16/07/2019
आजकल न सिर्फ बच्चे और युवा बल्कि बुजुर्ग लोग भी हर वक्त फोन से चिपके रहते हैं। स्मार्टफोन के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से आंखों में सूखापन,जलन या पानी निकलना जैसी समस्या होती है। पहले तो ये समस्या बड़े लोगों में ज्यादा देखी जाती थी, लेकिन अब युवा पीढ़ी भी इसमें शामिल है। स्मार्ट फोन से निकलने वाली ब्लू लाइट यूवी लाइट की तरह होती है। एक शोध से पता चलता है कि आंखों में मौजूद सेल्स को इससे नुकसान पहुंचता है। देर रात तक फोन यूज़ करने से नींद ख़राब होती है, इससे आंखों के नीचे डार्क सर्कल, पफनेस आदि होने के साथ आईसाइट पर भी बुरा असर होता है। रात में जब आप अपना फोन यूज़ करते हैं, तो उससे निकलनेवाली लाइट सीधे रेटिना पर असर करती है । इससे आपकी आंखें देखने की क्षमता धीरे-धीरे घटने लगती है। ख़ुद ही एक लिमिट तय करें, रात में एक समय के बाद फोन यूज़ न करें। अपने फोन का इस्तेमाल करते वक्त आंखों से दूरी बनाए रखें, इससे आंखें सुरक्षित रहेगी। जब भी फोन इस्तेमाल करें, तब हर 20 मिनट के बाद 20 सेकंड का ब्रेक लें। समय-समय पर आप आंखों को झपकाते रहें। इससे आंखों में नमी बनी रहती हैं और दर्द भी नहीं होता है। मोबाइल फोन की ब्राइट्नेस ज्यादा या बहुत कम भी नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा फॉंट साइज मीडियम हो, तो ज्यादा बेहतर है। वैसे तो स्मार्टफोन आंखों के लिये नुकसानदायक है, लेकिन आप इन आसान चीज़ों को लागू करके अपनी आंखों के नुकसान को कम कर सकते हैं।