
23/04/2025
जब सूर्य जन्म कुंडली के प्रथम भाव (लग्न) में स्थित होता है, तो जातक का व्यक्तित्व तेजस्वी, आत्मविश्वासी और प्रभावशाली बनता है।
प्रमुख प्रभाव:
☀️ जन्मजात नेतृत्व क्षमता
☀️ प्रबल आत्मबल और आत्मसम्मान
☀️ समाज में प्रतिष्ठा व प्रभाव
☀️ यदि सूर्य पीड़ित हो तो – अहंकार और व्यवहार में तीव्रता
सूर्य की स्थिति के अनुसार फल:
✔️ शुभ सूर्य – सफलता, प्रसिद्धि और उच्च पद प्राप्ति
❌ पीड़ित सूर्य – स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक तनाव, दांपत्य जीवन में कलह
क्या आपकी कुंडली में सूर्य प्रथम भाव में है?
जानिए इसका संपूर्ण प्रभाव और ज्योतिषीय समाधान।
— Pinaki Mishra
Astrologer & Spiritual Healer
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