15/08/2025
PRP (प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा) थेरेपी – जोड़ों की मरम्मत के लिए
1. PRP क्या है?
PRP का मतलब है Platelet Rich Plasma — यानी आपके अपने खून से तैयार किया गया एक ऐसा सॉल्यूशन जिसमें प्लेटलेट्स की मात्रा सामान्य से कई गुना ज्यादा होती है।
प्लेटलेट्स में ग्रोथ फैक्टर्स होते हैं जो ऊतक (tissue) की मरम्मत और पुनर्निर्माण (regeneration) में मदद करते हैं।
2. PRP कैसे तैयार किया जाता है?
ब्लड सैंपल लेना – मरीज से लगभग 10–30 ml खून लिया जाता है।
सेंट्रीफ्यूज मशीन में घुमाना – इस मशीन में खून को तेज़ गति से घुमाकर लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC), सफेद रक्त कोशिकाएँ (WBC) और प्लाज़्मा को अलग किया जाता है।
प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा निकालना – ऊपर की परत से प्लेटलेट्स से भरपूर प्लाज़्मा निकाला जाता है।
इंजेक्शन की तैयारी – इसे तुरंत लक्षित जोड़ों में इंजेक्ट किया जाता है।
3. PRP जोड़ों में कैसे काम करता है?
ग्रोथ फैक्टर्स रिलीज़ → जोड़ों के क्षतिग्रस्त कार्टिलेज और टेंडन को रिपेयर करने का सिग्नल देते हैं।
सूजन कम करना → लंबे समय से चल रहे सूजन (chronic inflammation) को घटाते हैं।
कोलाजन उत्पादन बढ़ाना → जोड़ों को मजबूत और लचीला बनाते हैं।
हीलिंग प्रक्रिया तेज करना → शरीर की प्राकृतिक मरम्मत क्षमता को बढ़ाते हैं।
4. किन स्थितियों में PRP उपयोगी है?
ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) – घुटना, कंधा, कूल्हा आदि
लिगामेंट या टेंडन चोटें
खेल संबंधी चोटें (Sports injuries)
मेनिस्कस (Meniscus) डैमेज
पुराने जोड़ों का दर्द जहां दवाइयों से आराम नहीं मिल रहा
5. प्रक्रिया (स्टेप-बाय-स्टेप)
जोड़ों का क्लिनिकल और इमेजिंग मूल्यांकन (X-ray/MRI)
ब्लड कलेक्शन और PRP तैयार करना
स्थानीय एनेस्थीसिया (अगर जरूरी हो)
अल्ट्रासाउंड गाइडेंस से PRP का इंजेक्शन
इंजेक्शन के बाद आराम और हल्के व्यायाम की सलाह
6. लाभ
अपने ही शरीर के खून से, इसलिए एलर्जी या रिएक्शन का खतरा बहुत कम
स्टेरॉयड की तरह सिर्फ दर्द दबाता नहीं, बल्कि हीलिंग को बढ़ावा देता है
लंबा असर (कई महीनों तक सुधार दिख सकता है)
सर्जरी का विकल्प या सर्जरी को देर तक टालने में सहायक
7. सावधानियां
PRP के बाद 24–48 घंटे जोड़ों पर ज्यादा भार न डालें
इंजेक्शन साइट पर हल्की सूजन या दर्द हो सकता है (सामान्य है)
ब्लड थिनर दवा लेने वालों को पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए
संक्रमण या बुखार होने पर टालना चाहिए
8. PRP के बाद सुधार का समय
पहले 1–2 हफ्तों में हल्का सुधार
4–6 हफ्तों में दर्द और सूजन में कमी
3–6 महीनों में ऊतक की मरम्मत से बेहतर मूवमेंट