आयुर्वेदिक दवा खुद बनाएं

आयुर्वेदिक दवा खुद बनाएं आयुर्वेद और आयुर्वेद दवाओं के बारे मे?

*वियाग्रा, शिलाजीत और मैनफोर्स की टेबलेट में से कौन सी दवाई सबसे ज्यादा ताकतवर है?*वियाग्रा,  #शिलाजीत और मैनफोर्स की टे...
18/09/2025

*वियाग्रा, शिलाजीत और मैनफोर्स की टेबलेट में से कौन सी दवाई सबसे ज्यादा ताकतवर है?*

वियाग्रा, #शिलाजीत और मैनफोर्स की टेबलेट में से वियाग्रा और मैनफोर्स दोनों ही ज्यादा ताकतवर हैं क्योंकि वियाग्रा और मैनफोर्स दोनों में ही sildenafil citrate होता है

इन दोनों दवाओं का यूज इरेक्टाइल डिसफंक्शन यानि नपुंसकता की स्थिति में किया जाता है

लेकिन बहुत से कारण हैं जिनकी वजह से इन दवाओं का यूज ना करने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये दोनों दवाएं ताकतवर होने के साथ साथ बहुत सारे साइड इफ़ेक्ट भी है

अगर आप वियाग्रा, शिलाजीत और मैनफोर्स की टेबलेट के फायदे और नुक्सान के बारे में जानना चाहते हैं तो आप यह चार्ट पढ़ सकते हैं :

अगर आप फिर भी वियाग्रा या मैनफोर्स की टेबलेट लेते हैं तो फिर आप इस दुनिया के सबसे बड़े बेवकूफ है

बाकि आप खुद समझदार बनते हुए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखो क्योंकि आपके पास सिर्फ और सिर्फ एक ही शरीर है और आखिरी साँस भी सिर्फ इसी शरीर से ही लेना है

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वीर्य को शहद जैसा गाढ़ा करने का कोई नुस्खा या आयुर्वेदिक दवा है ?मेरा पोस्ट उन लोगों के लिए है जिनको वीर्य का पानी जैसा प...
17/09/2025

वीर्य को शहद जैसा गाढ़ा करने का कोई नुस्खा या आयुर्वेदिक दवा है ?

मेरा पोस्ट उन लोगों के लिए है जिनको वीर्य का पानी जैसा पतलापन, #शीघ्रपतन, #अतिशीघ्रपत्तन वीर्य की कम मात्रा और वीर्य में बच्चे पैदा करने की क्षमता नहीं है

👉 सामग्री :-
• मगज के बीज - 75 ग्राम
• अश्वगंधा - 25 ग्राम
• खरबूजे के बीज - 25 ग्राम
• देशी खांड - 125 ग्राम

👉 बनाने की विधि :-
1. आप सबसे पहले अश्वगंधा, मगज और खरबूजे के बीजों को धुप में सूखा लें ताकि नमी निकल जाएँ और अच्छे से पीसने के लिए कड़क हो जाये

2. अब अश्वगंधा, मगज और खरबूजे के बीजों को किसी मिक्सर में पीस कर महीन पाउडर बना लें

3. अब इस पाउडर को देशी खांड में मिला लें और और हवारहित डिब्बे में रख ले। आपके वीर्य को शहद जैसा गाढ़ा करने और नयी जान फूंकने के लिए रामबाण दवा तैयार हो गया है

👉 उपयोग की विधि :-

सूबह नाश्ता करने के एक घंटे बाद 04 ग्राम पाउडर हल्के गुनगुने दूध के साथ लें और 04 ग्राम पाउडर रात को खाना खाने के एक घंटे बाद हल्के गुनगुने दूध के साथ लें

👉 परहेज :

• दवा लेने के बाद एक घंटे तक कुछ भी खाना पीना नहीं है
• मांस, अंडा, मछली और दही - लस्सी का परहेज करना है
• शराब और धूम्रपान का सेवन निषिद्ध है
• अगर आपके लीवर में गर्मी या अल्सर की समस्या है तो आप यह नुस्खा न लें

👉 सेवन की अवधि :-

•यह दवा 3–4 महीने लेने से वीर्य के सभी दोष दूर होते हैं और शरीर में एक नयी ताकत का अहसास होता है

👉 लागत :-
यह नुस्खा तैयार करने में सिर्फ 200-300/- का खर्चा होता है

यह दवा 100% आयुर्वेदिक है और इस दवा का कोई भी नुक्सान नहीं है, इसलिए इस दवा को कोई भी उपयोग कर सकता है

नोट :- यह नुस्खा सिर्फ और सिर्फ वीर्य को गाढ़ा करने के लिए हैं और इस नुस्खे से मरदाना ताकत या नपुंसकता में कोई फायदा नहीं होता

यह नुस्खा शेयर जरूर कर दें क्योंकि आपके एक शेयर से किसी का भला हो सकता है 🙏🙏

पिछले कुछ दिनों से बहुत ज्यादा आर्डर होने और मुंबई में बारिश होने के वजह से आर्डर डिलीवरी में थोड़ा देरी होने की वजह से ह...
16/09/2025

पिछले कुछ दिनों से बहुत ज्यादा आर्डर होने और मुंबई में बारिश होने के वजह से आर्डर डिलीवरी में थोड़ा देरी होने की वजह से हम सभी ग्राहकों से माफ़ी मांगते है

लेकिन हम लोग आपको जल्दी से जल्दी आर्डर भेजने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे है

आप सभी लोगों के प्यार और भरोसे के लिए दिल से आभार

यह कहानी उन लोगों के लिए है जो अपनी कमजोरी को छिपा कर रखते हैं और अपनी जिंदगी का मजा नहीं ले रहे हैंबहुत समय पहले की बात...
15/09/2025

यह कहानी उन लोगों के लिए है जो अपनी कमजोरी को छिपा कर रखते हैं और अपनी जिंदगी का मजा नहीं ले रहे हैं

बहुत समय पहले की बात है, जब सिकंदर अपने शक्ति के बल पर दुनिया भर में राज करने लगा था। वह अपनी शक्ति पर इतना गुमान करने लगा था कि अब वह अमर होना चाहता था। उसने पता लगाया कि कहीं ऐसा जल है जिसे पीने से व्यक्ति अमर हो सकता है।

देश-दुनिया में भटकने के बाद आखिरकार सिकंदर ने उस जगह को खोज लिया जहां पर उसे अमृत प्राप्त हो सकता था। वह एक पुरानी गुफा थी जहां पर कोई आता जाता नहीं था।

देखने में वह बहुत डरावनी लग रही थी लेकिन सिकंदर ने एक जोर से सांस ली और गुफा में प्रवेश कर गया। वहां पर उसने देखा कि गुफा के अंदर एक अमृत का झरना बह रहा है।

उसने जल पीने के लिए हाथ ही बढ़ाया था कि एक कौवे की आवाज आई। कौवा गुफा के अंदर ही बैठा था। कौवा जोर से बोला ठहर रुक जा यह भूल मत करना…

सिकंदर ने कौवे की तरफ देखा। वह बड़ी ही दयनीय अवस्था में था, पंख झड़ गए थे, पंजे गिर गए थे, वह अंधा भी हो गया था बस कंकाल मात्र ही शेष रह गया था।

सिकंदर ने कहा तू कौन होता है मुझे रोकने वाला…?

मैं पूरी दुनिया को जीत सकता हूं तो यह अमृत पीने से मुझे तो कैसे रोकता है तब कौवे ने आंखों से आंसू टपकाते हुए बोला कि मैं भी अमृत की तलाश में ही इस गुफा में आया था और मैंने जल्दबाजी में अमृत पी लिया। अब मैं कभी मर नहीं सकता, पर अब मैं मरना चाहता हूं लेकिन मर नहीं सकता।

देख लो मेरी हालत। कौवे की बात सुनकर सिकंदर देर तक सोचता रहा। सोचने के बाद फिर बीना अमृत पीए ही चुपचाप गुफा से बाहर वापस लौट आया।

सिकंदर समझ चुका था कि जीवन का आनंद उस समय तक ही रहता है जब तक हम उस आनंद को भोगने की स्थिति में होते हैं।

