आयुर्वेद का नुस्खा सभी के लिए

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आयुर्वेद का नुस्खा सभी के लिए आयुर्वेद प्राचीन भारत में चिकित्सा की प्रयोग की जाने वाली पद्धति है जिसमें रोग का निवारण जड़ से किया जाता है

बथुआबथुआ रबी के मोसम में फसलों के साथ उगनें वाला अनचाहा पौधा हैं,जो कही भी सहजता से उग सकता हैं.इसका scientific नाम चिनो...
02/12/2018

बथुआ

बथुआ रबी के मोसम में फसलों के साथ उगनें वाला अनचाहा पौधा हैं,जो कही भी सहजता से उग सकता हैं.
इसका scientific नाम चिनोपोडियम एलबम हैं.और यह चिनोपोडिएसी परिवार का सदस्य हैं.
भारत के अलग - अलग भागों में इसके अलग - अलग नाम है जैसें गुजरात में चिलनी भाजी,मध्यप्रदेश में चिला,बंगाली में बेटू साग कहतें हैं.

सर्दी के मौसम में आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ बीमारियों से भी बचाएं। ठंड के मौसम में आपको कई तरह समस्याएं जैसे शरीर के कई हिस्सों में दर्द होना, पुरानी चोट में तकलीफ, त्वचा में रूखापन, बदहजमी और जोड़ों का दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बथुआ सब्जी का सेवन इन सभी समस्याओं को दूर कर सकता है। इस सब्जी को अपनी डाइट में शामिल करके आप इन परेशानियों से छुटकारा पा सकते है। इसके अलावा बथुआ सब्जी का सेवन आपको पथरी से लेकर दिल की बीमारियों से बचाता है।

कुपोषण [malnutrition] में :::
बथुए में प्रचुरता में आयरन,कैल्सियम,थायमिन,नायसिन और राइबोफ्लेविन पायें जातें हैं.

यदि नियमित रूप से बथुए का किसी भी रूप में सेवन किया जावें तो मातृ - शिशु कुपोषण को समाप्त किया जा सकता हैं,जो आज विकासशील और अल्पविकसित राष्ट्रों की विकट समस्या बनी हुई हैं.

# सफेद दाग [Lucoderma] में :::
बथुए के पत्तियों में शरीर में मेलोनिन को बढ़ानें वालें तत्व प्रचुरता में पायें जातें हैं,अत: सफेद दाग की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को बथुए का रस सफेद दाग पर नियमित रूप से लगाना चाहिये.

इसके अलावा इसकी उबली हुई पत्तियों में हल्दी, मेथी बीज और धनिया पावड़र डालकर सेवन करना चाहियें.

# नेत्र रोगों में :::
बथुआ विटामिन ए का अच्छा स्त्रोत माना जाता हैं,इसके सेवन से आँखों की ज्योति बढ़ती हैं.रंतोधी होनें पर इसका सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता हैं.

# कब्ज और पेट दर्द में :::
बथुए में पाया जानें वाला फायबर कब्ज को नष्ट कर खुलकर पाखाना लाता हैं.इसके अलावा यदि पेटदर्द की शिकायत हो तो बथुए का रस गर्म कर दो - तीन चम्मच पीलानें से पेटदर्द बंद हो जाता हैं.

# बच्चों को पेट में कीड़ों की समस्या हो तो रोज रात को दो से पाँच चम्मच बथुए का रस पीलाना फायदेनंद साबित होता हैं.

# एसीडीटी में इसका रस मिस्री मिलाकर सेवन करनें से पेट़ की जलन शांत होती हैं.


# गुर्दे की पथरी
गुर्दे में पथरी को बाहर निकालने के लिए बथुआ सब्जी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसके रस में शक्कर मिलाकर पीने से पथरी जल्दी गल जाती है।

# लीवर
विटामिन्स और आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर इस सब्जी का साग बनाकर रोजाना खाने से लीवर मजबूत होता है। इससे आप लीवर के रोगों से बचे रहते है।

गर्भवती महिलाओं को बथुआ नहीं खाना चाहिए

रिफाइंड ऑयल के नुकसानरिफाइंड ऑइल का इस्तेमाल किया जाना आम हो गया है. यदि आप रिफाइंड ऑइल को सेहत के लिए फायदेमंद समझ कर इ...
30/11/2018

रिफाइंड ऑयल के नुकसान

रिफाइंड ऑइल का इस्तेमाल किया जाना आम हो गया है. यदि आप रिफाइंड ऑइल को सेहत के लिए फायदेमंद समझ कर इस्तेमाल कर रहे है तो आपको बता दे यह सेहत के लिए स्वास्थ्य समस्याए पैदा कर सकता है. ऑइल हमारे खाने के टेस्ट को बढ़ाते है. ऑइल न सिर्फ बॉडी को एनर्जी देते है बल्कि फैट में अवशोषित होने वाले विटामिन जैसे के, ए, डी, ई के अवशोषण में भी सहायक होता है.

