20/09/2024
"काश "
एक ऐसा शब्द जो अफ़सोस, को अफ़सोस प्रतीत होने नहीं देता.
इसलिए अब शायद इस शब्द के उपयोग और मायने दोनों बदल गए हैं
"काश "- एक ऐसा शब्द जो किसी वाक्य में जुड़ जाए तो आपकी कमी किसी और पे पूरी तरह लद जाती है और आपकी आज़ादी पक्की समझो.
काश मौसम ठीक होता.
काश Sunday gym खुला रहता.
काश मुझे थोड़ा और समय मिल पाता
काश GYM पास होता
काश फीस कम होता
काश एक अच्छा पार्टनर मिलजाता
काश मेरी संगती सही रही होती
काश ये मुझे कोई पहले बताता...
आपके अंतहीन बहानो के पीछे एक यही शब्द तो है- "काश"
पर ये काश आपको कभी वह बनने नहीं देगा जो आप बन सकते थे.
मुझे बाकी field का तो पता नहीं, पर हाँ अगर आपके जीवन में आपके FITNESS में कही ये "काश" - भाई साहब आ रहे हो तो,
मैं आपकी ज़रूर कुछ मदद कर सकता हूँ. आप बेझिझक मुझे 9039029033 पर WhatsApp कर सकते हैं.
अब आगे भविष्य में ये मत कहियेगा, के "काश मैं ये मैसेज पढ़ कर अपने फिटनेस के लिए उस दिन एक कदम उठाया होता ..."
इसलिए जो, जहाँ, जितना, जैसे हो
शुरू कीजिये. अभी के अभी.
" काश "हटाओगे, तो ज़रूर आकाश छू पाओगे.
To get fit the right way
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