
31/12/2024
"S***m की दौड़: कौन बनेगा पहले पापा?"
एक दिन स्पर्म्स की दुनिया में एक बड़ी हलचल थी। आज वो दिन था जिसका सबको बेसब्री से इंतजार था—दौड़ का दिन। हर स्पर्म जोश में था और एक-दूसरे को देखकर मुस्कुरा रहा था।
स्पर्म 1: "भाई, आज तो मैं ही जीतूंगा! मैं सबसे तेज दौड़ता हूँ। एग मेरा इंतजार कर रही होगी!"
स्पर्म 2: "अरे, रहने दे! तूने अपनी पिछली दौड़ें देखी हैं? तू आधे रास्ते में ही हांफ जाएगा। देख लेना, मैं ही पहले पहुंचूंगा!"
स्पर्म 1: "अरे, इस बार मैंने एनर्जी ड्रिंक पी है। बिना रुके सीधा एग के पास पहुँचूंगा!"
दोनों स्पर्म्स अपनी-अपनी रणनीतियों पर बात कर रहे थे। बीच-बीच में मजाक भी हो रहा था।
स्पर्म 2: "सुन, अगर तुझसे रास्ते में कोई गलत मोड़ ले लिया, तो फिर सीधा कहीं और पहुंच जाएगा।"
स्पर्म 1: "हा हा! तेरे जैसे आलसी स्पर्म्स को छोड़कर मैं हर मुश्किल को पार कर सकता हूँ। वैसे भी, एग तो मेरे नाम का ही इंतजार कर रही होगी!"
स्पर्म 2: "देख भाई, असली खेल तो जब शुरू होगा तब पता चलेगा। तुझमें दम है तो देखाते क्यों नहीं?"
स्पर्म 1: "चिंता मत कर। मैं सीधा जा रहा हूँ, और जब मैं एग के पास पहुँचूंगा, तो वो मुझसे कहेगी, 'Finally, मेरा Prince Charming आ गया!'"
दोनों स्पर्म्स ने हंसते-हंसते अपनी कमर कस ली और दौड़ के लिए तैयार हो गए। जैसे ही सिग्नल मिला, दोनों स्पर्म्स अपनी पूरी ताकत से दौड़ पड़े। बीच-बीच में एक-दूसरे को चिढ़ाते और मस्ती करते हुए, वो आगे बढ़ते गए।
स्पर्म 2: "अरे! मेरे आगे मत आ, ये गलत है!"
स्पर्म 1: "सपने देखता रह! मैं एग के पास पहले पहुँचूंगा, और पापा बनने का ताज मेरे सिर होगा!"
स्पर्म 2: "देख लेना, फिनिश लाइन पर मैं ही मुस्कुरा रहा होऊंगा।"
दौड़ के अंत में दोनों स्पर्म्स एग के पास पहुंचते हैं, लेकिन तब तक एक तीसरा स्पर्म, जिसे किसी ने नोटिस ही नहीं किया था, चुपचाप एग तक पहले ही पहुँच गया था!
स्पर्म 1 और 2 (एक साथ): "अरे ये कहाँ से आ गया?!"
तीसरा स्पर्म मुस्कुराते हुए कहता है, "दोस्तों, ये तो सिर्फ शुरुआत है। असली खेल तो अभी बाकी है!"
कहानी का संदेश: कभी-कभी सबसे तेज़ या सबसे जोरदार नहीं, बल्कि सबसे चुपचाप और फोकस्ड स्पर्म ही जीतता है!