23/06/2025
आई एन ए ने 1945 में आत्मसमर्पण नहीं किया था |
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस अपने वीर सैनिकों को यह कहकर गये थे कि हमारी लड़ाई स्वतंत्रता मिलने तक जारी रहेगी |
वर्ष 1945 में लाल किले पर हुए ट्रायल के कारण हमारी जनता एवं सेना को आई एन ए के वीरों द्वारा किये गये बलिदानों की जानकारी मिली |
18 फरवरी 1946 को नेवी में संगठित विद्रोह हुआ उसके बाद सेना एवं वायु सेना में भी विद्रोह आरम्भ हो गया |
जनता में भी क्रांति की लहर दोड़ गयी | इस सबसे भयभीत होकर अंग्रेज़ भारत छोड़कर भागे थे न कि किसी सत्याग्रह से डरकर |