
27/09/2025
✨🌸 नवरात्रि षष्ठी – माँ कात्यायनी 🌸✨
🌺 षष्ठी तिथि पर माँ दुर्गा के छठे स्वरूप, माँ कात्यायनी की उपासना का विधान है।
माँ कात्यायनी सिंह पर आरूढ़ हैं और उनके हाथों में तलवार, कमल व अन्य दिव्य शस्त्र सुशोभित हैं। इन्हें अत्यंत वीर एवं उग्र रूप माना जाता है। साधक इस दिन माँ कात्यायनी की पूजा कर साहस, बल, विजय एवं शत्रु पर विजय की प्राप्ति करता है।
🙏 माँ कात्यायनी की उपासना से जीवन में सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और आत्मविश्वास एवं सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। विवाहित जीवन की सुख-समृद्धि और विवाहयोग्य कन्याओं के लिए विशेष रूप से माँ कात्यायनी की कृपा फलदायी मानी जाती है।
📿 माँ कात्यायनी मंत्र:
“ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥”
🌸 षष्ठी व्रत का फल:
माँ की उपासना से भूत-प्रेत बाधा दूर होती है, अडिग साहस प्राप्त होता है और जीवन के संघर्ष सरल बन जाते हैं।
✨🙏 माँ कात्यायनी सबके जीवन में साहस, शक्ति और विजय का आशीर्वाद बरसाएँ। 🙏✨