06/03/2023
गर्भावस्था का पता चलने पर जल्द ही डॉक्टर से क्यों मिलना चाहिए?
घर पर गर्भावस्था जांच में पॉजिटिव परिणाम आने पर जब आप डॉक्टर के पास मिलने जाती हैं, तो वे निम्न बातों पर ध्यान देंगे:
आपके प्रसव की अनुमानित तिथि (ड्यू डेट) की गणना करेंगे और देखेंगे कि आपकी गर्भावस्था के कितने सप्ताह निकल चुके हैं।
आपकी परिवारिक, व्यक्तिगत या उम्र संबंधी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पता करना, जिससे गर्भावस्था में खतरा पैदा हो सकता हो।
बहुत से टेस्ट करवाने को कहेंगी जिससे गर्भावस्था की पुष्टि होने के साथ-साथ संभावित स्वास्थ्य संबंधी खतरों का पता चल सके।
आपको प्रसवपूर्व अनुपूरक (प्रीनेटल सप्लीमेंट्स) के बारे में बताना, जो आपको गर्भवती होने पर तुरंत लेना शुरू करना चाहिए।
यह देखना कि आपकी ग्रीवा बंद है। गर्भावस्था की शुरुआत में ग्रीवा (गर्भाशय की गर्दन-सर्विक्स) गाढ़े श्लेम से बंद हो जाती है, जिससे श्लेम डाट बनता है। यह श्लेम डाट आपके गर्भाशय को बंद कर देता है ताकि बैक्टीरिया, फंगस या कोई भी अन्य चीज योनि से गर्भाशय में प्रवेश न कर सके। यह श्लेम डाट आमतौर पर डिलीवरी का समय नजदीक आने तक ग्रीवा में लगा रहता है।
अगर आपकी गर्भावस्था के छह सप्ताह हो चुके हैं, तो डॉक्टर शिशु के दिल की धड़कन सुनने के लिए भी जांच कर सकती हैं।
गर्भावस्था में मुझे किस डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल और डिलीवरी करवाने में विशेषज्ञ डॉक्टर को प्रसूती विशेषज्ञ (ऑब्सटेट्रिशियन) कहा जाता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनेकोलॉजिस्ट) वे डॉक्टर होती हैं, जो महिलाओं के सामान्य प्रजनन और यौन स्वास्थ्य की जांच व इलाज करती हैं।
अधिकांश ऑब्सटेट्रिशियन डॉक्टर के नाम के आगे उनकी योग्यता (ऑब्सटेट्रिशियन, गायनेकोलॉजिस्ट) लिखा होता है, जो यह दर्शाता है कि ये डॉक्टर दोनों ही क्षेत्र की विशेषज्ञ हैं। अगर आप ऐसी डॉक्टर से जांच करवाती हैं जो केवल गायनेकोलॉजिस्ट हैं, तो गर्भवती होने पर आपको ऐसी डॉक्टर को दिखाना होगा जो ऑब्सटेट्रिशियन भी हो।