
15/07/2025
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति विद्यार्थियों को किया जागरूक, कलंक और भेदभाव मिटाने की दिलाई शपथ
सरदारशहर (चुरू) 14-07-2025 । शाकम्भरी विद्यापीठ उच्च माध्यमिक विद्यालय, सरदारशहर में "मनोजागरण" शीर्षक से एक विशेष मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का उद्देश्य विद्यार्थियों में मानसिक स्वास्थ्य, मनोवैज्ञानिक विकास एवं जीवन कौशल को प्रोत्साहित करना और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कलंक एवं भेदभाव को समाप्त करने हेतु उन्हें जागरूक बनाना था। प्रधानाचार्य भरत गौड़ ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में विद्यार्थियों में तनाव, चिंता, अवसाद, नशा और स्क्रीन एडिक्शन तेजी से बढ़ रहा है जिसका नकारात्मक असर विधार्थियों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है जिससे बचने के लिए शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की बहुत जरुरत है।
मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ भूपेश दीक्षित ने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, आत्म-नियंत्रण, पोष्टिक आहार, नींद के महत्व तथा सकारात्मक जीवनशैली के विविध पहलुओं पर जागरूक किया । दीक्षित ने बताया कि मानसिक रूप से स्वस्थ विद्यार्थी ही अपने लक्ष्यों को बेहतर ढंग से प्राप्त कर सकता है और जीवन में उचित निर्णय ले सकता है। उन्होंने छात्र-छात्रों को बताया कि मन की बात साझा करने, संतुलित आहार, योग अभ्यास, व्यायाम और नियमित दिनचर्या अपनाकर वे तनावमुक्त और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। उन्होंने विधार्थियों को बताया कि मानसिक एवं भावनात्मक परामर्श हेतु भारत सरकार द्वारा संचालित टेलीमानस टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14416 अथवा 18008914416 पर किसी भी समय कॉल कर दक्ष परामर्शदाता से काउंसलिंग प्राप्त की जा सकती है।
सत्र के अंत में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कलंक और भेदभाव को समाप्त करने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर सभी ने यह संकल्प लिया कि वे मानसिक रोगों को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करेंगे और मानसिक रूप से संघर्षरत व्यक्तियों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण और सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाएंगे। कार्यक्रम में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 250 से अधिक विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया । विधार्थियों ने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अपने विचार एवं अनुभव भी साझा किए। विद्यालय प्रशासन ने आशा व्यक्त कि इस प्रकार की पहल विद्यार्थियों को मानसिक रूप से सशक्त बनाएंगी और विद्यालय एक समावेशी एवं सहायक वातावरण तैयार करने की दिशा में अग्रसर होगा। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे।