28/12/2023
हम भारतीय लोगों में खून की कमी यानी कि एनीमिया बहुत आम बात है। पिताजी का हीमोग्लोबिन बहुत अच्छे खान-पान जैसे कि अनार,चुकंदर पालक, गाजर और खजूर खाने के बावजूद भी 8 से ऊपर नहीं बढ़ रहा था तो चिंता होने लगी। कभी-कभी यह हीमोग्लोबिन 7 तक भी पहुंच जा रहा था। ऐसे में विस्तृत जांच जरूरी थी कि आखिर हीमोग्लोबिन कम क्यों हो रहा है, उनको पेट के कीड़ों की दवाई दी गई लेकिन उसके बावजूद भी कोई खास परिवर्तन नहीं आया। उनके मल का परीक्षण कराया गया और देखा गया की कहीं खून शरीर से बाहर तो नहीं जा रहा है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। हम लोग सिर्फ हीमोग्लोबिन का परीक्षण कर रहे थे जबकि हीमोग्लोबिन के निर्माण के लिए आवश्यक शरीर में आयरन का परीक्षण पर हमारा ध्यान नहीं था। उसके बाद हमने आयरन का परीक्षण कराया तो उनका आयरन काफी कम आया।इसका कारण शायद यह था कि ज्यादा उम्र होने के कारण आयरन उनके शरीर में पर्याप्त मात्रा में अवशोषित नहीं हो रहा था जिस कारण उनके अंदर आयरन की कमी हो गई थी और जब आयरन कम होगा तो हिमोग्लोबिन में कम हो ही जाएगा। फिर उनको आइरन सप्लीमेंट्स दिए गए और कुछ दिनों में ही अच्छा परिणाम आ गया। हालांकि आईरन सप्लीमेंट्स पहले भी दिए जा सकते थे लेकिन उन्हें लग रहा था कि हम इतना अच्छा खान-पान ले रहे हैं तो शायद हमें इसकी जरूरत नहीं है लेकिन बात सप्लीमेंट से ही बनी।
पापा के इस केस के बाद हम सब ने अपने खून में आयरन का परीक्षण कराया तो सभी में नीचे वाले मानक से बस थोड़ा सा ऊपर ही आया। हमें समझ में आ गया जब हम जैसे लोगों के शरीर में इतना सही खान-पान के बाद भी आयरन इस हालत में है तो आम लोगों को क्या हाल होगा। मांसाहारी लोगों के शरीर में आयरन की कमी थोड़ा कम होती है लेकिन हम शाकाहारियों में इसकी संभावना बहुत ज्यादा रहती है। मांसाहार भी यहां बहुत ज्यादा नहीं किया जाता इसलिए मांसाहारी लोगों में भी आयरन कम होने की संभावना बनी रहती है और शाकाहारी लोगों का हाल बहुत बुरा है. क्योंकि एक तो शाकाहारी है ऊपर से हरे साग जैसे पालक चुकंदर और अन्य हरी सब्जियां भी बहुत कम मात्रा में खाते हैं जिससे उनकी स्थिति और खराब हो जाती है।
हमारे यहां हीमोग्लोबिन की स्थिति क्या है अगर यह जानना हो तो कभी ब्लड बैंक पर जाकर बैठ जाइए वहां जो लोग ब्लड डोनेट करने आते हैं उसमें से 25 30 परसेंट लोगों को वापस कर दिया जाता है क्योंकि उनके अंदर खुद ही खून की कमी होती है वह दूसरों को क्या खून देंगे। और सरकारी डाटा भी यही बता रहे हैं कि बच्चों का महिलाओं में खून की बहुत कमी है जिस कारण उनका मानसिक विकास बाधित हो रहा है।
अब आपको संक्षेप में बता देते हैं कि अगर खून कम होगा तो आपको कैसा फील होगा आपको चक्कर आएंगे आपका ब्लड प्रेशर लो रहेगा आप मैं उत्साह व स्फूर्ति नहीं रहेगी, डिप्रेशन जैसा फील होगा थोड़ा सा चलेंगे तो सांस फूल जाएगी, दिल की धड़कन थोड़े सा काम करने पर ही बहुत ज्यादा बढ़ जायेगी, थकान रहेगी, नाखून टूट जायेंगे, बाल और त्वचा रूखी सूखी बनी रहेगी।
जाड़े का मौसम है साग सब्जी खूब आ रही है आप खाइए और खून बढ़ाइए अगर साग सब्जी खाने का टाइम नहीं है ।
फिर भी खून कम है तो तो डॉक्टर को दिखाएं।