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जिसके जीवन में भी बड़ी समस्या चल रही हो , वह अपने बारे में या अपनी समस्या के बारे में मुझे पहले ही कुछ ना बताए । ये बतान...
04/08/2025

जिसके जीवन में भी बड़ी समस्या चल रही हो , वह अपने बारे में या अपनी समस्या के बारे में मुझे पहले ही कुछ ना बताए । ये बताना मेरा काम है , आपने बस अपनी बर्थ डिटेल्स मुझे whatsp करनी है। Whatsp number 9041032215
दक्षिणा - 1100
फ्री वाले कृपया दूर रहें । जय महाकालकाली

झूठ बोलने का चमत्कार । ❤️
30/07/2025

झूठ बोलने का चमत्कार । ❤️

28/07/2025

नेकी कर दरिया में डाल
Highlightsss

जिन जिन मित्रों को इस पोस्ट पर मै टैग कर रहा हूँ , उनसे प्रार्थना है कि  वीडियो पूरा देखें और , वीडियो में मैंने आज गुरू...
10/07/2025

जिन जिन मित्रों को इस पोस्ट पर मै टैग कर रहा हूँ , उनसे प्रार्थना है कि वीडियो पूरा देखें और , वीडियो में मैंने आज गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर बस आपकी एक प्रतिक्रिया , दक्षिणा स्वरुप माँगी है । बस आप अपना आशीर्वाद एक् कमेंट के रूप मे अवश्य दें । 🙏

https://www.facebook.com/share/p/19oPto6xXb/

जीवन की हर इच्छा को पूर्ण करने की शक्ति है स्वर्णाकर्षण भैरव शाबर साधना में । #गुरुपूर्णि....

09/07/2025
मंगल ग्रह की One Way Journey पर निकली 23 साल की एलिसा कार्सन: न वापसी की तैयारी, न डर — बस मिशन मानवता..एक तरफ़ हम छुट्ट...
08/07/2025

मंगल ग्रह की One Way Journey पर निकली 23 साल की एलिसा कार्सन: न वापसी की तैयारी, न डर — बस मिशन मानवता..

एक तरफ़ हम छुट्टियाँ प्लान कर रहे हैं… दूसरी ओर एक लड़की हमेशा के लिए धरती छोड़ने को तैयार है

सोचिए… जब हममें से ज़्यादातर लोग सप्ताहांत पर कहीं घूमने की सोच रहे होते हैं, तब 23 साल की एलिसा कार्सन (Alyssa Carson) ऐसा निर्णय ले चुकी हैं जो शायद दुनिया की सबसे साहसी यात्राओं में से एक है।
एलिसा दुनिया की वो पहली इंसान बनने की ओर अग्रसर हैं, जो मंगल ग्रह (Mars) पर जाने के मिशन का हिस्सा होंगी — और जो शायद कभी लौटकर नहीं आएंगी।

क्या है One Way Mars Mission?

मंगल ग्रह पर इंसानी जीवन की संभावनाएं तलाशने के लिए कई स्पेस एजेंसियां काम कर रही हैं। इनमें से कुछ मिशन ऐसे भी हैं, जिन्हें One Way Mission कहा जाता है — यानी जाने का टिकट है, पर वापसी की कोई योजना नहीं। एलिसा कार्सन इसी तरह के दीर्घकालिक अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा बनने की तैयारी कर रही हैं। यह मिशन न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से, बल्कि मानवता के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

कौन हैं Alyssa Carson?

