स्वास्थ्य

स्वास्थ्य We are treat the men not disease

24/11/2023

याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें:
जो आपको हमेशा स्वस्थ और सेहतमंद रखेंगी..... 🙏

1. बीपी: 120/80
2. पल्स: 70 - 100
3. तापमान: 36.8 - 37
4. सांस : 12-16
5. हीमोग्लोबिन: पुरुष -13.50-18
स्त्री- 11.50 - 16
6. कोलेस्ट्रॉल: 130 - 200
7. पोटेशियम: 3.50 - 5
8. सोडियम: 135 - 145
9. ट्राइग्लिसराइड्स: 220
10. शरीर में खून की मात्रा: पीसीवी 30-40%
11. शुगर लेवल: बच्चों के लिए (70-120) वयस्क: 80- 130
12. आयरन: 8-15 मिलीग्राम
13. श्वेत रक्त कोशिकाएं WBC: 4000 - 11000
14. प्लेटलेट्स: 1,50,000 - 4,00,000
15. लाल रक्त कोशिकाएं RBC: 4.50 - 6 मिलियन.
16. कैल्शियम: 8.6 -10.3 मिलीग्राम/डीएल
17. विटामिन D3: 20 - 50 एनजी/एमएल.
18. विटामिन B12: 200 - 900 पीजी/एमएल.
वरिष्ठ यानि 40/ 50/ 60 वर्ष वालों के लिए विशेष टिप्स:

1- पहला सुझाव:
प्यास न लगे या जरूरत न हो तो भी हमेशा पानी पिएं, सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से ज्यादातर शरीर में पानी की कमी से होती हैं। 3 लीटर न्यूनतम प्रति दिन.
2- दूसरा सुझाव:
शरीर से अधिक से अधिक काम ले, शरीर की calories burn होती रहनी चाहिए, भले ही केवल पैदल चलकर, या तैराकी या किसी भी प्रकार के खेल से।
3-तीसरा सुझाव:
खाना कम करो...अधिक भोजन की लालसा को छोड़ दें... क्योंकि यह कभी अच्छा स्वास्थ्य नहीं देता अपने आप को वंचित न करें, लेकिन मात्रा कम करें। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट आधारित खाद्य पदार्थों का अधिक प्रयोग करें।
4- चौथा सुझाव:
जितना हो सके वाहन का प्रयोग तब तक न करें जब तक कि अत्यंत आवश्यक न हो. आप कहीं जाते हैं किराना लेने, किसी से मिलने या किसी काम के लिए अपने पैरों पर चलने की कोशिश करें। लिफ्ट, एस्केलेटर का उपयोग करने के बजाय सीढ़ियां चढ़ें।
5- पांचवां सुझाव* क्रोध छोड़ो, चिंता छोड़ो,चीजों को नज़रअंदाज़ करने की कोशिश करो. विक्षोभ की स्थितियों में स्वयं को शामिल न करें, वे सभी स्वास्थ्य को कम करते हैं और आत्मा के वैभव को छीन लेते हैं। सकारात्मक लोगों से बात करें और उनकी बात सुनें।
6- छठा सुझाव
अपने आस-पास के लोगो से खूब मिलें जुलें हंसें बोलें!हँसे खुश रहे...... Positive रहे हर situation में खुद को mentally strong बनाएँ
7-सातवां सुझाव
अपने आप के लिए किसी तरह का अफ़सोस महसूस न करें, न ही किसी ऐसी चीज़ पर जिसे आप हासिल नहीं कर सके, और न ही ऐसी किसी चीज़ पर जिसे आप अपना नहीं सकते।
इसे अनदेखा करें और इसे भूल जाएं।
8- आठवां सुझाव पैसा, पद, प्रतिष्ठा, शक्ति, सुन्दरता, जाति की ठसक और प्रभाव;
ये सभी चीजें हैं जो अहंकार से भर देती हैं. विनम्रता वह है जो लोगों को प्यारसे आपके करीब लाती है।
9- नौवां सुझाव
अगर आपके बाल सफेद हो गए हैं, तो इसका मतलब जीवन का अंत नहीं है। यह एक बेहतर जीवन की शुरुआत हो चुकी है। आशावादी बनो, याद के साथ जियो, यात्रा करो, आनंद लो। यादें बनाओ!
10- दसवां सुझाव
अपने से छोटों से भी प्रेम, सहानुभूति ओर अपनेपन से मिलें! कोई व्यंग्यात्मक बात न कहें! चेहरे पर मुस्कुराहट बनाकर रखें !
अतीत में आप चाहे कितने ही बड़े पद पर रहे हों वर्तमान में उसे भूल जाये और सबसे मिलजुलकर रहें!

