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Ayurvedic Neuro Hospital And Wellness Center Regarding ayurvedic Neuro therapy with panchkarma
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Hypertension can be influenced by various risk factors. Understanding how a sedentary lifestyle, obesity, excessive alco...
21/09/2025

Hypertension can be influenced by various risk factors. Understanding how a sedentary lifestyle, obesity, excessive alcohol consumption, smoking, and genetics play a role is crucial for prevention. Let’s take proactive steps towards better heart health!

Discover holistic healing with Ayurvedic treatment for skin diseases. Embrace natural remedies that promote overall well...
19/09/2025

Discover holistic healing with Ayurvedic treatment for skin diseases. Embrace natural remedies that promote overall wellness and vitality.

Living with chronic diarrhea can be challenging and uncomfortable. It's important to understand the causes, such as infe...
17/09/2025

Living with chronic diarrhea can be challenging and uncomfortable. It's important to understand the causes, such as infections, inflammatory bowel diseases, and certain medications. A**l fissures may occur due to the passing of hard stools or prolonged diarrhea, leading to pain and discomfort. Stay informed and seek medical advice if needed.
**lFissure

Find relief from panic attacks with gentle and effective Ayurvedic treatments. Prioritize your mental well-being today. ...
15/09/2025

Find relief from panic attacks with gentle and effective Ayurvedic treatments. Prioritize your mental well-being today.

World First Aid Day reminds us that timely help can save lives. First aid knowledge is not just a skill—it’s a responsib...
13/09/2025

World First Aid Day reminds us that timely help can save lives. First aid knowledge is not just a skill—it’s a responsibility we all share. Let’s spread awareness, learn the basics, and be prepared to act when it matters most.

Experience the power of Ayurveda in shedding excess weight through Panchkarma therapy. This holistic detox not only help...
11/09/2025

Experience the power of Ayurveda in shedding excess weight through Panchkarma therapy. This holistic detox not only helps in fat loss but also balances your body and mind for long-term health.

World Su***de Prevention Day, let’s remember that a single conversation can save a life. Mental health matters as much a...
10/09/2025

World Su***de Prevention Day, let’s remember that a single conversation can save a life. Mental health matters as much as physical health. Together, we can break the stigma, spread hope, and encourage seeking help. You are not alone support is always within reach.
***dePreventionDay

09/09/2025
Understanding pregnancy is essential for every expectant mother. A**l fissures can be a concern during this time, often ...
09/09/2025

Understanding pregnancy is essential for every expectant mother. A**l fissures can be a concern during this time, often caused by factors like constipation, hormonal changes, and increased pressure. Stay informed for a healthier journey.
**lFissure

🌿भुजंगासन करने की विधि, फायदे और सावधानियां।✅विधि अपने मेट पर पेट के बल सीधे लेट जाएं। अपनी दोनों हथेलियां को कंधे के ठी...
07/09/2025

🌿भुजंगासन करने की विधि, फायदे और सावधानियां।

✅विधि
अपने मेट पर पेट के बल सीधे लेट जाएं। अपनी दोनों हथेलियां को कंधे के ठीक नीचे रखें अब लंबी गहरी सांस भरकर अपने चेस्ट को उठाइए और रोक कर रखिए। जितनी देर आप रोक सकते हैं रोकिए फिर उसके बाद धीरे से सांस छोड़कर वापस आइए।
इस प्रकार इस आसन का अभ्यास 2 से 3 बार कीजिए।

✅फायदे
🔶यह कमर दर्द को ठीक करता है
🔶सर्वाइकल को ठीक करता है।
🔶 साइटिका दर्द को ठीक करता है
🔶पेट की चर्बी कम करता है।
🔶पीठ में लचीलापन लाता है।
🔶पेट की आंतरिक अंगों की मसाज करता है।
🔶शरीर में रक्त संचार की गति को बढ़ाता है।
🔶त्वचा रोगों को दूर करता है।
🔶मानसिक शांति प्रदान करता है।
🔶स्ट्रेस चिंता तनाव को दूर करता है।
🔶पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
🔶 नसों की गंदगी साफ करता है।
🔶प्रजनन तंत्र को मजबूत बनाता है।
🔶थायराइड ग्रंथि की समस्या को ठीक करता है।
🔶अस्थमा के रोगियों के लिए लाभकारी है।
🔶फेफड़ों की क्षमता का विस्तार करता है।
🔶हृदय को स्वस्थ बनाता है।

⛔सावधानियां 🚫
❌हर्निया के रोगियों के लिए वर्जित है।
❌गर्भवती महिलाओं को इसका अभ्यास नहीं करना है।
❌आपका किसी प्रकार का ऑपरेशन हुआ है पेट का तो उनको यह नहीं करना है।
डॉ पीके वर्मा
आयुर्वेदिक न्यूरो हॉस्पिटल पयागपुर बहराइच उप
097398 73512

