
15/02/2025
*नवजात शिशु संबंधित जानकारी*
*प्रश्न:- मेरे बच्चे को कहाँ सोना चाहिए? क्या माँ-बच्चे एक ही बिस्तर पर सोये या हम बच्चे के लिए अलग पालना रखे? जन्म के बाद पहले कुछ दिनों में मेरे बच्चे की नींद का पैटर्न कैसा होता है?*
उत्तर:- बच्चे का बिस्तर साफ, धूल रहित होना चाहिए और गद्दा सख्त होना चाहिए, न कि फूला हुआ। अपने बच्चे को उसकी पीठ के बल लिटाएँ, पेट या बगल के बल नहीं। गद्दे को आराम से फिट होने वाली साफ चादर से ढँक दें। ज़रूरत पड़ने पर मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। खिलौने, तकिए, कंबल और दूसरी चीज़ें बच्चे के सोने के क्षेत्र से दूर रखें। रात में अपने बच्चे को कमरे के तापमान के हिसाब से कपड़े पहनाएँ। हाथ और पैर छूने पर गर्म होने चाहिए। अगर डायपर गीले या गंदे हों, तो रात में डायपर बदलें।
अगर माँ सुविधाजनक स्तिथि में है, तो बच्चे के लिए अलग पालना/पालना/बसीनेट इस्तेमाल करने की ज़रूरत नहीं है। बेहतर है कि माँ-बच्चे की जोड़ी एक ही बिस्तर पर सोएँ। इससे बच्चे को गर्म रखने में मदद मिलती है और माँ के लिए स्तनपान आसान हो जाता है। इससे बच्चे और माँ के बीच बेहतर भावनात्मक बंधन भी सुनिश्चित होता है। हालांकि, मां को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे का चेहरा न ढका हो।
शुरुआती कुछ दिनों में सोने का कोई तय शेड्यूल नहीं होता। आम तौर पर, नवजात शिशु दिन में लगभग 8-9 घंटे और रात में लगभग 8 घंटे सोते हैं। एक बच्चे का नींद चक्र वयस्कों की तुलना में छोटा होता है और वे दिन और रात दोनों में लगभग हर 40 मिनट में जागते या हिलते हैं। हर 2 या 3 घंटे में उन्हें दूध पिलाने और ध्यान देने की ज़रूरत होती है। आप नींद की तैयारी के संकेतों (जम्हाई लेना, झल्लाना, रोना या चुप हो जाना) को पहचानकर अपने बच्चे को सोने में मदद कर सकते हैं और सुरक्षित और आरामदायक नींद के लिए सही माहौल प्रदान कर सकते हैं।
*डॉ देवेन्द्र नरगावे*
*शिशुरोग विशेषज्ञ, आरोग्यम अस्पताल*
Source - INDIAN ACADEMY OF PEDIATRICS