स्वस्थ रहो, मस्त रहो
खूब हँसें और हँसाये
क्योंकि
हँसी फ़्री का हेल्थ टॉनिक है , इसका भरपूर उपयोग

छोटी छोटी बातों का करो उपयोग रहो निरोगः
🙏

14/02/2023

*ब्राह्मी दिमाग है*
*अर्जुन हृदय है*
*अश्वगंधा है शक्ति*
*शतावरी सहनशक्ति है*
*गुडुची (गिलोय) प्रतिरक्षा है*
*मुलेठी गला है*
*अदरक पाचन है*
*नारियल का तेल चयापचय है*
*शकरकंद अग्न्याशय हैं*
*कद्दू आंत है*
*गाजर रेटिना हैं*
*तुलसी ऑक्सीजन है*
*टमाटर प्रोस्टेट हैं*
*अनार लाल रक्त कणिकाएँ हैं*
*पानी खून है*
*अंगूर फेफड़े हैं*
*पपीता लीवर है*
*सेब सांस ले रहे हैं*
*मोरिंगा मांसपेशियां और जोड़ हैं*
*जिस दिन से हम पैदा हुए हैं, उसी दिन से हमें 15 लाख वेंटिलेटर लागत के बराबर प्रतिदिन 660 लीटर ऑक्सीजन उपहार में दी जाती है*
*और फिर भी हम औषधीय पौधों की विश्वसनीयता और उनके दावों की पुष्टि के बारे में खोज रहे हैं।*

*विश्वास प्रकृति*

12/02/2023

मुंह में अगर छाले हो जाएं तो जीना मुहाल हो जाता है। खाना तो दूर पानी पीना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन, इसका इलाज आपके आसपास ही मौजूद है। मुंह के छाले गालों के अंदर और जीभ पर होते हैं। संतुलित आहार, पेट में दिक्कत, पान-मसालों का सेवन छाले का प्रमुख कारण है। छाले होने पर बहुत तेज दर्द होता है। आइए हम आपको मुंह के छालों से बचने के लिए घरेलू उपचार बताते हैं।

मुंह के छालों से बचने के घरेलू उपचार–

शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुंह के छालों पर करें और लार को मुंह से बाहर टपकने दें।

मुंह में छाले होने पर अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए।
छाले होने पर कत्था और मुलहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने चाहिए।

अमलतास की फली मज्जा को धनिये के साथ पीसकर थोड़ा कत्था मिलाकर मुंह में रखिए। या केवल अमलतास के गूदे को मुंहमें रखने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।

अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से मुंह के छाले से राहत मिलती है और छाले ठीक हो जाते हैं

