15/07/2023
चिमाजी अप्पा
त्रयम्बकेश्वर मंदिर ( नाशिक) के बाहर स्थित यह घंटा सामान्य नही है । यह घंटा हिंदुओ की पुर्तगलियों में जीत का सबूत है । गोवा में स्थित पुर्तगलियों को छत्रपति शिवाजी और छत्रपति संभाजी भी कड़ी टक्कर नही दे सकें थें । पुर्तगलियों के अत्याचार से त्रस्त हिंदुओं को बचाने वाले महान योद्धा चिमाजी अप्पा हैं। महान पेशवा बाजीराव के छोटे भाई ब्राह्मण रत्न चिमाजी अप्पा साहस,वीरता ,रणनीति और धर्म पालन में अपने बड़े भाई बाजीराव से भी बढ़कर थें । बाजीराव के हर युद्ध में रणनीतिकार की भूमिका चिमाजी अप्पा की रहती थी, महत्वपूर्ण मालवा क्षेत्र को भी पेशवा बाजीराव , चिमाजी अप्पा के ही सहायता से जीत पाएं थें ।
चिमाजी अप्पा ने पुर्तगलियों से उस वसई को भी जीता था जिसको जीतने के लिए अन्य कोई सोच भी नही सकता था । चिमाजी अप्पा ने पुर्तगलियों से विजय स्वरूप पाँच घंटों को लाएं थे जो पुर्तगलियों के किलों की शान थे । उन पाँच घंटों में पुर्तगलियों का चिन्ह भी है जिसे आप नीचे फ़ोटो में देख सकते हैं ।
चिमजी अप्पा ब्राह्मणोचित कर्तव्य का पालन करते हुए प्रतिदिन संध्या भी करते थें और रुद्राभिषेक भी। शराब ,माँस, और लड़की को कभी भी अप्पा ने हाँथ नही लगाया ।