मगर मार्केट में मिलने वाला रिफाइंड ऑइल आपने टीवी पर आने वाले विज्ञापन देख कर खरीदना शुरू कर दिया. इस तरह के ऑइल में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. रिफाइन करने में 6 से 7 प्रकार के केमिकल प्रयोग किए जाते है. अन्य केमिकल्स के साथ मिलकर ये जहर बन जाता है.

रिफाइंड ऑइल के बजाय खाद्य तेल का उपयोग करना चाहिए. यदि तेल में चिपचिपापन निकाल दिया जाए तो तेल नहीं रहता है. कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए हम जिस रिफाइंड तेल का प्रयोग किया जाता है, शरीर के आंतरिक अंगो से प्राकृतिक चिकनाई भी छीन लेते है. सामान्य तेल में मौजूद चिकनाई शरीर को जरूरी फैटी एसिड प्रदान करती है, जिससे शरीर को फायदा होता है.

सरसों के तेल के फायदेसरसों का तेल सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है सरसों का तेल का इस्तेमाल ना सिर्फ भोजन का स्वाद ब...
30/11/2018

सरसों के तेल के फायदे

सरसों का तेल सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है सरसों का तेल का इस्तेमाल ना सिर्फ भोजन का स्वाद बढ़ाने बल्कि पूरे शरीर के लिए बेहद ही लाभकारी होता है जब आपको सरसों के तेल के फायदे के बारे में पता चलेगा तो जरूर ही आप इसे अपने भोजन में इस्तेमाल करेंगे सरसों का तेल खाने और लगाने दोनों तरीकों से फायदेमंद होता है सरसों का तेल शरीर के बहुत ही ज्यादा उपयोगी और रामबाण माना जाता है

दर्द से आराम दिलाएं

दर्द से आराम दिलाने के लिए सरसों का तेल दादी मां का नुस्खा माना जाता है खासतौर पर यह जोड़ों का दर्द और गठिया के इलाज में इसकी मालिश की जाती है जिससे बहुत ज्यादा लाभ मिलता है वही सरसों का तेल को गुनगुना करके मालिश करने से मांसपेशियों की जकड़न से छुटकारा मिलता है

दांतों से खून आने पर

सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दांतों पर मलने से दांतों से खून आना मसूड़ों की सूजन दांतो के दर्द आदि में राहत मिलती है साथ ही इस उपाय को आजमाने से दांत चमकीले और मजबूत बनते हैं

वजन कम करें

सरसों के बीज में बी कंपलेक्स विटामिन जैसे फोलेट, थायमिन ,नियासिन विटामिन पाए जाते हैं सरसों का तेल हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ा देता है जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है

इन्फेक्शन रोके

सरसों के तेल को खाने से बैक्टीरियल इनफेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है यह पाचन क्रिया और यूरिनरी टैंक को में होने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने में सहायता करता है इसमें एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं जो स्किन से संबंध में इन्फेक्शन को दूर करने में मददगार माने जाते हैं

नेचुरल सनस्क्रीन के तौर पर

सरसों के तेल में विटामिन ज्यादा पाए जाते हैं जो चेहरे पर नेचुरल सनस्क्रीन का काम करते हैं कल का तेल और विटामिन ई होने के कारण यह बाहरी धूप और अल्ट्रा वॉयलेट किरणों और प्रदूषण से बचाए रखता है विटामिन ई एजिंग और झुर्रियों को कम करने में माहिर है

अस्थमा कंट्रोल करें

सरसों के बीच में सेलेनियम और मैग्नीशियम पाए जाते हैं जो कि एंटी इन्फ्लेमेटरी है सरसों के तेल को खाने से दिमाग सर्दी जुखाम और ब्रेस्ट में होने वाली परेशानियों से राहत मिलती है

बालों की ग्रोथ बढ़ाएं

सरसों के तेल की मालिश करने से बालों की ग्रोथ पड़ती है साथ ही ब्लड सरकुलेशन भी बड़ता है सरसों के तेल में विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं जो बालों का पोषण देते हैं सरसों के तेल में बीटा कैरोटीन ज्यादा मात्रा में पाया जाता है जो विटामिन में परिवर्तित होकर बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है सरसों के तेल में आयरन फैटी एसिड कैल्शियम मैग्नीशियम पाए जाते हैं होते हैं जो बालों की सेहत के लिए लाभकारी है