12/02/2023

*सभी को स्वास्थ्य दिवस की शुभकामनाएं*
🄷🄰🄿🄿🅈 🄸🄽🅃🄴🅁🄽🄰🅃🄸🄾🄽🄰🄻
🄷🄴🄰🄻🅃🄷 🄳🄰🅈
ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें:
1. बीपी: 120/80
2. नाड़ी :70 -100
3. तापमान: 36.8 - 37
4. श्वास: 12-16
5. हीमोग्लोबिन: पुरुष -13.50-18
स्त्री -11.50 - 16
6.कोलेस्ट्रॉल: 130 - 200
7.पोटेशियम: 3.50 - 5
8. सोडियम: 135 - 145
9. ट्राइग्लिसराइड्स: 220
10. शरीर में खून की मात्रा: पीसीवी 30-40%
11. शुगर लेवल: बच्चों (70-130) वयस्कों के लिए: 70 - 115
12. आयरन :8-15 मिलीग्राम
13. श्वेत रक्त कोशिकाएं WBC: 4000 - 11000
14. प्लेटलेट्स: 1,50,000- 4,00,000
15. लाल रक्त कोशिकाएं आरबीसी: 4.50 - 6 मिलियन।
16. कैल्शियम: 8.6 -10.3 mg/dL
17. विटामिन डी3: 20 - 50 एनजी/एमएल।
18. विटामिन B12: 200 - 900 पीजी/एमएल।
*40/50/60 वर्ष वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुझाव:*
*1- पहला सुझाव:* प्यास या ज़रूरत न होने पर भी हर समय पानी पिएं, सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से ज्यादातर शरीर में पानी की कमी के कारण होती हैं। प्रति दिन कम से कम 2 लीटर। *2-दूसरा निर्देश:* शरीर से जितना हो सके उतना काम करें, शरीर का मूवमेंट होना चाहिए, जैसे चलना, तैरना, या किसी भी तरह का खेल।
*3-3 टिप:* कम खाएं... ज्यादा खाने की लालसा छोड़ें... क्योंकि इससे कभी अच्छा नहीं होता। अपने आप को वंचित मत करो, बल्कि मात्रा कम करो। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक प्रयोग करें।
*4- चौथी हिदायत:* वाहन का प्रयोग तब तक न करें जब तक कि अत्यंत आवश्यक न हो। यदि आप कहीं भी किराने का सामान लेने जा रहे हैं, किसी से मिल रहे हैं, या कोई काम कर रहे हैं, तो अपने पैरों पर चलने की कोशिश करें। लिफ्ट, एस्केलेटर का इस्तेमाल करने के बजाय सीढ़ियां चढ़ें।
*5- 5वां निर्देश* गुस्सा छोड़ दें, चिंता करना छोड़ दें, बातों को इग्नोर करने की कोशिश करें। अपने आप को परेशानी वाली स्थितियों में शामिल न करें, वे सभी स्वास्थ्य को खराब करते हैं और आत्मा की महिमा को हर लेते हैं। सकारात्मक लोगों से बात करें और उनकी बात सुनें।
*6- छठा निर्देश* सबसे पहले धन का मोह त्याग दें
अपने आसपास के लोगों से जुड़ें, हंसें और बात करें! पैसा जीवित रहने के लिए बनाया जाता है, जीवन पैसे के लिए नहीं।
*7- 7वाँ नोट* अपने लिए, या किसी ऐसी चीज़ के बारे में खेद महसूस न करें जिसे आप हासिल नहीं कर सके, या ऐसी किसी चीज़ के बारे में जिसका आप सहारा न ले सकें। इसे अनदेखा करें और इसे भूल जाएं।
*8- आठवीं सूचना* धन, पद, प्रतिष्ठा, शक्ति, सौंदर्य, जाति और प्रभाव; ये सब चीजें अहंकार को बढ़ाती हैं। विनम्रता लोगों को प्यार से करीब लाती है।
*9- नौवां टोटका* अगर आपके बाल सफेद हैं तो इसका मतलब जीवन का अंत नहीं है। यह एक अच्छे जीवन की शुरुआत है। आशावादी बनो, स्मृति के साथ जियो, यात्रा करो, आनंद लो। यादें बनाएं!
*10-10वां निर्देश* अपने छोटों से प्यार, सहानुभूति और स्नेह से मिलें! कुछ भी व्यंग्यात्मक मत कहो! अपने चेहरे पर मुस्कान रखें!
भूतकाल में आपने कितना भी बड़ा पद क्यों न धारण किया हो, उसे वर्तमान में भूल जाइए और सभी के साथ घुलमिल जाइए!

