14/06/2025
त्रिफला सेवन से लाभ (त्रिफला = हरड़ + बहेड़ा + आंवला) त्रिफला आयुर्वेद की एक प्रमुख औषधीय रचना है, जो त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) को संतुलित करने में मदद करती है। इसका नियमित सेवन अनेक रोगों से बचाव और स्वास्थ्य संवर्धन में सहायक होता है।
🌿 त्रिफला सेवन के प्रमुख लाभ
1. 🧘♀️ पाचन तंत्र को सुधारता है
• कब्ज, गैस, अपच, भूख की कमी, अम्लपित्त में लाभकारी
• पाचन अग्नि को उत्तेजित करता है
2. 👁️ नेत्र ज्योति बढ़ाता है
• आंखों की जलन, लालिमा, दृष्टि दुर्बलता में उपयोगी
• त्रिफला जल से नेत्र प्रक्षालन करने पर आंखें स्वस्थ रहती हैं
3. 🌱 शरीर को करता है डिटॉक्स (विषहर)
• रक्त शुद्ध करता है
• लीवर और किडनी की कार्यक्षमता सुधारता है
4. 🧠 मानसिक स्वास्थ्य में लाभकारी
• चिंता, तनाव, अनिद्रा में शांति देता है
• मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाता है
5. 🩹 प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है
• रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है
• फंगल व बैक्टीरियल इंफेक्शन से सुरक्षा देता है
6. 🩺 मधुमेह (Diabetes) में सहायक
• ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है
• अग्नाशय की क्रियाशीलता में सुधार
7. 🧴 त्वचा और बालों के लिए उपयोगी
• त्वचा रोग, दाग-धब्बे, मुंहासे में लाभकारी
• बालों का झड़ना, सफेदी, रूसी कम करता है
8. ⚖️ वजन संतुलन में सहायक
• मोटापा या कमजोरी — दोनों ही स्थितियों में उपयोगी
• शरीर के मेटाबोलिज्म को संतुलित करता है
9. 🦴 हड्डियों व जोड़ों को बल देता है
• वात रोग, जोड़ों के दर्द, आर्थराइटिस में सहायक
• सूजन कम करता है
10. 💩 शौच साफ करता है (Rejuvenative Laxative)
• रात को लेने से सुबह शौच स्वच्छ होता है
• बवासीर, भगंदर में राहत
⚠️ सावधानियाँ
• अत्यधिक मात्रा में सेवन से कमजोरी, दस्त, शुष्कता हो सकती है
• गर्भवती स्त्रियाँ, रक्त की कमी वाले व्यक्ति बिना वैद्य सलाह न लें
• अधिक वात प्रकृति वाले व्यक्ति घी या शहद के साथ लें