
28/03/2025
*आज की ये संघर्ष केवल कुछ भासा के प्रतिनिधियों के व्यक्तिगत स्वार्थ या समर्पण के लिए नहीं है, ये लड़ाई बिहार के चिकित्सकों के सम्मान और गरिमा के लिए है!
आपलोगों को क्या ये उचित लगता है कि महीने भर काम करने के बाद वेतन के लिए हरेक बार गिर _गिराना पड़े??क्या आप अपने कंपाउंडर या ड्राइवर को भी काम करने के 4 महीने के बाद वेतन के लिए आरजू विनती करते देखे हैं???
इतनी पढ़ाई के बाद भी लोकल गुंडों ,कनीय पदाधिकारियों और मरीज के परिजन के द्वारा दुर्व्यवहार उचित लगता है???
क्या हम इतना स्वार्थी और निरीह हो गए हैं कि हम अपना मान सम्मान और गरिमा को गिरवी रख दिया है??
कितने चिकित्सक ऐसा भी देखने को मिल रहा है जो ये बोल रहे हैं कि वहां काम कर रहा है , वहां भी बंद करवाइए फिर हम भी शामिल होंगे! क्या ये आपका जिम्मेदारी नहीं है डॉक्टर साहेब??
अब बताइए जब आपके साथ दुर्व्यवहार होगा तो दूसरे भासा या अन्य संगठन को आप किस मुंह से बोलेंगे कि साथ दीजिए!
खुद के proffesion के साथ गद्दारी नहीं कीजिए डाक्टर साहब आप धरती के भगवान है,आप हरेक मरीज के लिए जीवन दाता हैं, कभी खुद के प्रोफेशन के लिए भी सोचिए*
आज जो भी चिकित्सक संगठन इस आंदोलन का समर्थन नहीं कर रहे हैं वो वस्तुतः खुद की नजरों में गिरे हुए हैं,🙏🙏