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13/08/2025

दिन भर पानी खूब पियो, ठंडा न अपनाय,
गुनगुना जल पीते रहो, चर्बी जल्द घटाय।

13/08/2025

12/08/2025

रोज़ टहलो तेज़ पग, पसीना तन से बहाय,
व्यायाम व योग से, पेट सपाट बनाय।

12/08/2025

सुबह-सुबह नींबू जल, शहद संग गरमाय,
पीये रोज़ नित्य ही, तोंद सहज घटाय।

12/08/2025

**आँत में खाना सड़ने के लक्षण**आँत में भोजन का पचना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिसमें पेट और आँतों के पाचक रस भोजन को तो...
12/08/2025

**आँत में खाना सड़ने के लक्षण**

आँत में भोजन का पचना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिसमें पेट और आँतों के पाचक रस भोजन को तोड़कर ऊर्जा में बदलते हैं। लेकिन जब पाचन तंत्र सही से कार्य नहीं करता, तो भोजन लंबे समय तक आँतों में रुका रह सकता है। इस स्थिति में भोजन सड़ने लगता है, जिससे कई तरह की समस्याएँ पैदा होती हैं।

**मुख्य कारण:**

* अत्यधिक तैलीय, मसालेदार या जंक फूड का सेवन
* कब्ज की समस्या
* पाचन एंजाइम की कमी
* भोजन के बीच लंबे अंतराल या गलत समय पर खाना
* पर्याप्त पानी न पीना

**लक्षण:**

1. **लगातार पेट फूलना (Bloating):** आँत में गैस बनने के कारण पेट भारी और तना हुआ महसूस होता है।
2. **गैस और डकार:** सड़े हुए भोजन से दुर्गंधयुक्त गैस और डकार आती है।
3. **पेट में दर्द या ऐंठन:** आँत में अपच के कारण ऐंठन या हल्का दर्द हो सकता है।
4. **मुंह से बदबू:** पाचन गड़बड़ी के कारण मुँह से लगातार बदबू आना।
5. **भूख कम लगना:** पेट भरा-भरा और भारी महसूस होने से भूख नहीं लगती।
6. **कब्ज या दस्त:** आँत का असंतुलन मल त्याग को प्रभावित करता है।
7. **थकान और कमजोरी:** पोषक तत्वों का सही अवशोषण न होने से शरीर थकान महसूस करता है।
8. **त्वचा पर दाने:** शरीर में विषैले तत्व जमा होने से त्वचा पर एलर्जी या दाने निकल सकते हैं।

**सावधानी और उपचार:**

* ताज़ा, हल्का और फाइबरयुक्त भोजन लें।
* पर्याप्त पानी पिएं और नियमित व्यायाम करें।
* अधिक देर तक भूखे न रहें।
* लंबे समय तक लक्षण बने रहने पर डॉक्टर से जाँच कराएं।

आँत में भोजन सड़ने की समस्या को नज़रअंदाज़ करना आगे चलकर गंभीर पाचन रोगों का कारण बन सकता है, इसलिए समय रहते उपाय करना ज़रूरी है।

**आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिये प्रयोग और नुस्खे**आजकल मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर के लंबे इस्तेमाल के कारण आँखों की रोशनी ...
11/08/2025

**आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिये प्रयोग और नुस्खे**

आजकल मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर के लंबे इस्तेमाल के कारण आँखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ रहा है। लेकिन कुछ घरेलू नुस्खे और प्रयोग अपनाकर हम आँखों की सेहत को मजबूत बना सकते हैं और दृष्टि हानि के खतरे को कम कर सकते हैं।

**1. आंवला का सेवन:**
आंवला विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो रेटिना को पोषण देता है। रोज़ सुबह आंवले का रस या मुरब्बा सेवन करने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।

**2. त्रिफला पानी:**
रात को एक गिलास पानी में 1 चम्मच त्रिफला पाउडर भिगो दें। सुबह इसे छानकर आँखों को धोएं। यह आँखों की थकान कम करता है और दृष्टि को तेज करता है।

**3. गाजर और हरी सब्ज़ियाँ:**
गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन विटामिन A में बदलकर आँखों की सेहत के लिए जरूरी पोषण देता है। पालक, मेथी, और हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का नियमित सेवन लाभकारी है।

**4. नेत्र व्यायाम:**

* दूर और पास की वस्तुओं पर बारी-बारी से फोकस करना।
* आँखें बंद करके गोल घुमाना।
* हथेलियों से आँखों को हल्के से ढककर 1-2 मिनट रखना (पामिंग)।
ये व्यायाम आँखों की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं।

**5. बादाम-दूध:**
5–7 भीगे हुए बादाम पीसकर गुनगुने दूध में मिलाकर पीने से आँखों की ताकत बढ़ती है।

**6. पर्याप्त नींद:**
रात में 7–8 घंटे की नींद आँखों को आराम देती है और सूजन, जलन से बचाती है।

**सावधानी:**
धूल, धुआं और तेज़ रोशनी से आँखों को बचाएं। किसी भी तरह की जलन, दर्द या धुंधलापन होने पर तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।

