02/12/2018
बथुआ
बथुआ रबी के मोसम में फसलों के साथ उगनें वाला अनचाहा पौधा हैं,जो कही भी सहजता से उग सकता हैं.
इसका scientific नाम चिनोपोडियम एलबम हैं.और यह चिनोपोडिएसी परिवार का सदस्य हैं.
भारत के अलग - अलग भागों में इसके अलग - अलग नाम है जैसें गुजरात में चिलनी भाजी,मध्यप्रदेश में चिला,बंगाली में बेटू साग कहतें हैं.
सर्दी के मौसम में आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ बीमारियों से भी बचाएं। ठंड के मौसम में आपको कई तरह समस्याएं जैसे शरीर के कई हिस्सों में दर्द होना, पुरानी चोट में तकलीफ, त्वचा में रूखापन, बदहजमी और जोड़ों का दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बथुआ सब्जी का सेवन इन सभी समस्याओं को दूर कर सकता है। इस सब्जी को अपनी डाइट में शामिल करके आप इन परेशानियों से छुटकारा पा सकते है। इसके अलावा बथुआ सब्जी का सेवन आपको पथरी से लेकर दिल की बीमारियों से बचाता है।
कुपोषण [malnutrition] में :::
बथुए में प्रचुरता में आयरन,कैल्सियम,थायमिन,नायसिन और राइबोफ्लेविन पायें जातें हैं.
यदि नियमित रूप से बथुए का किसी भी रूप में सेवन किया जावें तो मातृ - शिशु कुपोषण को समाप्त किया जा सकता हैं,जो आज विकासशील और अल्पविकसित राष्ट्रों की विकट समस्या बनी हुई हैं.
# सफेद दाग [Lucoderma] में :::
बथुए के पत्तियों में शरीर में मेलोनिन को बढ़ानें वालें तत्व प्रचुरता में पायें जातें हैं,अत: सफेद दाग की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को बथुए का रस सफेद दाग पर नियमित रूप से लगाना चाहिये.
इसके अलावा इसकी उबली हुई पत्तियों में हल्दी, मेथी बीज और धनिया पावड़र डालकर सेवन करना चाहियें.
# नेत्र रोगों में :::
बथुआ विटामिन ए का अच्छा स्त्रोत माना जाता हैं,इसके सेवन से आँखों की ज्योति बढ़ती हैं.रंतोधी होनें पर इसका सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता हैं.
# कब्ज और पेट दर्द में :::
बथुए में पाया जानें वाला फायबर कब्ज को नष्ट कर खुलकर पाखाना लाता हैं.इसके अलावा यदि पेटदर्द की शिकायत हो तो बथुए का रस गर्म कर दो - तीन चम्मच पीलानें से पेटदर्द बंद हो जाता हैं.
# बच्चों को पेट में कीड़ों की समस्या हो तो रोज रात को दो से पाँच चम्मच बथुए का रस पीलाना फायदेनंद साबित होता हैं.
# एसीडीटी में इसका रस मिस्री मिलाकर सेवन करनें से पेट़ की जलन शांत होती हैं.
# गुर्दे की पथरी
गुर्दे में पथरी को बाहर निकालने के लिए बथुआ सब्जी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसके रस में शक्कर मिलाकर पीने से पथरी जल्दी गल जाती है।
# लीवर
विटामिन्स और आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर इस सब्जी का साग बनाकर रोजाना खाने से लीवर मजबूत होता है। इससे आप लीवर के रोगों से बचे रहते है।
गर्भवती महिलाओं को बथुआ नहीं खाना चाहिए