शिक्षा :-

जीवन में हमें हमेशा खुश रहना चाहिए। हमें कभी भी खुश रहने के लिए बड़ी सफलता या समय का इंतजार नहीं करना चाहिए, क्योंकि समय के साथ हम बूढ़े होते जाते हैं और फिर अपने जीवन का असली आनंद नहीं उठा पाते हैं।

अगर आप अपनी जिंदगी जीने का आनंद नहीं ले पा रहे हैं तो इस बात के दो मतलब हो सकते है :

पहला तो यह है आप अपनी जिंदगी का आनंद लेने के काबिल नहीं है और दूसरा यह है शायद आपको जरुरत ही नहीं है

समझदार को इशारा ही काफी है

जबरदस्त मर्दाना ताकत बढ़ाने और  #नपुंसकता को खत्म करने के लिए कौन सी दवाई लें?अगर किसी भी कारण से आपकी मर्दाना ताक़त कम ...
15/09/2025

जबरदस्त मर्दाना ताकत बढ़ाने और #नपुंसकता को खत्म करने के लिए कौन सी दवाई लें?

अगर किसी भी कारण से आपकी मर्दाना ताक़त कम हो गयी है या फिर आपको नपुंसकता की दिक्कत होने लगी है तो आप यह आयुर्वेदिक दवा खुद ही घर में बना कर ले सकते हैं:

सामग्री :-

• जायफल - 20 ग्राम
• अश्वगंधा - 50 ग्राम
• सावित्री - 15 ग्राम
• दालचीनी - 25 ग्राम
• छोटा गोखरू (कॅंटीला) - 15 ग्राम
• मकरध्वज -02 ग्राम
• केसर - 02 ग्राम
• ब्रहमी - 20 ग्राम
• सालम पंजा - 50 ग्राम
• कौन्च बीज - 30 ग्राम
• शोधित शिलाजीत - 120 ग्राम
• कुल सामग्री :- 342 ग्राम

बनाने की विधि:-

• सबसे पहले शोधित शिलाजीत को पानी की कुछ बूँदों का उपयोग करते हुए नरम कर लें और केसर डाल कर छोड़ दें
• अब पत्थर के खरल में जायफल, अश्वगंधा, सावित्री, दालचीनी, छोटा गोखरू, ब्रहमी, सालम पंजा और कौन्च बीज को महीन होने तक खरल करें.
• अब शोधित शिलाजीत वाले मिश्रण में यह सब खरल किया हुआ मिश्रण मिला लें और लगभग 20-30 Ml पानी डालकर छोटी छोटी 300 गोलियाँ बना लें.

दवा बनाते समय सावधानियाँ :-

• पत्थर का खरल ही उपयोग में लें, धातु का नही
• साधारण शिलाजीत ना लें, केवल शोधित शिलाजीत का ही उपयोग करें
• यह दवाई बनाते समय सभी घटकों की बताई गई मात्रा ही लें क्योंकि यह एक बाजीकरण योग है

उपयोग का तरीका :

सुबह के समय भरपेट नाश्ता करने के एक घंटे बाद गुनगुने दूध या गुनगुने पानी के साथ 02 गोलियाँ और रात्रि के समय भोजन करने के एक घंटे बाद गुनगुने दूध के साथ 02 गोलियाँ लें

दवाई के सेवन दौरान परहेज और सावधानियाँ :-

• यह दवा सिर्फ़ गुनगुने दूध या गुनगुने पानी के साथ ही लें, ठंडे या साधारण पानी या दूध के साथ ना लें
• यह दवा लेने के बाद एक घंटे तक कुछ भी खाना या पीना नही है
• अंडा- माँस मछ्ली का सख़्त परहेज है
• शराब और नशा करने वालों के लिये यह दवा वर्जित है
• खाली पेट यह दवा ना लें

यह दवा कौन ले सकता है :-

• यह दवा 15 वर्ष के बुजुर्ग से लेकर 75 वर्ष तक का नौजवान भी ले सकता है
• यह दवा डाइयबिटीस यानी मधुमेह से पीड़ित लोग भी ले सकते हैं
• अल्सर और हर्निया के रोगी यह द्वा ना लें.