प्राकृतिक नुस्खों और सही जीवनशैली के संयोजन से न सिर्फ आँखों की रोशनी सुरक्षित रहती है बल्कि लंबे समय तक दृष्टि स्वस्थ बनी रहती है।

11/08/2025

बीजबंद संग मिश्री, दूध में कर घोल।
तन-मन की ताकत बढ़े, मिटे दुर्बलता खोल।।
💪🏼💫🌟

11/08/2025

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए उपाय और जानकारी
आजकल की डिजिटल दुनिया में हमारी आँखें स्क्रीन पर घंटों तक टिकी रहती हैं, जिससे आँखों पर काफी दबाव पड़ता है और उनकी रोशनी कम होने लगती है। आँखों की अच्छी सेहत बनाए रखना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। अच्छी बात यह है कि कुछ आसान उपाय और आदतों को अपनाकर हम अपनी आँखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं और उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं।

आँखों की रोशनी कम होने के कुछ मुख्य कारण:
डिजिटल स्क्रीन का ज़्यादा इस्तेमाल: कंप्यूटर, मोबाइल और टीवी पर लंबे समय तक काम करने से आँखों में तनाव और सूखापन होता है।

गलत खान-पान: पोषक तत्वों की कमी, खासकर विटामिन ए, सी और ई की कमी से आँखों की सेहत पर असर पड़ता है।

पूरी नींद न लेना: नींद की कमी से आँखों को आराम नहीं मिल पाता, जिससे वे थकी हुई महसूस होती हैं।

शरीर में पानी की कमी: शरीर में पानी की कमी होने से भी आँखों में सूखापन आ सकता है।

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए उपाय:
संतुलित आहार: अपने खाने में विटामिन ए, सी, ई और जिंक से भरपूर चीजें शामिल करें। गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, अंडे, मछली, बादाम और खट्टे फल आँखों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

हाइड्रेटेड रहें: दिनभर में खूब पानी पिएं। इससे शरीर हाइड्रेटेड रहता है और आँखों में सूखापन नहीं होता।

आँखों का व्यायाम:

20-20-20 का नियम: हर 20 मिनट के बाद, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी चीज को देखें। इससे आँखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है।

पलकें झपकाना: अपनी पलकों को बार-बार झपकाते रहें, इससे आँखों में नमी बनी रहती है।

पर्याप्त नींद: हर दिन 7-8 घंटे की पूरी और गहरी नींद लें। नींद के दौरान आँखें खुद को ठीक करती हैं और आराम पाती हैं।

धूप से बचाव: धूप में बाहर जाते समय अच्छी क्वालिटी के धूप के चश्मे (सनग्लासेस) पहनें, ताकि हानिकारक यूवी किरणों से आँखों का बचाव हो सके।

गुलाब जल: सोने से पहले आँखों में गुलाब जल की 1-2 बूंदें डालने से आँखों को ठंडक मिलती है और उनकी थकान दूर होती है।

इन उपायों को नियमित रूप से अपनाकर आप अपनी आँखों की सेहत में सुधार कर सकते हैं। अगर आपको आँखों की रोशनी से जुड़ी कोई गंभीर समस्या महसूस हो, तो तुरंत किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ (आई स्पेशलिस्ट) से सलाह लें।

11/08/2025

शांत और गहरी नींद के लिए उपाय
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में शांत और गहरी नींद पाना एक चुनौती बन गया है। बहुत से लोग रात में करवटें बदलते रहते हैं, जिससे अगली सुबह थकान और चिड़चिड़ापन महसूस होता है। अच्छी नींद न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है, बल्कि यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य और काम करने की क्षमता के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं, तो कुछ आसान उपाय अपनाकर आप एक गहरी और शांत नींद पा सकते हैं।

नींद न आने के कारण:
नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि दिनभर का तनाव, सोने से पहले चाय-कॉफी का सेवन, ज़्यादा मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल, और सोने का समय निश्चित न होना।

शांत नींद के लिए कुछ उपाय:
सोने का समय तय करें: हर दिन एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें। इससे आपके शरीर की जैविक घड़ी सही से काम करती है।

स्क्रीन से दूर रहें: सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल, टीवी और लैपटॉप को बंद कर दें। इनकी नीली रोशनी से निकलने वाली किरणें नींद को प्रभावित करती हैं।

रात का खाना हल्का रखें: रात में भारी और मसालेदार खाना खाने से बचें। रात का खाना सोने से कम से कम 2-3 घंटे पहले खा लें।

शांत माहौल बनाएं: अपने बेडरूम में हल्की रोशनी रखें, तापमान को सामान्य रखें और कोशिश करें कि वहां शांति हो।

गर्म पानी से स्नान: सोने से पहले गर्म पानी से नहाने से शरीर को आराम मिलता है और तनाव कम होता है।

दूध पिएं: सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर पीने से अच्छी नींद आती है।

योग और ध्यान: दिन में कुछ देर योग या ध्यान करने से तनाव कम होता है और मन शांत रहता है, जिससे रात को अच्छी नींद आती है।

अगर इन उपायों को अपनाने के बाद भी आपकी नींद की समस्या बनी रहती है, तो किसी डॉक्टर से सलाह लें। वे सही कारण का पता लगाकर उचित समाधान बता सकते हैं।

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