BAMS ( Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery )

BAMS ( Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery ) Unique place for Students/Doctors of Ayurveda !! "स्वस्थस्य स्वास्थ्यरक्षणं; आतुरस्य विकारप्रशमनं च।'
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जय माता दी 🚩
30/09/2025

जय माता दी 🚩

23/09/2025

आयुर्वेद दिवस की अनंत शुभकामनाएँ 💐

कुछ कमी लग रही है ना ?

23/09/2025
NeXT Level Terror among the batches 2021-22 onwards 💀
16/09/2025

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FYI
14/09/2025

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12/09/2025

कौमार्यभ्रत विभाग के स्वर्णप्राशन के अतिरिक्त और क्या प्रचलन मे है ?

इस विभाग में जितना सामर्थ है उसका रत्ती भर भी प्रयोग दिखाई नहीं दे रहा 🥲

10th Ayurveda Day 💐
10/09/2025

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भारत में एमबीबीएस और बीएएमएस को मिलाकर एक दोहरी चिकित्सा डिग्री का प्रस्ताव एक क्रांतिकारी कदम है, जो एलोपैथी और आयुर्वे...
09/09/2025

भारत में एमबीबीएस और बीएएमएस को मिलाकर एक दोहरी चिकित्सा डिग्री का प्रस्ताव एक क्रांतिकारी कदम है, जो एलोपैथी और आयुर्वेद को एक साथ लाता है।

फायदे:
• यह छात्रों को एक साथ दोनों प्रणालियों का ज्ञान देता है, जिससे वे अधिक समग्र दृष्टिकोण अपना सकते हैं।
• यह 5.5 साल का संयुक्त पाठ्यक्रम समय और संसाधनों की बचत करता है।
• यह पारंपरिक आयुर्वेद को मुख्यधारा में लाता है और करियर के नए विकल्प खोलता है।

नुकसान:
• चिकित्सा संघों का मानना है कि इससे 'हाइब्रिड डॉक्टर' पैदा होंगे जिनमें किसी भी एक प्रणाली की पूरी विशेषज्ञता नहीं होगी।
• यह रोगी की इलाज की पसंद को सीमित कर सकता है।
• दो जटिल प्रणालियों को एक साथ पढ़ाने से गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर समझौता हो सकता है।

यह पहल एक साहसिक प्रयोग है, लेकिन इसे लागू करने से पहले विशेषज्ञता, रोगी सुरक्षा और चिकित्सा संघों की चिंताओं को दूर करना आवश्यक है, ताकि किसी भी प्रणाली के मूल सिद्धांतों से समझौता न हो।

डॉ. हेमन्त

वाराणसी का प्रसिद्ध धन्वंतरि कूप और धन्वंतरीश्वर मंदिरवाराणसी, जिसे काशी के नाम से भी जाना जाता है, अपनी धार्मिक और ऐतिह...
08/09/2025

वाराणसी का प्रसिद्ध धन्वंतरि कूप और धन्वंतरीश्वर मंदिर

वाराणसी, जिसे काशी के नाम से भी जाना जाता है, अपनी धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इसी शहर के एक कोने में स्थित है आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि का एक अनोखा और चमत्कारी स्थान, धन्वंतरीश्वर मंदिर और उससे सटा धन्वंतरि कूप।

मृत्युंजय महादेव मंदिर के प्रांगण में स्थित यह कूप (कुआँ) कोई साधारण जल स्रोत नहीं है। इसे 'धन्वंतरि कूप' के नाम से जाना जाता है क्योंकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसका जल औषधीय गुणों से भरपूर है। कहा जाता है कि इस कूप का जल पीने से कई तरह के रोग और व्याधियां दूर हो जाती हैं। यही कारण है कि यहाँ देश-विदेश से श्रद्धालु और रोगी स्वास्थ्य लाभ की कामना से आते हैं।

धन्वंतरि कूप के पास ही भगवान धन्वंतरि को समर्पित एक छोटा-सा मंदिर है, जिसे धन्वंतरीश्वर मंदिर कहते हैं। आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि को समर्पित यह मंदिर भक्तों के लिए एक विशेष आस्था का केंद्र है। लोग यहाँ रोगों से मुक्ति और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करने आते हैं।

इन दोनों स्थानों के बारे में कई रहस्यमयी कथाएँ प्रचलित हैं। एक मान्यता के अनुसार, समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर इसी स्थान पर प्रकट हुए थे। एक अन्य कथा के अनुसार, इस कूप में औषधियों का वास है, जो इसके जल को चमत्कारी बनाता है।

यह स्थान केवल धार्मिक महत्व ही नहीं रखता, बल्कि यह आयुर्वेद और प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति के महत्व को भी दर्शाता है। वाराणसी आने वाले लोगों के लिए धन्वंतरि कूप और मंदिर एक ऐसा स्थल है, जहाँ वे न केवल आध्यात्मिक शांति पाते हैं, बल्कि स्वास्थ्य और आरोग्य की भी आशा करते हैं।

डॉ. हेमंत

06/09/2025

Address

Ayukari Health Care, Jhanda Chock
Shujalpur
465333

Opening Hours

Monday 9am - 8pm
Tuesday 9am - 8pm
Wednesday 9am - 8pm
Thursday 9am - 8pm
Friday 9am - 8pm
Saturday 9am - 8pm
Sunday 9am - 8pm

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