एलिसा कार्सन अमेरिका की एक युवा वैज्ञानिक और एस्ट्रोनॉट इन ट्रेनिंग हैं। उन्होंने नासा के स्पेस कैंप्स में सबसे कम उम्र में भाग लिया। 12 साल की उम्र से ही उन्हें स्पेस ट्रैवल का सपना था। उन्होंने साइंटिफिक रिसर्च, स्पेस फिजियोलॉजी और एस्ट्रोबायोलॉजी की पढ़ाई की । वे अब तक सभी 14 NASA स्पेस सेंटर का दौरा कर चुकी हैं उनका सपना है — पहली इंसान बनना जो मंगल ग्रह की सतह पर कदम रखे।

“वापसी की कोई गारंटी नहीं, लेकिन इंसानियत की प्रगति की उम्मीद ज़रूर है” – एलिसा

एलिसा का कहना है कि “मुझे मालूम है कि ये मिशन One Way हो सकता है।
लेकिन अगर मेरी वजह से भविष्य में लाखों लोग मंगल पर सुरक्षित पहुँच पाएं — तो यह बलिदान ज़रा भी बड़ा नहीं है।”

क्या हम इतनी हिम्मत दिखा सकते हैं?

23 साल की उम्र में, जब ज़्यादातर युवा जीवन की शुरुआत कर रहे होते हैं — एलिसा अपनी ज़िंदगी का आखिरी पड़ाव तय कर चुकी हैं।

वो न तो शादी की योजना बना रही हैं,
न परिवार का सपना देख रही हैं,
न रिटर्न टिकट की चिंता है…
बस एक मिशन है — मानव इतिहास को नए ग्रह तक पहुँचाना।

यह केवल विज्ञान नहीं, इंसानी जज़्बे की ऊँचाई है

एलिसा की कहानी हमें ये सोचने पर मजबूर करती है:

क्या हममें इतना साहस है कि अपने सपनों के लिए सबकुछ छोड़ सकें?

क्या विज्ञान और मानवता के नाम पर इतना बड़ा बलिदान देना संभव है?

क्या हम अपने आराम से बाहर निकलकर कुछ ऐसा कर सकते हैं जो आने वाली पीढ़ियों को रास्ता दिखाए?

निष्कर्ष: एलिसा कार्सन – नाम नहीं, इंसानियत का प्रतीक

एलिसा कार्सन सिर्फ एक नाम नहीं, वो हमारे समय की वो प्रेरणा हैं जो यह बताती हैं कि विज्ञान, साहस और समर्पण मिलकर इतिहास रच सकते हैं। उनकी One Way Trip केवल अंतरिक्ष की नहीं — बल्कि इंसान की सीमाओं से परे जाने की यात्रा है। तो सवाल सिर्फ एलिसा से नहीं, हम सब से है:
“क्या तुम जा पाओगे मंगल… बिना वापसी के?”

08/07/2025

देखिये हमारा रहन सहन और सामाजिक संरचना कैसे हमारे जीन और शारीरिक रचना पर असर डालती है

वैज्ञानिक शोध में ये साबित हुआ है कि वर्ष 2029 तक तमाम दुनिया के पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हर्मोन की मात्रा 70 के दशक के मर्दों की तुलना में 50% तक कम होगी.. मतलब जो हार्मोन मर्द को मर्द बनाता है वो आने वाली पीढ़ी में पुरानी पीढ़ी का आधा होगा और ये हर वर्ष 1% की दर से गिरता जा रहा है

मर्दों को आप जितना घरेलू बनाते चले जायेंगे, वो अपनी मर्दानगी खोते चले जायेंगे.. और आने वाले समय में मेडिकल साइंस आपको स्पर्म बैंक में शुक्राणु बेचता मिलेगा और आप खेरीदेंगे, और आप ये समझेंगे कि ये तो बड़ी नार्मल बात है.. कवि और कवित्रियाँ आपको कवितायेँ लिखकर समझायेंगे कि टेस्टोस्टेरोन वाले मर्द कितने खतरनाक होते थे और उन्होंने ने ही औरतों पर ज़ुल्म किये और दुनिया बर्बाद कर दी

