27/05/2025
सुबह बिना कुल्ला करे उकड़ू बैठकर घूंट-घूंट कर धीरे-धीरे हल्का गुनगुना पानी पीने से कब्ज, गैस, एसिडिटी, अपच की समस्या से राहत मिलती है। इसी के साथ इससे पाचन तंत्र और आंतें काफी मजबूत हो जाती हैं।आंत की सफाई करता है , शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में भी मदद करता है और शरीर की आंतरिक रूप से शुद्धि भी हो जाती है जब आप रोज़ उकड़ू में बैठकर सुबह पानी पीते है ।
उकड़ू बैठने से शरीर को बहुत सारे लाभ मिलने में मदद मिलती है ।अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में इस मुद्रा में लोग अब भी बैठते है और बहुत से कार्य उकड़ू बैठकर ही करते हैं जैसे पोछा लगाना , घास काटना, शोच इत्यादि । आपने देखा होगा वो लोग बहुत स्वस्थ और फुर्तीले रहते है उनका स्वास्थ्य भी ठीक रहता है शहरी लोगो के अपेक्षा । इसलिए भागदौड़ के जीवन में कुछ समय अपने लिए भी निकालना बहुत आवश्यक है । शरीर से बढ़कर कुछ भी नहीं है , हमारा स्वास्थ्य हमारे लिए बहुमूल्य है । प्रयास कीजिए सुबह सुबह कुछ देर उकड़ू मुद्रा में बैठें और बहुत सारे लाभ उठाए ।
उकड़ू बैठने के फायदे:
पाचन में सुधार: उकड़ू बैठने से पेट की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है, जिससे मल त्याग में मदद मिलती है और पाचन क्रिया को उत्तेजित किया जाता है।
हड्डियों और जोड़ों की मजबूती: घुटनों, कूल्हों और टखनों के जोड़ों को मजबूत करने में मदद मिलती है, जिससे हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
मांसपेशी शक्ति में वृद्धि: इस मुद्रा में बैठने से जांघों, कूल्हों और नितंबों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलती है, जिससे शरीर की ताकत बढ़ती है ,कोर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे संतुलन और स्थिरता में सुधार होता है।
शरीर का संतुलन और मुद्रा में सुधार: शरीर का संतुलन और मुद्रा में सुधार होता है, जिससे चोट लगने का जोखिम कम हो जाता है।
वजन घटाने में मदद: उकड़ू बैठने से कैलोरी बर्न होती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है।
आप उकड़ू मुद्रा में कभी भी बैठ सकते है जब भी आपको समय मिले । एक सिंपल सी पोजीशन में बैठने से शरीर को कई सारे फायदे मिलते हैं।
स्वस्थ रहे खुश रहे ।।।।