*हैप्पी हेल्थ डे*😂

06/12/2022

∥ आयुर्वेदिक दोहे ∥
१Ⓜ
दही मथें माखन मिले, केसर संग मिलाय,
होठों पर लेपित करें, रंग गुलाबी आय..
२Ⓜ
बहती यदि जो नाक हो, बहुत बुरा हो हाल,
यूकेलिप्टिस तेल लें, सूंघें डाल रुमाल..
३Ⓜ
अजवाइन को पीसिये , गाढ़ा लेप लगाय,
चर्म रोग सब दूर हो, तन कंचन बन जाय..
४Ⓜ
अजवाइन को पीस लें , नीबू संग मिलाय,
फोड़ा-फुंसी दूर हों, सभी बला टल जाय..
५Ⓜ
अजवाइन-गुड़ खाइए, तभी बने कुछ काम,
पित्त रोग में लाभ हो, पायेंगे आराम..
६Ⓜ
ठण्ड लगे जब आपको, सर्दी से बेहाल,
नीबू मधु के साथ में, अदरक पियें उबाल..
७Ⓜ
अदरक का रस लीजिए. मधु लेवें समभाग,
नियमित सेवन जब करें, सर्दी जाए भाग..
८Ⓜ
रोटी मक्के की भली, खा लें यदि भरपूर,
बेहतर लीवर आपका, टी.बी भी हो दूर..
९Ⓜ
गाजर रस संग आँवला, बीस औ चालिस ग्राम,
रक्तचाप हिरदय सही, पायें सब आराम..
१०Ⓜ
शहद आंवला जूस हो, मिश्री सब दस ग्राम,
बीस ग्राम घी साथ में, यौवन स्थिर काम..
११Ⓜ
चिंतित होता क्यों भला, देख बुढ़ापा रोय,
चौलाई पालक भली, यौवन स्थिर होय..
१२Ⓜ
लाल टमाटर लीजिए, खीरा सहित सनेह,
जूस करेला साथ हो, दूर रहे मधुमेह..
१३Ⓜ
प्रातः संध्या पीजिए, खाली पेट सनेह,
जामुन-गुठली पीसिये, नहीं रहे मधुमेह..
१४Ⓜ
सात पत्र लें नीम के, खाली पेट चबाय, दूर करे मधुमेह को, सब कुछ मन को भाय..
१५Ⓜ
सात फूल ले लीजिए, सुन्दर सदाबहार,
दूर करे मधुमेह को, जीवन में हो प्यार..
१६Ⓜ
तुलसीदल दस लीजिए, उठकर प्रातःकाल,
सेहत सुधरे आपकी, तन-मन मालामाल..
१७Ⓜ
थोड़ा सा गुड़ लीजिए, दूर रहें सब रोग,
अधिक कभी मत खाइए, चाहे मोहनभोग.
१८Ⓜ
अजवाइन और हींग लें, लहसुन तेल पकाय,
मालिश जोड़ों की करें, दर्द दूर हो जाय..
१९Ⓜ
ऐलोवेरा-आँवला, करे खून में वृद्धि,
उदर व्याधियाँ दूर हों,जीवन में हो सिद्धि..
२०Ⓜ
दस्त अगर आने लगें, चिंतित दीखे माथ,
दालचीनि का पाउडर, लें पानी के साथ..
२१Ⓜ
मुँह में बदबू हो अगर, दालचीनि मुख डाल,
बने सुगन्धित मुख, महक, दूर होय तत्काल..
२२Ⓜ
कंचन काया को कभी, पित्त अगर दे कष्ट,
घृतकुमारि संग आँवला, करे उसे भी नष्ट..
२३Ⓜ
बीस मिली रस आँवला, पांच ग्राम मधु संग,
सुबह शाम में चाटिये, बढ़े ज्योति सब दंग..
२४Ⓜ
बीस मिली रस आँवला, हल्दी हो एक ग्राम,
सर्दी कफ तकलीफ में, फ़ौरन हो आराम..
२५Ⓜ
नीबू बेसन जल शहद, मिश्रित लेप लगाय,
चेहरा सुन्दर तब बने, बेहतर यही उपाय..
२६.Ⓜ
मधु का सेवन जो करे, सुख पावेगा सोय,
कंठ सुरीला साथ में, वाणी मधुरिम होय.
२७.Ⓜ
पीता थोड़ी छाछ जो, भोजन करके रोज,
नहीं जरूरत वैद्य की, चेहरे पर हो ओज..
२८Ⓜ
ठण्ड अगर लग जाय जो नहीं बने कुछ काम, नियमित पी लें गुनगुना, पानी दे आराम..
२९Ⓜ
कफ से पीड़ित हो अगर, खाँसी बहुत सताय,
अजवाइन की भाप लें, कफ तब बाहर आय..
३०Ⓜ
अजवाइन लें छाछ संग, मात्रा पाँच गिराम, कीट पेट के नष्ट हों, जल्दी हो आराम..
३१Ⓜ
छाछ हींग सेंधा नमक, दूर करे सब रोग,
जीरा उसमें डालकर, पियें सदा यह भोग..।

03/09/2022

कमर दर्द : कारण और घरेलू उपचार
-------------------------------------

कारण :
*****
1- हमेशा ऊंची एड़ी के जूते या सेंडिल पहनना।
2- मांसपेशियों पर अत्यधिक तनाव।
3- गलत तरीके से अधिक वजन।
4- गलत तरीके से बैठना।

उपचार :
******

1. रोज सुबह सरसों या नारियल के तेल में लहसुन की तीन-चार कलियॉ डालकर (जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जायें) गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें।

2. नमक मिले गरम पानी में एक तौलिया डालकर निचोड़ लें। इसके बाद पेट के बल लेट जाएं। दर्द के स्थान पर तौलिये से भाप लें। कमर दर्द से राहत पहुंचाने का यह एक अचूक उपाय है।

3. कढ़ाई में दो-तीन चम्मच नमक डालकर इसे अच्छे से सेक लें। इस नमक को थोड़े मोटे सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। कमर पर इस पोटली से सेक करने से भी दर्द से आराम मिलता है।

4. अजवाइन को तवे के पर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें। ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। इसके नियमित सेवन से कमर दर्द में लाभ मिलता है।

5. अधिक देर तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम न करें। हर चालीस मिनट में अपनी कुर्सी से उठकर थोड़ी देर टहल लें।

6. नर्म गद्देदार सीटों से परहेज करना चाहिए। कमर दर्द के रोगियों को थोड़ा सख्ते बिस्तर बिछाकर सोना चाहिए।