रिसर्च में डॉक्टर बता रहे हैं कि मर्दों में घटते टेस्टोस्टेरोन का असल कारण नहीं पता चल पाया है.. कैसे पता चलेगा इन्हें जब यही डॉक्टर बच्चे के पिता को प्रेगनेंसी और उसके बाद अपनी पत्नी और बच्चे को संभालने के लिए क्रेश कोर्स करवाते हैं, डकार दिलवाना, डायपर बदलना से लेकर अपनी पत्नी के बगल में लेट कर उसकी माहवारी का दर्द भी महसूस करने की ट्रेनिंग देते हैं.. कहीं कहीं तो मर्दों की छाती में प्लास्टिक का स्तन लगा कर उसमे से बोतल वाला दूध पिलाने की भी ट्रेनिंग देते हैं और कहते हैं कि इस से पिता और बच्चे में अच्छा कनेक्शन बनता है

भावनाओं के नाम पर पूरी की पीढ़ी हम बर्बाद करने पर लगे हुवे हैं.. औरतें, मर्द बनने को आतुर दिखती है और वो मर्दों को जितना हो सके औरत बनाने की कोशिश करती हैं.. मगर फिर उसी मर्द में अगर “आक्रामकता” की कमी हो तो वो बाहर दूसरा ढूँढने लगती हैं और हमारा कानून “पीरियड का दर्द” समझने वाले उस बेचारे मर्द को ये हुक्म देता है कि “अब तू इसका सारी उम्र खर्चा उठा”, और ये अपनी मर्ज़ी से रहेगी किसी “आक्रामक मर्द” के साथ

सारा सिस्टम और संस्थाएं मर्दों की पूरी नस्ल को “बधिया” करने में और औरतों को “मर्दाना” बनाने में जुटी हैं.. इसलिए अपने लड़कों को लडको की तरह पालिए और अपनी बेटियों को बेटी की तरह.. बेटी बेटा नहीं है और न ही बेटा बेटी.. इस पीढ़ी को कृपया “भ्रमित” मत कीजिये.. अनुवांशिकी आपके बच्चों के सारे हार्मोन बदल डालेगी अगर आप भ्रमित होकर अपने बच्चों को पालेंगे और उन्हें बेवकूफी भरी भावनाएं और अप्राकृतिक चोचलों में फंसाए रहेंगे

~सिद्धार्थ ताबिश

08/07/2025

महाराजा दशरथ को जब संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तब वो बड़े दुःखी रहते थे...पर ऐसे समय में उनको एक ही बात से हौंसला मिलता था जो कभी उन्हें आशाहीन नहीं होने देता था...

और वह था श्रवण के पिता का श्राप....!!

दशरथ जब-जब दुःखी होते थे तो उन्हें श्रवण के पिता का दिया श्राप याद आ जाता था... (कालिदास ने रघुवंशम में इसका वर्णन किया है)

श्रवण के पिता ने ये श्राप दिया था कि ''जैसे मैं पुत्र वियोग में तड़प-तड़प के मर रहा हूँ वैसे ही तू भी तड़प-तड़प कर मरेगा.....''

दशरथ को पता था कि ये श्राप अवश्य फलीभूत होगा और इसका मतलब है कि मुझे इस जन्म में तो जरूर पुत्र प्राप्त होगा.... (तभी तो उसके शोक में मैं तड़प के मरूँगा)

यानि यह श्राप दशरथ के लिए संतान प्राप्ति का सौभाग्य लेकर आया...!!

ऐसी ही एक घटना सुग्रीव के साथ भी हुई....

वाल्मीकि रामायण में वर्णन है कि सुग्रीव जब माता सीता की खोज में वानर वीरों को पृथ्वी की अलग - अलग दिशाओं में भेज रहे थे.... तो उसके साथ-साथ उन्हें ये भी बता रहे थे कि किस दिशा में तुम्हें कौन सा स्थान या देश मिलेगा और किस दिशा में तुम्हें जाना चाहिए या नहीं जाना चाहिये....

प्रभु श्रीराम सुग्रीव का ये भगौलिक ज्ञान देखकर हतप्रभ थे...

उन्होंने सुग्रीव से पूछा कि सुग्रीव तुमको ये सब कैसे पता...?

