
10/08/2025
मानसिक अशांति का कारण क्या है? आज की जिंदगी मे कारण खोजने का समय ही किसी के पास नही है। हर अशांति के बाद अगले दिन हम पुनः नई अशांति की तलाश में अपने आप को डुबो देते है। फिर लगातार ये प्रक्रिया हमे एक ऐसी अवस्था मे लाके खड़ी कर देती है। जिस अवस्था से वापसी लगभग असम्भव होती है।
चित्त की यह अवस्था एक विकार रूपी मन का निर्माण करती है। व वो मन जीवन की एक ऐसी अवस्था का निर्माण करता है जिसका स्वरूप इस समाज की व्यवस्था मे कही भी मेल नही खाता ।
जिस तरह पानी की धारा गहरे जलाशय मे खो जाती है। उसी तरह इंसान लगातार अविवेक रूपी चित्त का निर्माण कर इस संसार में खो जाता है।
अपने आप को जानना व समझना ही चितवन है। जीवन के सही चित्त का निर्माण करना ही चितवन है।
ॐ शंभु