7. योग भी कमर दर्द में लाभ पहुंचाता है। भुन्ज्गासन, शलभासन, हलासन, उत्तानपादासन, श्वसन आदि कुछ ऐसे योगासन हैं जो की कमर दर्द में काफी लाभ पहुंचाते हैं। कमर दर्द के योगासनों को योगगुरु की देख रेख में ही करने चाहिए।

8. कैल्शियम की कम मात्रा से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, इसलिए कैल्शियमयुक्त चीजों का सेवन करें।

9. कमर दर्द के लिए व्यायाम भी करना चाहिए। सैर करना, तैरना या साइकिल चलाना सुरक्षित व्यायाम हैं। तैराकी जहां वजन तो कम करती है, वहीं यह कमर के लिए भी लाभकारी है। साइकिल चलाते समय कमर सीधी रखनी चाहिए। व्यायाम करने से मांसपेशियों को ताकत मिलेगी तथा वजन भी नहीं बढ़ेगा।

10. कमर दर्द में भारी वजन उठाते समय या जमीन से किसी भी चीज को उठाते समय कमर के बल ना झुकें बल्कि पहले घुटने मोड़कर नीचे झुकें और जब हाथ नीचे वस्तु तक पहुंच जाए तो उसे उठाकर घुटने को सीधा करते हुए खड़े हो जाएं।

11. कार चलाते वक्त सीट सख्त होनी चाहिए, बैठने का पोश्चर भी सही रखें और कार ड्राइव करते समय सीट बेल्ट टाइट कर लें।
12. ऑफिस में काम करते समय कभी भी पीठ के सहारे न बैठें। अपनी पीठ को कुर्सी पर इस तरह टिकाएं कि यह हमेशा सीधी रहे। गर्दन को सीधा रखने के लिए कुर्सी में पीछे की ओर मोटा तौलिया मोड़ कर लगाया जा सकता है।

10/08/2022

अस्थमा के अचूक घरेलू इलाज

180 मिमी पानी में मुट्ठीभर सहजन
की पत्तियां मिलाकर करीब 5 मिनट तक उबालें।
मिश्रण को ठंडा होने दें, उसमें चुटकीभर नमक,
कालीमिर्च और नींबू रस
भी मिलाया जा सकता है। इस सूप का नियमित
रूप से इस्तेमाल दमा उपचार में कारगर
माना गया है।

अदरक का एक चम्मच ताजा रस, एक कप
मैथी के काढ़े और स्वादानुसार शहद इस मिश्रण
में मिलाएं। दमे के मरीजों के लिए यह मिश्रण
लाजवाब साबित होता है। मैथी का काढ़ा तैयार
करने के लिए एक चम्मच मैथीदाना और एक कप
पानी उबालें। हर रोज सबेरे-शाम इस मिश्रण
का सेवन करने से निश्चित लाभ मिलता है।

लहसुन भी दमा के इलाज में काफी कारगर
साबित होता है। 30 मिली दूध में लहसुन
की पांच कलियां उबालें और इस मिश्रण का हर
रोज सेवन करने से दमे में शुरुआती अवस्था में
काफी फायदा मिलता है। अदरक की गरम चाय
में लहसुन की दो पिसी कलियाँ मिलाकर पीने से
भी अस्थमा नियंत्रित रहता है। सबेरे और शाम
इस चाय का सेवन करने से मरीज
को फायदा होता है।

दमा रोगी पानी में अजवाइन मिलाकर इसे उबालें
और पानी से उठती भाप लें, यह घरेलू उपाय
काफी फायदेमंद होता है। 4-5 लौंग लें और
125 मिली पानी में 5 मिनट तक उबालें।
इस मिश्रण को छानकर इसमें एक चम्मच शुद्ध
शहद मिलाएं और गरम-गरम पी लें। हर रोज
दो से तीन बार यह काढ़ा बनाकर पीने से मरीज
को निश्चित रूप से लाभ होता है।