तो सुग्रीव ने उनसे कहा कि... ''मैं बाली के भय से जब मारा-मारा फिर रहा था तब पूरी पृथ्वी पर कहीं शरण न मिली... और इस चक्कर में मैंने पूरी पृथ्वी छान मारी और इसी दौरान मुझे सारे भूगोल का ज्ञान हो गया....''

अब अगर सुग्रीव पर ये संकट न आया होता तो उन्हें भूगोल का ज्ञान नहीं होता और माता जानकी को खोजना कितना कठिन हो जाता...

इसीलिए किसी ने बड़ा सुंदर कहा है :-

"अनुकूलता भोजन है, प्रतिकूलता विटामिन है और चुनौतियाँ वरदान है और जो उनके अनुसार व्यवहार करें....वही पुरुषार्थी है...."

ईश्वर की तरफ से मिलने वाला हर एक पुष्प अगर वरदान है.......तो हर एक काँटा भी वरदान ही समझें....

मतलब.....अगर आज मिले सुख से आप खुश हो...तो कभी अगर कोई दुःख विपदा, अड़चन आ जाए...तो घबरायें नहीं.... क्या पता वो अगले किसी सुख की तैयारी हो !

्री_राम 🚩

 #सुप्रभात्मुंबई की एक होटल कंपनी के मालिक ने अपने ग्राहकों के सामने एक शर्त रखी कि मगरमच्छों से भरे तालाब में जो आदमी म...
08/07/2025

#सुप्रभात्

मुंबई की एक होटल कंपनी के मालिक ने अपने ग्राहकों के सामने एक शर्त रखी कि मगरमच्छों से भरे तालाब में जो आदमी मगरमच्छों से बचकर बाहर निकल जाएगा उसको 5 करोड रुपए इनाम के तौर पर दिया जाएगा और अगर उस आदमी को मगरमच्छ ने खा लिया तो उसके परिवार को दो करोड रुपया दिया जाएगा...

यह सुनकर सभी लोग भयभीत हो गए !
किसी में इतनी हिम्मत नहीं थी कि
वह तालाब में कूद सके !

तभी एक जोरदार आवाज आती है...........
लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया,
यह क्या,
*किसी आदमी ने तालाब में छलांग लगा दी थी !*

लोगों की सांसे थम गई
और सभी लोग उस आदमी की तरफ देखने लगे !

वह आदमी पूरी तरह से
तालाब में जद्दोजहद कर रहा था !

बिजली की फुर्ती से,
वह पानी को चीर कर आगे बढ़ रहा था !

सभी लोग उसको बहुत ध्यान से देख रहे थे !

अब यह आदमी
मगरमच्छ का निवाला बनेगा !
वह देखो मगरमच्छ उस आदमी के पीछे !

मगर उस आदमी ने हिम्मत नहीं हारी
वह पूरी तरह जद्दोजहद कर रहा था बाहर निकलने की !
*तभी वह आदमी पानी को चीरता हुआ, दूसरे किनारे से बाहर निकल जाता है !*

उस आदमी को
पूरी तरह सांस भी नहीं आ रही थी !
सभी लोग भाग कर उसकी तरफ गए !
लोगों ने ताली बजाना शुरू कर दिया !

जब उस आदमी को
थोड़ा होश आया
और उसे पता चल गया
कि वह करोड़पति बन गया है,
उसके मुंह से पहली आवाज निकली,
*''पहले यह बताओ मुझे धक्का किसने दिया था ?''*

*तभी तलाब के पास खड़ी भीड़ में, एक औरत ने हाथ खड़ा किया!*

*वह औरत, उस आदमी की बीवी थी !*
उसने कहा,
''तुम काम के तो हो नहीं,
अगर बच गए तो 5 करोड़,
मर जाते तो दो करोड़
दोनों तरफ,
फायदा तो मुझे ही होना था !''

*तब से यह कहावत बन गई,
''एक कामयाब व्यक्ति के पीछे,
एक औरत का हाथ होता है''

😂 😂😂 😂😂 😂😂 😂😂 😂

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