VEDIC LIFE PLUS PLUS Ayurvedic WELLness And HAPPIness Therapy Centre

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VEDIC LIFE PLUS PLUS Ayurvedic WELLness And HAPPIness Therapy Centre A Place For Holistic Health and Happiness. Special Therapies for root cause treatment of the Disease.

17/06/2025

जहाँ संयम है वहीं स्वास्थ्य से संगम है।

आँखों की देखभाल : आयुर्वेद और प्राकृतिक उपायों से नेत्र-सुरक्षा आज के समय में डिजिटल स्क्रीन, नींद की कमी, असंतुलित खानप...
17/06/2025

आँखों की देखभाल : आयुर्वेद और प्राकृतिक उपायों से नेत्र-सुरक्षा

आज के समय में डिजिटल स्क्रीन, नींद की कमी, असंतुलित खानपान और अनियमित जीवनशैली नेत्र संबंधी समस्याओं को बढ़ा रहे हैं। ऐसे में आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपायों से आँखों की देखभाल न सिर्फ आसान है बल्कि सुरक्षित भी है। आइये जानते हैं कुछ सरल और असरदार उपाय:

🔹 नेत्र-स्नान:
दिन में कई बार मुँह में पानी भरकर आँखों पर ठंडे और स्वच्छ जल के छींटे मारें। यह आँखों की ज्योति बढ़ाने और थकान दूर करने में मदद करता है। पढ़ाई या स्क्रीन यूज़ के बाद ठंडे पानी से आँखें धोना रामबाण है।

🔹 पानी में आँखें खोलना:
स्नान करते समय या किसी साफ बर्तन में आँखें डुबोकर खोलना-बंद करना नेत्ररोगों से बचाता है। यह उपाय प्राकृतिक स्रोत जैसे नदी या तालाब के जल से और भी असरदार होता है।

🔹 विश्राम देना:
थोड़े-थोड़े समय में आँखें बंद करके हथेलियों से ढँकें और अंधकार का ध्यान करें। यह तकनीक मानसिक तनाव दूर करती है और आँखों को आराम देती है।

🔹 आँखों की गति बनाए रखें:
पलकों को बार-बार झपकाना और आँखों को ज्यादा फाड़कर न देखना नेत्र-ज्योति बनाए रखने का प्राकृतिक उपाय है।

🔹 सूर्य किरणों का सेवन:
सुबह सूर्य की सफेद किरणों को बंद पलकों पर लेना, सिर व गर्दन को घुमाते हुए सूर्य स्नान करना आँखों की शक्ति बढ़ाता है।

🔹 नेत्र व्यायाम:
तेजी से पलकें झपकाना, एक आँख खोलना और दूसरी बंद करना, पलकों की उँगलियों से हल्की मालिश करना – ये सभी व्यायाम नेत्र स्नायु और रक्त संचार को मजबूत करते हैं।

🔹 सही पढ़ने का तरीका:
कम या तेज रोशनी में पढ़ना, लेटे हुए पढ़ना, सूरज या चंद्रमा को सीधे देखना नुकसानदेह है। किताब को आँखों से कम से कम 12 इंच दूर रखें।

🔹 सात्त्विक आहार:
कब्ज आँखों की कई बीमारियों की जड़ है। सुपाच्य भोजन, हरी सब्जियाँ, सलाद और संतुलित खानपान अपनाएँ। अधिक मिर्च, खटाई और तला हुआ भोजन न लें।

🔹 योग और प्राणायाम:
सर्वांगासन, जलनेति, प्रातः भ्रमण – ये सभी नेत्र स्वास्थ्य में सहायक हैं। हरी घास पर नंगे पैर टहलना आँखों के लिए लाभकारी माना गया है।

यह सब नियमित रूप से करें आँखें स्वस्थ रहेंगीं। यदि कोई बडी समस्या है तो आप संपर्क कर सकते हैं।

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15/06/2025

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VEDIC LIFE PLUS PLUS Ayurvedic WELLness And HAPPIness Therapy Centre
Sankat Mochan Market
Munnachak
Kankarbagh Near Rajendra Nagar Terminal
Patna 800020
083401 33663

Ravi Prakash Pandey

Ravi Prakash Pandey : Holistic Wellness Coach : MAATS Parivar

14/06/2025

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14/06/2025
आप क्या पीते हैं आम रस या    ***************पहले हम कहते थे कि आज आमरस बनाया है और आजकल कहते हैं कि मैंगो शेक बनाया है.....
14/06/2025

आप क्या पीते हैं आम रस या

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पहले हम कहते थे कि आज आमरस बनाया है और आजकल कहते हैं कि मैंगो शेक बनाया है... क्या फर्क है दोनों में...?

आमरस और मेंगो शेक में क्या अंतर होता है ?

क्या आमरस और मैंगो शेक एक ही होते हैं ?
ऐसा बिल्कुल नहीं है, अक्सर लोग सोचते है की आमरस हो या मैंगो शेक एक ही तो है ,लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.

क्या है गलतफहमी आमरस और मैंगो शेक के बीच. ?
मैं बचपन से यही सोचती थी,कि हिंदी में हम जिसे आमरस कहते है उसे इंग्लिश में मैंगो शेक (Mango shake) कहते है. और मै ही नहीं ज़्यादातर लोग यही सोचते है, तो इसी की पुष्टि करने हम मैंगो शेक की दुकान पर गए और देखा कि आखिर इसमें आम के अलावा और क्या सामग्री मिलाते है, तो मैंने पाया कि दुकान वाला आम के टुकड़ों के साथ ठंडा दूध मिलाता है और कुछ थोड़ा सा शुगर सिरप व बर्फ के टुकड़े मिलाता है और जूसर ब्लेंडर जार में डालकर घुमा देता है.
तकनीकी दृष्टि से तो आमरस भी मैंगो शेक ही है परंतु व्यवहार में मैंगो मिल्क शेक को मैंगो शेक कहते है. मैंगो शेक में आम के पल्प दूध, शक्कर और बर्फ को मिक्सी में चला कर बनाया जाता है.

दक्षिण भारत मे कुछ रेस्टोरेंट में दूध की जगह नारियल पानी या नारियल का दूध मिलाकर भी मेंगो शेक बनाते है.

वहीं दूसरी तरफ आमरस बनाने का तरीका बिल्कुल अलग है. आमरस बनाने के लिए अक्सर पके खट्टे मीठे आम का प्रयोग किया जाता है. आमरस आप अपने हाथों से पिलपिला करके दबाते हुए निचोड़ के बना सकते है. या आम के पल्प को पल्प को मिक्सी मे चला कर उसमे स्वादनुसार शक्कर और जब कभी बहुत मीठे आम हों तो हल्का सा नीबू भी डाला जा सकता है.

कुछ लोग नमक डालकर भी आमरस बनाते हैं. आमरस में इलायची पाउडर व सौंठ पाउडर भी मिलाते हैं.

अब आप ही बताइए कि क्या बेहतर है, आमरस या आम का मिल्क शेक ?

रवि प्रकाश पाण्डेय
होलिस्टिक वेलनेस कोच
पटना
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