08/08/2022

रोग भगाए हल्दी
*************
अगर त्वचा पर अनचाहे बाल उग आए
हों तो इन बालों को हटाने के लिए
हल्दी पाउडर को गुनगुने नारियल तेल
में
मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट
को हाथ-पैरों पर लगाएं। ऐसा करने से
शरीर के अनचाहे बालों से निजात
मिलती है।
चोट लगने या मोच होने पर
हल्दी बहुत फायदा करती है।
मांसपेशियों में खिंचाव
या अंदरूनी चोट लगने पर
हल्दी का लेप
लगाएं या गर्म दूध में हल्दी पाउडर
डालकर पीजिए।
धूप में जाने के कारण त्वचा अक्सर
टैन्ड हो जाती है। टैन्ड त्वचा से
निजात पाने के लिए हल्दी पाउडर,
बादाम चूर्ण और दही मिलाकर
प्रभावित स्थान पर लगाइए। इससे
त्वचा का रंग निखर जाता है और
सनबर्न की वजह से
काली पड़ी त्वचा भी ठीक
हो जाती है।
यह एक तरह से सनस्क्रीन लोशन
की तरह काम करता है।
हल्दी को दूध में मिलाकर
इसका पेस्ट बना लीजिए। इस पेस्ट
को चेहरे पर लगाने से त्वचा का रंग
निखरता है और आपका चेहरा खिला-
खिला दिखेगा।
दाग, धब्बे व झाइंया मिटाने के लिए
हल्दी बहुत फायदेमंद है। चेहरे पर दाग
या झाइंया चेहरे के दाग-धब्बे और
झाइयां हटाने के लिए हल्दी और काले
तिल को बराबर मात्रा में पीसकर
पेस्ट
बनाकर चेहरे पर लगाएं।
मुंह में छाले होने पर गुनगुने पानी में
हल्दी पाउडर मिलाकर कुल्ला करें
या हलका गर्म हल्दी पाउडर छालों पर
लगाएं। इससे मुंह के छाले ठीक हो जाते
हैं।

08/08/2022

गठिया (जोड़ों का दर्द)
---------------------
**बथुआ के ताजा पत्तों का रस पन्द्रह
ग्राम प्रतिदिन पीने से गठिया दूर
होता है। इस रस में नमक-
चीनी आदि कुछ न मिलाएँ।
नित्य प्रातः खाली पेट लें या फिर
शाम चार बजे। इसके लेने के आगे पीछे
दो - दो घंटे कुछ न लें। दो तीन माह तक लें।

**नागौरी असगन्ध की जड़ और खांड
दोनों समभाग लेकर कूट-पीस कपड़े
से छानकर बारिक चुर्ण बना लें और
किसी काँच के पात्र में रख लें।
प्रतिदिन प्रातः व शाम चार से
छः ग्राम चुर्ण गर्म दूध के साथ खायें।
आवश्यकतानुसार तीन सप्ताह से
छः सप्ताह तक लें। इस योग से
गठिया का वह रोगी जिसने खाट
पकड़ ली हो वह भी स्वस्थ
हो जाता है। कमर-दर्द, हाथ-पाँव
जंघाओं का दर्द एवं
दुर्बलता मिटती है। यह एक उच्च
कोटि का टॉनिक है

07/08/2022

इलायची के गुण
****************
*इलायची में एंटीआक्सीडेंट होता है।
इसीलिए इससे रोगप्रतिरोधक
क्षमता तो बढ़ती ही है। साथही चेहरे
पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ती व
चेहरे की चमक भी बढ़ती है।

*इलायची का पेस्ट बनाकर माथे पर
लगाएं। सिरदर्द मेंतुरंत आराम
मिलेगा।

*मुंह से दुर्गन्ध आती हो,
इसका इस्तेमाल करें।

*सफर में मुंह में इलायची रखें।
उल्टी नहीं आएगी।

*सांस लेने में तकलीफ हो तो, मुंह में एक इलायची डालें, आराम मिलेगा।

*यदि आवाज बैठी हुई है या गले में
खराश है, तो सुबह उठते समय और रात
को सोते समय छोटी इलायची चबा-
चबाकर खाएँ तथा गुनगुना पानी पीएँ।

*सर्दी-खाँसी और छींक होनेपर एक
छोटी इलायची, एक टुकड़ा अदरक,
लौंग तथा पाँच तुलसी के पत्ते एक साथ
पान में रखकर खाएँ।

*बड़ी इलायची पाँच ग्राम लेकर
आधा लीटर पानी में उबाल लें। जब
पानी एक-चौथाईरह जाए, तो उतार लें।
यह पानी उल्टियाँ रोकने में कारगर
सिद्ध होता है।

*मुँह में छाले हो जाने पर
बड़ी इलायची को महीन पीसकर
उसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर
जबान पर रखें।

*यदि केले अधिक मात्रा मेंखा लिए
हों, तो तत्काल एक इलायची खा लें।केले पच जाएँगे और आपको हल्कापन महसूस होगा।

*बहुतों को यात्रा के दौरान बस में
बैठने पर चक्कर आते हैं
या जी घबराताहै। इससे निजात पाने
के लिएएक छोटी इलायची मुँह में
रखें ।

