18/05/2017
घुटने की ओस्टियो आर्थरायटिस के लिए व्यायाम:
मुख्यतया दो प्रकार के व्यायाम किये जाते हैं.
पहले तो वे व्यायाम जिनसे घुटने पर कार्य करने वाली मांसपेशियों में ताकत बढे. ये व्यायाम मांसपेशियों की ताकत बढ़ने से व्यक्ति की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं. कार्टिलेज पर पड़ने वाले दबाव को कम करते हैं और कार्टिलेज और हड्डी का घिसना कम करते हैं.
दूसरे वो व्यायाम हैं जिन्हें स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कहते हैं. ये व्यायाम मांसपेशियों में अकडन (स्पाज्म) दूर करते हैं. जिससे दर्द में राहत मिलती है. साथ ही ये व्यायाम जोड़ की रेंज ऑफ़ मूवमेंट को बनाये रखते हैं और विकृति के स्थायी होने से बचाते हैं. केप्सूल में कांट्रेक्चर रोकते हैं.
MUSCLE STRENGTHNING EXERCISES:
जब हम घुटने के दर्द के लिए इस प्रकार के व्यायाम कर रहे हैं तो यह ध्यान रखना आवश्यक है कि कार्टिलेज में खराबी प्रारंभ हो चुकी है और ये व्यायाम उसपर अधिक दबाव न डालें. वरना कार्टिलेज और अधिक डेमेज हो सकती है. इसमें ऐसी कसरते कि जा सकती हैं जिसमे घुटने का मूवमेंट कम से कम हो.
QUADRICEPS STRENGTHNING:
1. सीधे लेट जाइए और पैर को सीधा बिस्तर से बिना घुटना मोडे २ या 3 इंच उठाइए. फिर पैर को नीचे बिस्तर तक ले जाइए. यह प्रक्रिया १० बार दोहराएँ.
2. पैर को बिना उठाये भी ये कसरत की जा सकती है इसमें पैर को सीधा रख कर एक छोटा तौलिया घुटने के नीचे रख लें. जांघ की मांसपेशी को संकुचित करें. इससे घुटने कि कटोरी कुछ ऊपर की तरफ खिचेगी. कुछ क्षण रोक कर इसे ढीला छोड़ दें. यह प्रक्रिया १० तक दोहराएँ.
उपरोक्त दोनों कसरतें कार्टिलेज पर प्रभाव डाले बिना quadriceps muscle की ताकत बढाती हैं.
3. एक और व्यायाम है परन्तु यह केवल तभी किया जाना उचित होगा जब कार्टिलेज डैमेज न्यूनतम हो. इसमें किसी ऊंचे स्थान पर पैर लटका कर बैठ जाइए. घुटने को सीधा करते हुए पंजे को ऊपर उठायें, पूरा सीधा होने पर फिर नीचे ले जाएँ. इस प्रक्रिया को २० बार दोहराएँ.
उपरोक्त सभी कसरतों का असर तभी देखने को मिलेगा जब ये कसरतें लगातार कही सप्ताहों तक की जाएँगी. शुरू में १० रिपिटिशन काफी हैं. धीरे धीरे बढ़ाते हुए २० - २० के 5 से 10 सेट करना ठीक रहेगा.