27/11/2018

ब्रेड खाने के नुकसान

होल-ग्रेन ब्रेड – आटे वाली ब्रेड।
सफ़ेद ब्रेड की जगह आज कल बाज़ार में आटे से निर्मित ब्रेड भी आती है, अगर डॉक्टर किसी वजह से आपको ब्रेड खाने को कहे तो इसका मतलब आटे से बनी ब्रेड ही खानी है। आटे की ब्रेड में भी कोई पोषक तत्व नहीं होते, बल्कि इसको बनाने के प्रोसेस में आटे के सभी गुण खत्म हो जाते है। आटे वाली ब्रेड भी सिर्फ मज़बूरी में खायी जा सकती है।

27/11/2018

ब्रेड खाने के नुकसान

अगर आपने ध्यान दिया हो तो पाया होगा कि ब्रेड खाने के बाद भी भूख शांत नहीं होती है। ये फिलर की तरह काम करता है लेकिन इसे एक वक्त के आहार के रूप में लेना सही नहीं है। वैसे भी ब्रेकफास्ट सबसे अधिक हेल्दी होना चाहिए। ऐसे में आपके लिए ब्रेड का विकल्प तलाशना बेहद जरूरी है।

27/11/2018

ब्रेड खाने के नुकसान

अगर आप ब्रेड के बहुत शौकीन हैं तो आपका वजन बढ़ना लगभग तय है। इसमें मौजूद नमक, चीनी और प्रीजरवेटिव्स वजन बढ़ाने वाले कारक हैं

27/11/2018

ब्रेड खाने के नुकसान

ब्रेड में हाई लेवल का सोडियम होता है जो कि ब्लड प्रेशर और हार्ट की बीमारी को बढाता है। जिन लोगों को ब्रेड खाने की लत होती है वो इस बात से अंजान होते हैं कि उनके शरीर में कितना अधिक नमक इकत्र हो चुका होगा और वो किन बिमारियों की चपेट में फंस रहे हैं।

मूली के पत्ते खाने का फायदासर्दी के मौसम में ज्यादातर मूली का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन अक्सर हम लोग मूली खा लेते हैं ...
26/11/2018

मूली के पत्ते खाने का फायदा

सर्दी के मौसम में ज्यादातर मूली का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन अक्सर हम लोग मूली खा लेते हैं और उसके पत्ते को फै‌ंक देते हैं आपको बता दें कि मूली से ज्यादा फायदेमंद उसके पत्ते होते हैं इनमें क‌ई पोस्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो हमें कई तरह की परेशानियों से बचाए रखते हैं

मूली के पत्तों के फायदे जो हमारे स्वास्थ के लिए कई तरह से फायदेमंद है

१. मूली के पत्तों में एंथोसाइनिन मौजूद होता है जो कैंसर के मरीजों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है

२. मूली के पत्तों को खाने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ दूर होते हैं और त्वचा में निखार आता है

३. मूली के पत्तों में फाइबर भरपूर होता है जो कब्ज दूर कर पाचन को दुरुस्त रखता है

४. डायबिटीज के रोगियों के लिए मूली के पत्ते बहुत ही फायदेमंद होते हैं क्योंकि मूली के पत्ते खाने से शरीर का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है

५. मूली के पत्तों में आयरन और फास्फोरस जैसे तत्व काफी मात्रा में मौजूद होते हैं जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है और कमजोरी दूर होती है

६. मूली के पत्तों में कैल्शियम की मात्रा काफी होती है जो जोड़ों के दर्द को दूर करने में मदद करते हैं

७. मूली के पत्तों में एंटी कन्जेस्टिव गुण होते हैं जिससे कफ की समस्या में फायदा होता है

25/11/2018

सुबह सुबह गर्म पानी के साथ कालीमिर्च का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है | इसके अलावा ये हमारे बॉडी सेल्स को भी पोषण देने का काम भी करती है |

25/11/2018

कालीमिर्च के 5 दाने मिसरी मिले दूध के साथ निगलने से तेज जुकाम भी जल्द ही ठीक होता है।

25/11/2018

कालीमिर्च का पाउडर सूंघने से बार-बार छींकने से जुकाम से बंद नाक खुलती है, सिरदर्द भी ठीक होता है

25/11/2018

2 ग्राम काली मिर्च का पाउडर, गुड़ के साथ मिलाकर खाने से जुकाम जल्द ही ठीक होता है।

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