26/07/2025
https://youtube.com/shorts/lc-GBOdB6No?feature=share मुँहासे (Acne) एक सामान्य त्वचा रोग है जो तब होता है जब आपके चेहरे या शरीर के अन्य हिस्सों में त्वचा के छिद्र (रोमछिद्र) तेल, मृत त्वचा कोशिकाओं या बैक्टीरिया से बंद हो जाते हैं। इससे ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स, फुंसियां, या सिस्ट जैसे विभिन्न प्रकार के उभार हो सकते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, मुँहासे का प्रमुख कारण*; अग्नि (किसी के शरीर में पाचन अग्नि) की हानि है जो सभी तीन दोषों के असंतुलन की ओर जाता है, मुख्य रूप से पित्त दोष , जो रक्त और वसा के ऊतकों को और खराब करता है।
शरीर में पानी और विटामिन A की कमी से चेहरे पर पिंपल्स निकल आते हैं।
हार्मोनल मुँहासे त्वचा पर फुंसियों का कारण बनते हैं। ये आपकी त्वचा पर घावों या उभारों के रूप में दिखाई देते हैं, जिनका इलाज न करने पर लाल, सूजे हुए, दर्दनाक और पीड़ादायक हो सकते हैं।
मध्यम से गंभीर मुँहासे और अनुपचारित मुँहासे, घावों के स्थान पर निशान छोड़ सकते हैं।
मुँहासे विभिन्न कारकों के कारण हो सकते हैं। मुँहासे मृत त्वचा कोशिकाओं और तेल के जमाव के कारण होते हैं। इससे त्वचा पर फुंसी या गांठ बन जाती है। बंद रोमछिद्रों में बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे सूजन और लालिमा हो सकती है।
चेहरे पर पिंपल लड़के और लड़कियों को एक समान ही परेशान करते हैं। इसके लिए आप कुछ उपायों का पालन कर सकते हैं जैसे -
सही स्किनकेयर रूटीन
मुंहासों को न छेड़ें
प्रॉपर डाइट लें
ऑयल फ्री प्रोडक्ट यूज़ करें
अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं
जिन लोगों को मुंहासों का बार-बार प्रकोप दिखाई देता है, उन्हें तैलीय, मसालेदार, खट्टे और किण्वित खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
इसके अतिरिक्त आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। वह आपकी मदद कर सकते हैं। मुँहासे एक त्वचा संबंधी समस्या है और आयुर्वेद मुँहासे के इलाज के लिए एक सुरक्षित विकल्प है।
कई प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ और घरेलू उपचार हैं जो मुँहासे की समस्या को ठीक करने में मदद करते हैं।
परामर्श व उपचार के लिए संपर्क:
डॉ प्रदीप कुमार प्रधान
एम.एस. पी.एच.डी.(आयु)
सलाहकार सर्जन एवं आयुर्वेद विशेषज्ञ
10+ वर्षों का सफल चिकित्सकीय अनुभव
आयुकल्प पाइल्स केयर एवं पंचकर्म केंद्र
कुशालपुर चौक रोड चंगोराभाठा
रायपुर छ.ग
सम्पर्क: 74704 68077,
99079 30733,
93436 35880