इस दवा के क्या लाभ है :-

यह आयुर्वेद में वर्णित और अनुभवित सिद्ध बाजीकरण योग है जो पुरुष अंग की कमजोर रक्त वाहिनियों को मजबूत कर शारीरिक कमज़ोरी, पौरुष कमज़ोरी को दूर कर नपुंसकता को ख़त्म करता है

लागत :

इस दवा के 75 दिन के संपूर्ण कोर्स की लगभग 8500 रूपए लागत आती है

जवानी खत्म होने का मतलब सिर्फ बुढ़ापे आने से नहीं हैअगर आप में निचे लिखे हुए लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि...
15/09/2025

जवानी खत्म होने का मतलब सिर्फ बुढ़ापे आने से नहीं है
अगर आप में निचे लिखे हुए लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि आपकी जवानी खत्म हो चुकी है और आप बुढ़ापे की दहलीज पर हैं

समय रहते हुए अपने शरीर का ध्यान रखें और जिंदगी का आनंद लेते रहे

मौज लो, रोज लो
बाकी आप खुद समझदार है

कुछ लोगों का सवाल होता है कि सर हस्तमैथुन करने से नुक्सान क्यों होता है जबकि हस्तमैथुन और सम्भोग करना एक ही बात हैं क्यो...
14/09/2025

कुछ लोगों का सवाल होता है कि सर हस्तमैथुन करने से नुक्सान क्यों होता है जबकि हस्तमैथुन और सम्भोग करना एक ही बात हैं क्योंकि सम्भोग और हस्तमैथुन दोनों में वीर्य ही बाहर निकलता है

रोजाना सम्भोग करना नुकसानदायक नहीं है, जबकि रोजाना हस्तमैथुन करना नुकसानदायक है क्योंकि

1. हस्तमैथुन में सम्भोग से ज्यादा वीर्य का डिस्चार्ज होता है.

2. हस्तमैथुन से प्राइवेट पार्ट की नसों पर हाथों की माशपेशियों का दवाब पड़ता है जो नसों को दबाता है और कमजोर करता है.

3. #हस्तमैथुन में प्राइवेट पार्ट की माशपेशियों के डैमेज होने का खतरा ज्यादा रहता है.

4. सम्भोग के समय टेस्टेस्टेरोन हार्मोन एक्टिव होने से तनाव आता है जबकि हस्तमैथुन में तनाव के लिए जबरदस्ती करनी पड़ती है

5. सम्भोग करने से मन खुश होता है जबकि हस्तमैथुन करने से आत्मग्लानि होती है

6. सम्भोग करने से अच्छी नींद आती है जबकि #हस्तमैथुन करने के बाद घबराहट जैसा फील होता है

7. लम्बे समय तक हस्तमैथुन करने से वीर्य पतला हो जाता है और प्राइवेट पार्ट में तनाव आना कम हो जाता है.

8. हस्तमैथुन करने से प्राइवेट पार्ट का विकास रूक जाता है.

अगर किसी भी कारण से आपके प्राइवेट पार्ट के अग्रभाग में संवदेना यानी सेंसिटिविटी बढ़ जाती है तो आपकी वैवाहिक जीवन का आनंद ...
13/09/2025

अगर किसी भी कारण से आपके प्राइवेट पार्ट के अग्रभाग में संवदेना यानी सेंसिटिविटी बढ़ जाती है तो आपकी वैवाहिक जीवन का आनंद खत्म होने लगता है

प्राइवेट पार्ट के अग्रभाग में सेंसिटिविटी बढ़ने के क्या कारण है :-

• ज्यादा हस्तमैथुन करने से प्राइवेट पार्ट की नसें और मांशपेशियां कमजोर हो जाती है जिसके वजह से प्राइवेट पार्ट के अग्रभाग में सेंसिटिविटी बढ़ जाती है

• सम्भोग का ज्यादा आनंद लेने के चक्कर में तरह तरह के तेल लोशन या स्प्रे का ज्यादा उपयोग करने की वजह से भी प्राइवेट पार्ट के अग्रभाग की सेंसिटिविटी बढ़ जाती है

• सम्भोग का तुरंत बाद प्राइवेट पार्ट को ठन्डे पानी से धोने की वजह से भी प्राइवेट पार्ट के अग्रभाग की सेंसिटिविटी बढ़ जाती है