24/07/2022

शरीर पर मस्सों के लिए घरेलू नुस्खे ::
मस्से को समाप्त करने के लिए एक
अगरबत्ती जला लें और अगरबत्ती के
जले हुए गुल को मस्से का स्पर्श कर
तुरन्त हटा लें। ऐसा 8-10 बार करें,
ऐसा करने से मस्सा सूखकर झड़ जाएगा।
अगर ज्यादा मस्से हों तो बारी-बारी से
सभी मस्सों को इसी तरीके से जलाकर
झड़ा दें। ध्यान रहे, अगरबत्ती का स्पर्श
सिर्फ मस्से पर ही होना चाहिए।
खट्टे सेब लेकर उनका जूस निकाल
लीजिए और उसको दिन में कम से कम
तीन बार मस्से की जगह पर लगाइए। इस
जूस को नियमित रूप से लगाने पर आप
पाएंगे कि मस्से धीरे-धीरे झड़ रहे हैं
और तीसरे सप्ताह तक लगभग समाप्त
हो जाएंगे।
मस्से को समाप्त करने के लिए प्याज
भी फायदेमंद है। एक प्याज को लेकर
उसके रस को दिन में एक बार
नियमित रूप से लगाने से मस्से समाप्त
होते हैं।
बेकिंग सोडा और अरंडी के तेल
को रात में मस्सों लगाकर सो जाइए,
ऐसा करने से मस्से धीरे-धीरे मस्से
समाप्त हो जाते हैं। लहसुन की कली को छील लीजिए,
उसके बाद उसे काटकर मस्सों पर
रगडि़ए, कुछ दिन बाद मस्से सूखकर
झड़ जाएंगे।
फूल गोभी का रस मिलाने से मस्से
समाप्त हो जाते है।

17/07/2022

''हृदय रोगः कारण एवं निवारण''

हृदय, अर्थात् दिल शरीर का सबसे मूल्यवान् अंग है। इसकी धड़कन की स्थिति देखकर ही हम किसी के रोगी या निरोगी होने की पुष्टि करते हैं। यह हृदय ही सारे शरीर में शुद्ध ऑक्सीजन् युक्त रक्त को पहुँचाने की जिम्मेदारी निर्वहन करता है। इसके लिये उसे पर्याप्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है। जब यह शक्ति कम हो जाती है या उसकी आपूर्ति में गतिरोध आने लगता है, तो अनेकों परेशानियाँ खड़ी होने लगती हैं।

हृदय असंख्य पतली - पतली नसों एवं मांसपेशियों से युक्त एक गोल लम्बवत् खोखला मांस पिण्ड होता है। इसके अन्दर चार खण्ड (पार्ट) होते हैं और प्रत्येक खण्ड में एक ऑटोमैटिक वाल्व लगा रहता है। इससे पीछे से आया हुआ रक्त उस खण्ड में इकट्ठा होकर आगे तो जाता है, परन्तु वापस आने से पहले वाल्व बन्द हो जाता है, जिससे वह रक्त शरीर के सभी भागों में चला जाता है। ऐसा हृदय के चारांे भागों में चलता रहता है। जब इन ऑटोमैटिक वाल्वों में खराबी आ जाती है, तो रक्त पूरी मात्रा में आगे नहीं जा पाता और कुछ वापस आ जाता है, इससे रक्त सारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है और कई तरह की परेशानियाँ खड़ी होती हैं। हृदय पर अतिरिक्त बोझ पड़ने लगता है। जिससे उसमें अचानक तीव्र दर्द उठता है, जो असहनीय होता है। यह दर्द सीने के बीच के हिस्से में होता हुआ बायीं बाजू, गले व जबड़े की तरफ जाता है।

कारण

ज्यादा चर्बीयुक्त आहार प्रतिदिन लेने से वह चर्बी नसों में इकट्ठी होती जाती है और धमनियों में सिकुड़न या छेद हो जाता है इससे रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिससे हृदय में अतिरिक्त दबाव बढ़ जाता है और शरीर में रक्त प्रवाह की कमी हो जाती है। इस स्थिति में जब हम तेज - तेज चलते हैं, सीढ़ियाँ चढ़ते है या कोई वजन उठाते है, तब हमें ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती हैै।

हृदय रोग से सम्बन्धित बीमारियाँ

1-उच्च रक्तचाप -

उच्च रक्तचाप के लगातार बने रहने से हृदय में अतिरिक्त दबाव बना रहता हैै, जिससे हृदय रोग होने की सम्भावना ज्यादा रहती है। अगर समय रहते दवाओं के माध्यम से ब्लड प्रेशर को सामान्य कर लिया जाये, तो हृदय रोग होने की सम्भावना घट जाती है।

2- गुर्दे की बीमारियाँ

गुर्दे की कई प्रकार की बीमारियों की वजह से खून की सफाई का कार्य बाधित होता है और हृदय में दूषित खून के बार - बार जाने से उसकी मांसपेशियाँ कमजोर पड़ने लगती है, जो हृदय रोग का कारण बनती हैैं।

