
01/10/2024
शास्त्रों के अनुकूल विचार जो श्रेष्ठ गुप्त अध्यात्मिकविषयक वचन अर्थात् उपदेश कहा उससे मेरा यह मोह नष्ट हो गया। अध्याय 11 श्लोक 2: क्योंकि हे कमलनेत्र! मैंने आपसे प्राणियोंकी उत्पति और प्रलय विस्तारपूर्वक सुने हैं तथा आपकी अविनाशी महिमा भी सुनी है।