10/03/2023
विटामिन्स का हमारे जीवन मैं स्वस्थ्य शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण पौषक तत्वों मैं है।
ये जिंदगी मैं शरीर को स्वस्थ रखने और विकास के लिए आवश्यक है। मुख्यतौर पर शरीर मैं 13 एसेंशियल विटामिन्स की आवश्यकता है। इसमें विटामिन ए, डी, ई,& के बसा मैं घुलनशील है, और बाकी बी-1,2,3,5, 6, 7, 9, 12, & सी, पानी मैं घुलनशील है। विटामिन्स ज्यादा मात्रा मैं होने पर मल और मूत्र से बाहर निकल जाते है।सिर्फ एक विटामिन बी -12 लीवर मैं जमा रह सकता है। ये 13 विटामिन्स बाहर से पौष्टिक आहार से लेने होते है। शरीर इन्हें स्वयं नही बना पता है,इसलिए पौष्टिक आहार की कमी से शरीर मैं इनकी कमी हो जाती हैं।
आज के दौर के अनाज ,फल तथा सब्जियों मैं मृदा मैं पौषक तत्वों की कमी के कारण विटामिन्स की कमी होती है, जंक और प्रोसेस्ड फूड खाने की आदत और पौष्टिक आहार मैं वैरायटी की कमी से शरीर मैं इनकी कमी को पूर्ण करने के लिए सप्लिमेंट न्यूट्रीशन (संपूरक आहार) लेना अनिवार्य हो गया है। संपूरक आहार , इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आई, सी, एम, आर ) के रेकमोंडेड डोजेसेस के आधार पर बनी होती हैं।इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के आधार पर बहुत ही अच्छा पौष्टिक आहार मैं भी पौष्टिकता 70% तक ही है। इसलिए सप्लीमेंट्री फूड आहार मैं सम्मिलित करना स्वस्थ्य शरीर के लिए अनिवार्य हो गया है।
अन्यथा अधिकता के बजाय कमी के लक्षण से होने वाली लाइफ स्टाइल क्रोनिक बिमारियां, जो साइलेंट किलर डिजीज भी कहलाती है, शरीर मैं हो जाती है।
इसलिए स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए रोजाना के पौष्टिक आहार मैं प्राकृतिक,आर्गेनिक,वैरायटी, रंगीन व ताजे फल,सब्जियों और अनाज को सम्मलित करें और साथ ही सप्लिमेंट न्यूट्रीशन फूड को भी सम्मिलित करै या कहै स्वस्थ्य जीवन शैली का भाग बनाए।
*यही आज के इस दौर मैं गैरसंक्रमित जीवन शैली की बिमारियौं से बचने का रास्ता है।*
*आपका आज का दिन शुभ और श्रेष्ठ हो।*