
02/08/2025
🌲🌲 नागदोन🌲🌲का पौधा ज्यादातर लोग देखे होंगे,पर इसके औषधीय गुण और उपयोग के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होगी। यह पौधा घरों के आसपास,गार्डन बागीचे में देखने को मिल जाता है । इस पौधे के पत्ते को तोड़ने से दूध निकलता है।
यह पौधा खूनी बवासीर में पीरियड्स के समस्या में,स्वास संबंधी समस्या में,पेशाब के जलन में और त्वचारोग, घाव फोड़ा, फुंसी में बहुत ही गुणकारी और लाभदायक होता है।
🌲नागदोन के फायदे:-
♦️ खूनी बवासीर
बवासीर होने पर मलद्वार के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है। जिससे मलत्याग के समय खून आने लगता है। बावासीर की समस्या से राहत पाने में नागदोन का पौधा मदद कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार नागदोन का पौधा सूजन, दर्द और अन्य त्वचा संबंधित समस्याओं के उपचार में काफी फायदेमंद होता है। बवासीर के उपचार के लिए इसकी पत्तियों का रस निकालकर उसे सीधे प्रभावित स्थान पर लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
इसके पत्ते को खाया भी जाता है नीचे सेवन विधि बताया गया है।
♦️ पीरियड्स की समस्या
मासिक धर्म की समस्या किसी भी महिला के लिए काफी पीड़ादायक रहता है ऐसे स्थिति में नागदोन के पौधे में एनाल्जेसिक गुड होने के कारण पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत देता दिलाता है और हैवी ब्लीडिंग को कंट्रोल करता है
♦️पेशाब में जलन का होना
अगर बार बार पेशाब आता हो या फिर पेशाब करते समय पेशाब के रास्ते में पीड़ा और जलन रहता हो या फिर पेशाब में खून आता हो तो आप नागदोन के पौधे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
♦️ त्वचा रोग
नागदोन का पौधा ब्लड प्यूरीफायर के रूप में काम करता इसके सेवन से खून साफ होता है और जलन को शांत करता है इसके पत्ते का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाया जा सकता है जिससे चेहरे पर निखार आता है और त्वचा के सभी रोग दूर होते हैं।
♦️ फोड़े फुंसी में लाभदायक:-
नागदोन का पत्ता ब्लड प्यूरिफायर के रूप में जाना जाता है यह खून को साफ करके फोड़े फुंसी से राहत दिलाता है।
इसके पत्ते पर थोड़ा सा घी लगा कर हल्का गर्म करके फोड़े पर बांधने से फोड़े के दर्द से तुरंत राहत मिलता है और इसी तरह 𝟑/𝟒 दिन लगातार करते रहने से फोड़े से भी छुटकारा मिल जाता है ।
♦️कीड़े या सांप के काटने पर:
इसके पत्तों से निकलने वाला दूध काटे हुए स्थान पर लगाने से सूजन और जहर का प्रभाव कम होता है। यह किसानों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
♦️कैंसर रोधी गुण:
कुछ शोधों में पाया गया है कि नागदोन में कैंसर रोधी गुण होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोक सकते हैं।
♦️अस्थमा:
नागदोन के पत्तों का काढ़ा या बीजों का उपयोग अस्थमा के लक्षणों जैसे सीने में भारीपन, सूजन, और ऐंठन में राहत दे सकता है।
🌲🌲🌲सेवन विधि:- 🌲🌲🌲
𝟑 से 𝟒(पत्ते बड़े हों तो 𝟐/𝟑 कर दें) पत्ता नागदोन का और 𝟐/𝟑 दाना कालीमिर्च सुबह खालीपेट चबा चबाकर खाएं या फिर इतनी ही मात्रा में लेकर काढ़ा बना कर सुबह खाली पेट लिया जा सकता है इसका सेवन करने के 𝟏 घंटा बाद बाद खाना पीना शुरू करें।
आजमाया हुआ नुस्खा है
खूनी बवासीर में पहले दिन से ही रिजल्ट आना शुरू हो जाता है।
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