3- डायबिटीज अर्थात् मधुमेह

जब डायबिटीज के कारण खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और लम्बे समय तक बराबर बनी रहती है, तो धीरे - धीरे यही हृदय रोग का कारण बनती है।

4- मोटापे की अधिकता

जब अनियमित खान-पान से या कई प्रकार की हारमोनल बीमारियों से व्यक्ति का मोटापा बढ़ जाता है तब भी हृदय रोग सामान्य से ज्यादा होने की सम्भावना रहती है।

5- पेट में कीडे़ (कृमि) होने पर

जब आमाशय में दूषित खान - पान की वजह से कृमि पड़ जाते हैं और समय से इलाज न मिलने की वजह से पर्याप्त बड़े हो जाते है, तब वे वहां रहते हुए आपका खाना भी खाते हैं तथा दूषित मल भी विसर्जित करते हैं और वही खून हृदय में बार-बार जाता है जो हृदय रोग का कारण बनता है इसलिये वर्ष में एक बार कीड़े मारने की दवा अवश्य खानी चाहिये ।

6- खान-पान

तनावमुक्त रहते हुए, शाकाहारी भोजन को पूर्णतः अपने जीवन में अपनाकर काफी हद तक हृदय रोग से बचा जा सकता है। इस सम्बन्ध में निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखें।

1- शरीर की आवश्यकता के अनुसार ही कम चिकनाईयुक्त आहार लेना चाहिए। 40वर्ष की उम्र
के बाद आ
वश्यकता से अधिक खाना स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक है। नसों में अत्यधिक चर्बी के जमाव को रोकने के लिए चोकरयुक्त आटे की रोटियाँ, ज्यादा मात्रा में हरी सब्जियाँ, सलाद, चना, फल आदि का उपयोग करंे।

2- खाने में लाल मिर्च, तीखे मसाला आदि एक निर्धारित मात्रा में ही सब्जी में डालें तथा ज्यादा तली चीजें, तेल युक्त अचार आदि बहुत कम मात्रा में लें। एक बार में ज्यादा खाना न खाकर आवश्यकतानुसार थोड़ा-थोड़ा कई बार खाना खायें।

3- सूर्योदय के पहले उठना, धीरे - धीरे टहलना, स्नान आदि करके हल्के योग एवं ध्यान आदि प्रतिदिन करना चाहिये।

4- मांसाहार, अण्डे, शराब व धूम्रपान, तम्बाकू आदि से पूर्णतः अपने आपको बचायें। ये हृदय एवं शरीर के लिये अत्यन्त घातक हैं इसलिये इनका भूल कर भी सेवन न करें।

5- मानसिक तनाव को दूर रखें। इससे हृदय में दबाव पड़ता है। सदा ही प्रसन्न रहने की कोशिश करें, क्रोध बिल्कुल न करें, सदा हंसते रहें।

हृदय रोग के लक्षण

ज्यादा तेज चलने, सीढ़ियाँ चढ़ने या साइकिल आदि चलाने से सांस फूलना, कमजोरी व थकान लगना, पसीना अधिक आना, सीने में दर्द होना, मिचली आना, पैरों में सूजन हो जाना, दिल की धड़कन बढ़ना, घबराहट होना, रात में नींद कम आना व अचानक खुलने पर नींद न आना आदि होने से समझ लें कि आपको हृदय रोग पकड़ रहा है। इसलिये समय रहते तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करंे। ऐलोपैथी में अनेकों दवायें खून पतला करने की एवं हृदय को ताकत देने की हैं और जब यह दवायें काम नहीं करती हैं तो आपरेशन ही अन्तिम विकल्प बचता है।

हृदय रोग निवारक आयुर्वेदिक औषधियाँ -

जैसे ही हमें चिकित्सकों से यह पता चले की हम हृदय रोग की चपेट में आ चुके हैं तो किसी योग्य आयुर्वेदिक डाक्टर या वैद्य द्वारा निर्देशित दवाओं का सेवन चालू कर दें। आज भी आयुर्वेद में इतनी क्षमता है कि वह हृदय रोग को ठीक कर सकता है। आयुर्वेद रोग को दबाता नहीं, अपितु उसे समूल नष्ट करता है।

Address

Sangaria

Opening Hours

Monday 9am - 5pm
Tuesday 9am - 5pm
Wednesday 9am - 5pm
Thursday 9am - 5pm
Friday 9am - 5pm
Saturday 9am - 5pm

Telephone

+919828647396

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when स्वास्थ्य posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to स्वास्थ्य:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram