08/11/2021
मेरे प्यारे दोस्तों मैं कजरी उम्र उन्नीस साल लखनऊ की रहने वाली हूँ। मेरी बहन की शादी पिछले साल ही हुई। जीजा जी और दीदी दोनों बंगलौर में रहते हैं वही जॉब करते हैं। मैं और मेरी माँ दोनों साथ रहते हैं पिताजी इस दुनिया में नहीं है। इस वजह से भी गीता दीदी की शादी जल्दी हो गई। जब की अभी मेरी माँ की उम्र मात्र 38 साल है। हम तीनो ही एक जैसे लगते हैं माँ मेरी लगती नहीं है की उनकी उम्र इतनी है। पिताजी के डेथ के बाद वो विधवा की तरह रहने लगी पर वो विधवा कम एक लड़की ज्यादा लगने लगी क्यों की वो अब सिंदूर नहीं करती है हम दोनों के तरह ही कपडे पहनती है। उसके बाद हमलोग नए फ्लैट में भी शिफ्ट कर लिए इसलिए वह कोई जानपहचान का भी नहीं था इसवजह से कोई पॉइंट आउट करने वाला नहीं था। मजे की ज़िंदगी जी रहे थे।एक रात की बात है मैं सोइ थी अचानक मेरी नींद खुली ऐसा लगा कोई कराह रही है। मैं दौड़कर माँ के कमरे के तरफ गई मुझे लगा की माँ का तबियत ख़राब हो गया है। जैसे ही उनके कमरे के पास पहुंची तो दरवाजा थोड़ा खुला था मैं थोड़ा और खोली तो देखि माँ की चूचियां जोर और से हिल रही थी और जीजू उनके ऊपर चढ़े हैं। वो जब जब धक्का देते माँ की चूचियां फूटबाल की तरह हिल जाती। वो कभी माँ को किश करते कभी बूब्स दबाते कभी बूब चूसते। देखकर मैं हैरान हो गई वो दोनों एक पोर्न स्टार की तरह चुदाई कर रहे थे
मैं वही पर खड़ी कड़ी अपनी चूत सहला रही थी। माँ आँख बंद कर ली थी शायद वो थक गई और पांच मिनट के अंदर ही सो गई। जीजू वैसे नंगे ही बाहर बाथरूम में आने लगे। मैं वह से हट नहीं पाई को वो पहुंच गए थे। मैं उस समय बहुत गरम ही वासना की आग में जल रही थी। कामुकता का भूत सवार हो गया था। उनके बाहर आते ही मैं उसे लिपट गई वो ही हैरान हो गए पर तुरंत ही सम्भल गए। वो बोले क्या आपने सब कुछ देख लिया। मैं बोली हां सब कुछ तभी तो पागल हो रही हूँ।