 #कनकासव ........एक आयुर्वेदिक हर्बल सिरप है, जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र से संबंधित समस्याओं के उपचार में उपयोग किया जा...
07/09/2025

#कनकासव ........
एक आयुर्वेदिक हर्बल सिरप है, जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र से संबंधित समस्याओं के उपचार में उपयोग किया जाता है। यह तरल रूप में उपलब्ध एक बहु-हर्बल फॉर्मूलेशन है, जो विभिन्न औषधीय जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक अवयवों से तैयार किया जाता है। इसका उपयोग विशेष रूप से अस्थमा, पुरानी खांसी, ब्रोंकाइटिस, और अन्य श्वसन संबंधी विकारों में लाभकारी माना जाता है। नीचे कनकासव सिरप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है, जिसमें इसके घटक, फायदे, उपयोग विधि, खुराक, सावधानियां, और संभावित नुकसान शामिल हैं।
🕎.कनकासव सिरप के मुख्य घटक
कनकासव में कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और प्राकृतिक अवयव शामिल होते हैं, जो इसके औषधीय गुणों को बढ़ाते हैं। सामान्य रूप से इसमें निम्नलिखित घटक पाए जाते हैं:
▪️धतूरा (Datura metel): श्वसन तंत्र को शांत करने और कफ को ढीला करने में मदद करता है।
▪️मुलेठी (Glycyrrhiza glabra): गले की खराश और खांसी को कम करने में सहायक।
▪️सौंठ (Zingiber officinale): पाचन और श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।
▪️पिपली (Piper longum): श्वसन मार्ग को साफ करने और कफ निष्कासन में मदद करती है।
▪️नागकेसर (Mesua ferrea): सूजन को कम करने और श्वसन तंत्र को मजबूत करने में सहायक।
▪️धातकी पुष्प (Woodfordia fruticosa): किण्वन प्रक्रिया में मदद करता है और दवा की प्रभावशीलता बढ़ाता है।
▪️भारंगी (Clerodendrum serratum): श्वसन संबंधी समस्याओं में प्रभावी।
▪️तालिसपत्र (Abies webbiana): खांसी और सर्दी में राहत देता है।
▪️शहद: प्राकृतिक मिठास और औषधीय गुण प्रदान करता है।
▪️शर्करा (चीनी): सिरप को स्वादिष्ट बनाता है और औषधीय अवयवों को संरक्षित करता है।
▪️मुनक्का (Vitis vinifera): पौष्टिक और श्वसन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी।
इन घटकों का संयोजन कनकासव को एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक दवा बनाता है, जो श्वसन और अन्य संबंधित समस्याओं में प्रभावी ढंग से काम करता है।
🧘‍♂️.अस्थमा (दमा): कनकासव अस्थमा के लक्षणों जैसे सांस की तकलीफ, घरघराहट और छाती में जकड़न को नियंत्रित करने में सहायक है। यह ब्रोंकियल मार्गों को फैलाता है, फेफड़ों में हवा के प्रवाह को बढ़ाता है और अतिरिक्त बलगम को निकालता है, जिससे सांस लेना आसान होता है। यह वात और कफ दोषों को संतुलित करके कार्य करता है।
🗣️.खांसी (कास रोग): यह उत्पादक खांसी (बलगम वाली खांसी), लगातार खांसी और सर्दी-जुकाम से जुड़ी खांसी में प्रभावी है। कनकासव कफ निष्कासक (एक्सपेक्टोरेंट) के रूप में कार्य करता है, जो श्वसन मार्ग से अतिरिक्त बलगम को निकालता है और खांसी के दौरों को शांत करता है। यह सर्दी, गले में खराश और फ्लू से जुड़ी खांसी में भी राहत प्रदान करता है।
🫁.ब्रोंकाइटिस (श्वसनी शोथ): ब्रोंकाइटिस में यह अतिरिक्त बलगम स्राव को नियंत्रित करता है, श्वसन मार्ग की भीड़ को कम करता है और सूजन को घटाता है। यह ब्रोंकोडाइलेटर (श्वसन मार्ग फैलाने वाला) और एंटी-स्पैस्मोडिक (ऐंठन रोधी) गुणों से युक्त है, जो पुरानी श्वसन समस्याओं में उपयोगी है।
➕.काली खांसी (व्हूपिंग कफ): यह काली खांसी (पर्टुसिस) में सहायक है, जहां यह खांसी के गंभीर दौरों को कम करता है और श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है।

◼️.राइनाइटिस (नाक की सूजन) और एलर्जिक राइनाइटिस: नाक से असामान्य स्राव, एलर्जी से जुड़ी नाक की समस्याओं और मौसमी फ्लू में यह उपयोगी है। यह एंटी-एलर्जिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से सूजन को कम करता है।

🔹लगातार हिचकी: 24 घंटे से अधिक समय तक चलने वाली हिचकी में यह शामक (सेडेटिव) गुणों से राहत प्रदान करता है।