प्राइवेट पार्ट के अग्रभाग की सेंसिटिविटी बढ़ने से क्या नुक्सान होने लगते है :-

• सम्भोग करने में आनंद आना कम होने लगता है क्योंकि सेंसिटिविटी ज्यादा होने की वजह से शुरू होते ही खत्म हो जाता है

• प्राइवेट पार्ट में तनाव आना कम हो जाता है क्योंकि सेंसिटिविटी ज्यादा होने की वजह से शुरू होते ही खत्म होने का दर सताने लगता है

• सम्भोग का आनंद कम होने लगता है क्योंकि सेंसिटिविटी ज्यादा होने की वजह से आप एक या दो मिनट से ज्यादा टिक ही नहीं सकते

12/09/2025

अब ये मत पूछना कि आयुर्वेदिक नुस्खे में कौन सी स्वर्णभस्म डालते हैं

🌿 मकरध्वज क्या है?मकरध्वज एक प्रसिद्ध रसौषधि (आयुर्वेदिक रसायन दवा) है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से ही शरीर को बल, ऊर्जा ...
12/09/2025

🌿 मकरध्वज क्या है?

मकरध्वज एक प्रसिद्ध रसौषधि (आयुर्वेदिक रसायन दवा) है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से ही शरीर को बल, ऊर्जा और दीर्घायु देने के लिए किया जाता है।
यह पारा (पारद), गंधक और सोना से मिलकर बनती है।

⚗️ मकरध्वज कैसे बनता है?

मकरध्वज बनाने की परंपरागत विधि आयुर्वेद में "रसशास्त्र" के अंतर्गत आती है।
इसकी संक्षिप्त प्रक्रिया इस प्रकार है –

1. शुद्ध पारद (Mercury) और शुद्ध गंधक (Sulphur) को कज्जली के रूप में तैयार किया जाता है।

2. इसमें सोने की भस्म/वारक (Gold leaf) मिलाई जाती है।

3. इस मिश्रण को बंद पात्र (कुप्पी) में भरकर, विशेष अग्निकर्म (कुप्पीपाक विधि) से पकाया जाता है।

4. पकने के बाद जो लाल चमकीला पदार्थ बनता है, वही मकरध्वज कहलाता है।

> 👉 यह बहुत जटिल प्रक्रिया है और केवल आयुर्वेदिक वैद्य या रसायनशास्त्री ही इसे सही ढंग से बना सकते हैं।

💪 मकरध्वज के फायदे

मकरध्वज को आयुर्वेद में रसायन और वाजीकरण माना गया है। इसके मुख्य लाभ –

1. ऊर्जा और ताकत

शरीर को तुरंत बल और ऊर्जा प्रदान करता है।

थकान, कमजोरी और सुस्ती को दूर करता है।

2. रोग प्रतिरोधक शक्ति

इम्युनिटी बढ़ाता है, जिससे संक्रमण और बीमारियों से बचाव होता है।

3. वृद्धावस्था में लाभकारी

बुढ़ापे के लक्षण देर से आते हैं।

चेहरे की चमक और शक्ति बनी रहती है।

4. यौन शक्ति में वृद्धि

वीर्य को गाढ़ा करता है।

शीघ्रपतन, नपुंसकता, कामेच्छा की कमी में लाभकारी।

5. हृदय और मस्तिष्क को बल

हृदय की कार्यक्षमता को मजबूत करता है।

स्मरणशक्ति और मानसिक शक्ति बढ़ाता है।

6. दीर्घायु देने वाला

नियमित और वैद्य की देखरेख में सेवन करने से लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन मिलता है।

अगर आपको निचे लिखे हुए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा है तो आपको तुरंत ध्यान की जरूरत है क्योंकि ऐसे लक्षणों क...
11/09/2025

अगर आपको निचे लिखे हुए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा है तो आपको तुरंत ध्यान की जरूरत है क्योंकि ऐसे लक्षणों का होना #नपुंसकता की शुरुआत होने का संकेत है समय रहते हुए अपनी सेहत पर ध्यान दें और अपने ऊपर #नपुंसक होने का टैग न लगने दे

बाकी आप खुद समझदार है

क्या आप प्राइवेट पार्ट की नसें में आयी कमजोरी से परेशान है ?? अगर किसी भी कारण से प्राइवेट पार्ट की नसें में आयी कमजोरी ...
11/09/2025

क्या आप प्राइवेट पार्ट की नसें में आयी कमजोरी से परेशान है ??

