20/02/2025
त्वचा विकार (Skin Disorders) शरीर की त्वचा से संबंधित विभिन्न समस्याओं को दर्शाते हैं। ये विकार कई कारणों से उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे संक्रमण, आहार की कमी, हार्मोनल असंतुलन, पर्यावरणीय प्रभाव, और मानसिक स्थिति। त्वचा विकारों के प्रकार बहुत विविध होते हैं, और हर प्रकार की समस्या के लिए विशिष्ट लक्षण, कारण और उपचार होते हैं।
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नीचे कुछ प्रमुख त्वचा विकारों के प्रकारों की चर्चा की जा रही है:
1. एक्जिमा (Eczema)
एक्जिमा त्वचा की सूजन और जलन के कारण होता है। यह आमतौर पर बच्चों में होता है लेकिन वयस्कों में भी हो सकता है। इसमें त्वचा पर खुजली, सूजन और लाल धब्बे होते हैं। यह संक्रमण या एलर्जी से उत्पन्न हो सकता है।
2. मुँहासे (Acne)
मुँहासे एक आम त्वचा विकार है, जो विशेष रूप से किशोरावस्था में होता है, लेकिन किसी भी उम्र में हो सकता है। इसमें चेहरे पर पिंपल्स, ब्लैकहेड्स, और व्हाइटहेड्स की समस्या होती है। मुँहासे का कारण ऑयल ग्लैंड्स का अधिक सक्रिय होना होता है, जो त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर देता है।
3. सोरायसिस (Psoriasis)
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून विकार है जिसमें त्वचा के ऊतकों की असामान्य वृद्धि होती है। यह अक्सर शरीर के कोहनी, घुटने, सिर, और पीठ पर सफेद-चांदी जैसे स्केल्स के रूप में दिखाई देता है। इसमें खुजली, जलन, और सूजन हो सकती है।
4. विटिलिगो (Vitiligo)
विटिलिगो एक त्वचा विकार है जिसमें त्वचा के कुछ हिस्सों में रंग खो जाता है, और सफेद धब्बे दिखाई देते हैं। यह तब होता है जब त्वचा में मेलानिन का उत्पादन करने वाली कोशिकाएं काम करना बंद कर देती हैं। विटिलिगो का कारण अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह ऑटोइम्यून स्थिति से संबंधित हो सकता है।
5. फंगल संक्रमण (Fungal Infections)
फंगल संक्रमण में त्वचा पर विभिन्न प्रकार के फंगस का हमला होता है, जैसे कि एथलीट फुट, जॉक इट्ज, और रिंगवर्म। ये संक्रमण आमतौर पर नमी और गर्मी में पनपते हैं और खुजली, लालिमा और जलन का कारण बनते हैं।
6. कंटैक्ट डर्मेटाइटिस (Contact Dermatitis)
यह त्वचा की एक एलर्जी प्रतिक्रिया है जो किसी बाहरी पदार्थ से संपर्क में आने के बाद होती है। यह अक्सर रासायनिक पदार्थों, साबुन, परफ्यूम, या किसी प्रकार के पौधे के संपर्क में आने के बाद होती है। इसमें त्वचा पर लालिमा, सूजन और खुजली होती है।
7. हर्पीस (Herpes)
हर्पीस एक वायरल संक्रमण है जो त्वचा पर छोटे फफोले (ब्लिस्टर) उत्पन्न करता है। यह मुख्य रूप से होंठ, जननांगों, और कभी-कभी शरीर के अन्य हिस्सों पर होता है। हर्पीस का कारण हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (HSV) होता है।
8. स्किन कैंसर (Skin Cancer)
त्वचा कैंसर, विशेष रूप से मेलानोमा और बेसल सेल कार्सिनोमा, त्वचा के ऊतकों में असामान्य कोशिकाओं के बढ़ने के कारण होता है। यह अत्यधिक सूर्य के संपर्क में आने, और जीन संबंधी कारणों से हो सकता है।
9. लूपस (Lupus)
लूपस एक ऑटोइम्यून रोग है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के स्वस्थ ऊतकों पर हमला करती है। इसमें चेहरे पर "बटरफ्लाई रेश" जैसे लाल धब्बे होते हैं। यह त्वचा के अलावा आंतरिक अंगों को भी प्रभावित कर सकता है।
10. स्कैबियस (Scabies)
स्कैबियस एक परजीवी संक्रमण है जो स्कैबियस माइट (खुजली वाले कीड़े) के कारण होता है। यह संक्रमण खुजली, लाल धब्बे और सूजन का कारण बनता है और यह अत्यधिक संक्रामक होता है।
11. रोजेशिया (Rosacea)
रोजेशिया एक पुराना त्वचा विकार है, जो चेहरे की त्वचा पर लालिमा और सूजन का कारण बनता है। इसमें मुँहासे जैसे पिंपल्स, ब्लोटेड रक्त वाहिकाएँ, और कभी-कभी आंखों में सूजन भी हो सकती है। यह आमतौर पर वयस्कों में होता है और अधिकतर महिलाएं इससे प्रभावित होती हैं।
12. एटॉपिक डर्मेटाइटिस (Atopic Dermatitis)
यह एक प्रकार का एक्जिमा है जो बच्चों में अधिक देखा जाता है। इसमें त्वचा का बेजान होना और अत्यधिक खुजली होती है, जो सामान्य रूप से एलर्जी प्रतिक्रियाओं के कारण उत्पन्न होती है।
13. हाइपरपिग्मेंटेशन (Hyperpigmentation)
इसमें त्वचा के कुछ हिस्सों में अतिरिक्त मेलानिन का उत्पादन होता है, जिसके कारण त्वचा पर काले या भूरे धब्बे बन जाते हैं। यह सन डैमेज, हार्मोनल बदलाव, या त्वचा के किसी अन्य विकार के कारण हो सकता है।
14. हाइपोफिगमेंटेशन (Hypopigmentation)
यह स्थिति तब होती है जब त्वचा में मेलानिन का उत्पादन कम हो जाता है, जिसके कारण त्वचा के कुछ हिस्से हल्के हो जाते हैं। यह विकार विकारों जैसे कि विटिलिगो या फंगल संक्रमण से संबंधित हो सकता है।
15. सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस (Seborrheic Dermatitis)
यह त्वचा की सूजन और जलन है, जो मुख्य रूप से सिर, चेहरे, और शरीर के अन्य हिस्सों पर होती है। इसमें त्वचा पर सफेद या पीले रंग के स्केल्स और लालिमा होती है। यह स्थिति अधिकतर तैलीय त्वचा वाले व्यक्तियों में होती है।
16. चर्मरोग (Skin Disorders Due to Allergies)
एलर्जी के कारण त्वचा पर विभिन्न प्रकार के चर्मरोग हो सकते हैं, जैसे कि उबटन (Hives), एटॉपिक डर्मेटाइटिस, या एलर्जिक रिएक्शन के कारण होने वाली लालिमा और सूजन।
17. धूप से जलन (Sunburn)
यह त्वचा पर अत्यधिक सूर्य के संपर्क में आने के कारण उत्पन्न होता है। इसमें त्वचा लाल हो जाती है, जलन महसूस होती है, और कभी-कभी त्वचा छिलने लगती है।
18. पिटिरियासिस रोजा (Pityriasis Rosea)
यह एक सामान्य त्वचा विकार है, जिसमें शरीर पर लाल धब्बे या रैशेस उत्पन्न होते हैं। यह स्थिति आमतौर पर हल्की होती है और बिना किसी विशेष उपचार के ठीक हो जाती है।
19. टैनिंग और ब्राउन स्पॉट्स (Tanning and Brown Spots)
यह त्वचा पर सूर्य के संपर्क में आने से उत्पन्न होते हैं, और आमतौर पर एंटी-एजिंग संकेत के रूप में होते हैं। इसमें त्वचा पर धब्बे और रंगत का बदलाव होता है।
20. एलर्जी की प्रतिक्रिया (Allergic Reaction)
विभिन्न प्रकार के बाहरी पदार्थों जैसे खाद्य पदार्थों, दवाओं, या पर्यावरणीय कारकों के कारण त्वचा पर एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है, जो खुजली, सूजन, या रैशेस के रूप में दिखाई देती है।
इन त्वचा विकारों के इलाज के लिए उचित निदान और उपचार महत्वपूर्ण होते हैं। यदि किसी को त्वचा की समस्या हो, और बार बार अन्य पद्धतियों से परामर्श कर के ठक चुके हों तो इलेक्ट्रो होमियोपैथी इसमें आपकी सहायता कर सकता है, अगर आप या आपके किसी परिचित को ये स्वास्थ्य समस्या हों तो आप ऊपर दिए गए फॉर्म को भर कर पंजीयन कर सकते हैं अथवा दिए गए न. पर व्हाट्सअप पर अपनी समस्या लिख सकते हैं
♻️सम्पर्क -
डॉ हलधर पटेल (इलेक्ट्रो होमियोपैथी चिकित्सा विशेषज्ञ )
अनमोल हेल्थ केयर 📲9098472777
ब्रह्मविद स्कूल के पास, महादेव घाट रोड, भाठागांव, रायपुर (छ. ग.)