🔸.पुराना बुखार (क्रॉनिक फीवर): यह पुराने बुखार को कम करने में मदद करता है, पाचन को सुधारता है और अम (विषाक्त अवशेष) के निर्माण को रोकता है।

🔺.रक्तस्राव संबंधी विकार (हेमरेज): रक्तस्रावी रोगों और फेफड़ों की चोट में यह उपयोगी है।
☑️.दर्द निवारक उपयोग: पित्ताशय की पथरी (बिलियरी कोलिक) और गुर्दे की पथरी (रेनल कोलिक) में दर्द से राहत प्रदान करता है। अन्य दवाओं के साथ संयोजन में इसका उपयोग बढ़ाया जा सकता है।
अन्य फार्माकोलॉजिकल गुण:
▪️ब्रोंकोडाइलेटर: श्वसन मार्ग फैलाता है।
▪️एक्सपेक्टोरेंट: बलगम निकालता है।
▪️एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जिक: सूजन और एलर्जी कम करता है।
▪️इम्यूनोमॉड्यूलेटरी: प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
▪️एंटी-स्पैस्मोडिक: ऐंठन रोधी।

🥣.उपयोग विधि और खुराक
कनकासव सिरप का सेवन चिकित्सक की सलाह के अनुसार करना चाहिए। सामान्य दिशानिर्देश इस प्रकार हैं:
✅.खुराक: वयस्कों के लिए सामान्य खुराक 10-20मिलीलीटर (2-4 चम्मच) दिन में दो बार, सुबह और शाम।
✅.सेवन का समय: इसे भोजन के बाद लेना बेहतर होता है।
✅.मिश्रण: सिरप को बराबर मात्रा में पानी के साथ मिलाकर लिया जाता है।
✅.अवधि: उपयोग की अवधि रोगी की स्थिति और चिकित्सक की सलाह पर निर्भर करती है। गंभीर स्थिति में खुराक को दिन में 4 बार तक बढ़ाया जा सकता है, लेकिन केवल चिकित्सक के परामर्श से।
✍️नोट: बच्चों, गर्भवती महिलाओं, और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
❎.सावधानियां......
कनकासव सिरप का उपयोग करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
📌.चिकित्सक की सलाह: हमेशा आयुर्वेदिक चिकित्सक या डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन करें।
📌.अतिसंवेदनशीलता: यदि आपको इसके किसी घटक से एलर्जी है, तो इसका उपयोग न करें।
📌.अधिक मात्रा से बचें: निर्धारित खुराक से अधिक लेने से बचें, क्योंकि यह नुकसानदायक हो सकता है।
📌.गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका उपयोग बिना चिकित्सकीय सलाह के नहीं करना चाहिए।
📌.शराब के साथ सेवन: शराब के साथ इसका सेवन करने से उनींदापन बढ़ सकता है, इसलिए इससे बचें।
📌.पुरानी बीमारियां: यदि आपको मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या अन्य पुरानी बीमारियां हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें, क्योंकि इसमें शर्करा और अन्य घटक हो सकते हैं जो इन स्थितियों को प्रभावित कर सकते हैं।
⚠️. नुकसान और दुष्प्रभाव
कनकासव सिरप को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ मामलों में निम्नलिखित दुष्प्रभाव हो सकते हैं:
▪️पेट से संबंधित समस्याएं: अधिक मात्रा में सेवन से पेट में जलन या अपच हो सकता है।
▪️एलर्जी: कुछ लोगों को इसके घटकों से एलर्जी हो सकती है, जिसके लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते, खुजली, या सूजन शामिल हो सकती है।
▪️नींद या सुस्ती: धतूरा जैसे घटकों के कारण कुछ लोगों को उनींदापन महसूस हो सकता है।
▪️गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम: बिना चिकित्सकीय सलाह के उपयोग से गर्भावस्था में जटिलताएं हो सकती हैं।
🚸.निष्कर्ष
कनकासव सिरप एक प्रभावी आयुर्वेदिक दवा है, जो श्वसन संबंधी समस्याओं जैसे अस्थमा, खांसी, और ब्रोंकाइटिस के उपचार में उपयोगी है। इसके प्राकृतिक घटक इसे एक सुरक्षित विकल्प बनाते हैं, बशर्ते इसे सही खुराक और चिकित्सक की सलाह के साथ लिया जाए। हालांकि, इसका उपयोग करने से पहले अपनी स्वास्थ्य स्थिति और किसी भी एलर्जी के बारे में डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। यदि आपको कोई दुष्प्रभाव दिखाई दे, तो तुरंत उपयोग बंद करें और चिकित्सक से संपर्क करें।

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07/09/2025

Did you know? Diabetes increases your risk of heart disease. But the good news is, you can lower that risk by keeping your blood glucose levels within the recommended range. Prioritize your health and protect both your heart and your overall well-being.

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