अगर किसी भी कारण से प्राइवेट पार्ट की नसें में आयी कमजोरी ठीक नहीं हो पा रही है तो आप स्वर्णभस्म युक्त दवा ले सकते हैं

लेकिन आपको यह पता होना बहुत जरूरी है कि आयुर्वेद के अनुसार स्वर्णभस्म युक्त दवा कब ले सकते हैं

* जब प्राइवेट पार्ट की नसें में बहुत अधिक कमजोरी हो
* जब दूसरी दवाओं का कोई भी असर नहीं हो रहा हो
* कमजोरी का स्थायी इलाज करने के लिए

अगर आप प्राइवेट पार्ट की नसें की कमजोरी के लिए आयुर्वेदिक दवा बनाना चाहते हैं तो आप इस तरीके से बना सकते हैं :

• स्वर्ण भस्म - 1.0 ग्राम
• पन्ना पिषति -1 ग्राम
• चांदी भस्म - 1 ग्राम
• लौह भस्म -1ग्राम
• शोधित शिलाजीत - 80 ग्राम
• नागभस्म - 1ग्राम
• शुद्ध हिंगुल -10 ग्राम
• केसर - 1 ग्राम
• अरकरा -20 ग्राम
• मुलहठी -25 ग्राम
• तालमखाना - 1 ग्राम
• वंशलोचन - 1 ग्राम
• सालमपंजा - 50 ग्राम
• इलाइची - 05 ग्राम

बनाने की विधि :

* सबसे पहले शिलाजीत को हल्का कूट कर नरम कर ले
* अब सभी सामग्रियों को पत्थर के खरल में खरल कर एकदम महीन कर अलग रख ले
* अब इन सामग्रियों के पाउडर को शिलाजीत में मिला ले
* पानी की कुछ बूंदों का उपयोग करते हुए छोटी - छोटी 360 गोलिया बना लें और 1–2 घंटे के लिए छाया में सुखाये

दवाई बनाते समय सावधानिया :

* पत्थर का खरल ही उपयोग करे, धातु का नहि
* शोधित शिलाजीत ही लें, सामान्य शिलाजीत नहि
* सभी सामग्रियों का पाउडर बहुत ही बारीक हो
* गोलियां बनाने के बाद छाया में ही सुखाये धुप में नहीं

अब आपका स्वर्ण भस्म वाला नुस्खा तैयार हो गया है जो नपुंसकता का इलाज करेगा

लागत :- इस दवा को तैयार करने में 13000/- का खर्चा होता है क्योंकि

• स्वर्ण भस्म - 1.0 ग्राम - 10000/-
• पन्ना पिषति -1 ग्राम - 200/-
• चांदी भस्म - 1 ग्राम - 150/-
• लौह भस्म -1ग्राम - 50/-
• शोधित शिलाजीत - 80 ग्राम - 800/-
• नागभस्म - 1ग्राम - 150/-
• शुद्ध हिंगुल -10 ग्राम - 500/-
• केसर - 1 ग्राम - 100/-
• अरकरा -20 ग्राम - 80/-
• मुलहठी -25 ग्राम - 20/-
• तालमखाना - 1 ग्राम - 100/-
• वंशलोचन - 1 ग्राम - 100/-
• सालमपंजा - 50 ग्राम - 550/-
• इलाइची - 05 ग्राम - 30/-

सेवन की विधि :
मात्रा : सुबह 2 और रात के समय 2 गोळी
खाने का तरीका : खाना खाने के एक घंटे बाद गुनगुने दूध के साथ्
आवृति : एक दिन में दो बार
सेवन अवधि : 90 दिन

Address

#1170, Lodha Supermus II, Thane
Navi Mumbai
400080

Telephone

+919416823496

Website

https://consultation.amulyaarogya.com/

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