने से खून बहने लगता है। इससे मस्तिष्क की कोशिकाएँ मरने लगती हैं, और व्यक्ति को लकवा (paralysis), बोलने में दिक्कत या बेहोशी हो सकती है। इसे आम बोलचाल में “ब्रेन अटैक” भी कहते हैं l
स्ट्रोक के प्रकार
• इस्कीमिक(Ischaemic) स्ट्रोक: जब मस्तिष्क की किसी नस में खून का थक्का (clot) बन जाता है और रक्त प्रवाह रुक जाता है।
• हीमोरहेजिक(Haemorrhage)स्ट्रोक: जब मस्तिष्क की कोई नस फट जाती है और खून बहने लगता है।
दोनों स्थितियों में Brain parts को ऑक्सीजन नहीं मिलती, जिससे नुकसान होता है।
स्ट्रोक की पहचान कैसे करें (F.A.S.T.)
स्ट्रोक के लक्षण अचानक आते हैं, लेकिन इन्हें जल्दी पहचानकर व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। याद रखें FAST नियम:
• F (Face – चेहरा): मुस्कुराने को कहें। चेहरा एक तरफ झुक रहा है या टेढ़ा दिख रहा है?
• A (Arms – हाथ): दोनों हाथ उठाने को कहें। क्या एक हाथ कमजोर है या नीचे गिर रहा है?
• S (Speech – वाणी): क्या बोलने में कठिनाई है या आवाज़ अस्पष्ट हो गई है?
• T (Time – समय): ये लक्षण दिखें तो समय बर्बाद न करें — तुरंत अस्पताल जाएँ।
नमस्ते तकनीक से जाँच
“नमस्ते” तकनीक से भी स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण पहचाने जा सकते हैं। दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते करने पर यदि कोई बांह नीचे झुक जाए, चेहरा असमान लगे, या बोलते समय शब्द बिगड़ जाएँ, तो तुरंत आपात चिकित्सा लें।
स्ट्रोक के अन्य लक्षण
• शरीर के एक तरफ सुन्नपन या कमजोरी (हाथ, पैर या चेहरा)
• अचानक तेज़ सिरदर्द, उल्टी या बेहोशी
• बोलने या समझने में कठिनाई
• एक या दोनों आँखों से दिखने में परेशानी
• संतुलन बिगड़ना या चक्कर आना l
"अगर किसी व्यक्ति को अचानक चेहरा टेढ़ा लगने लगे, एक हाथ कमजोर पड़ जाए या बोलने में दिक्कत हो, तो देर न करें। तुरंत पास के अस्पताल जाएं। स्ट्रोक में हर मिनट कीमती होता है। जल्दी इलाज से जान और शरीर दोनों बचाए जा सकते हैं।"
यह एक मेडिकल इमरजेंसी है — जितनी जल्दी इलाज शुरू होगा, उतनी ही जल्दी व्यक्ति को बचाया जा सकता है।
स्ट्रोक की रोकथाम
स्ट्रोक एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, लेकिन सही जीवनशैली अपनाकर इसे रोका जा सकता है। स्ट्रोक से बचाव के लिए नियमित रूप से स्वस्थ आहार लें जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, कम वसा वाले प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल हों। व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, जैसे रोजाना कम से कम 30 मिनट तेज चलना या कोई अन्य शारीरिक गतिविधि करें। धूम्रपान छोड़ें और शराब का सेवन सीमित करें। नियमित रूप से अपने Blood pressure, Sugar और Cholesterol का परीक्षण कराएं और इन्हें नियंत्रित रखें। वजन को संतुलित बनाए रखें और मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग या ध्यान करें। अत्यधिक नमक और तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें। यदि किसी के परिवार में स्ट्रोक का इतिहास हो तो विशेष सतर्कता बरतें और डॉक्टर से परामर्श लेते रहें। अगर अचानक चेहरे का झुकाव, बोलने में कठिनाई, या एक तरफ शरीर में कमजोरी जैसी लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सीय सहायता लें। ये कदम आपके और आपके परिवार के लिए स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकते हैं।
✍️ लेखक
Dr. A. K. Dhanuka
Consultant Neurologist,
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Dhanuka Neurocare
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Phone: 0161-4662345, 98147-20265, 98550-30365
📌 Appeal from Mission Punarjot – Dr Ramesh Super Speciality Eye & Laser Centre , ludhiana
👉 “Let’s spread this message. Someone’s life and eyesight may be saved because of you.”