
14/09/2025
मैं हिंदी हूँ.....*विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएं*
भारतवर्ष की आत्मा उसकी विविधता में बसी है—हर प्रदेश की अपनी भाषा, संस्कृति और पहचान है। हिंदी न केवल एक भाषा है बल्कि करोड़ों भारतीयों के भावों की अभिव्यक्ति है। यह सच है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे कई राज्यों में क्षेत्रीय भाषाओं की अपनी प्रमुखता है और वहाँ हिंदी बोलने वालों को कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
लेकिन ध्यान देने योग्य बात यह है कि हिंदी केवल भाषा नहीं, बल्कि जोड़ने का सेतु है। चाहे दिल्ली हो, मुंबई हो, कोलकाता हो या बेंगलुरु—हिंदी किसी न किसी रूप में बोली और समझी जाती है।
विरोध की घटनाएँ राजनीति और संकीर्ण मानसिकता का परिणाम होती हैं, न कि आम जनता के दिलों की सच्चाई। आम लोग आज भी हिंदी में गाना सुनते हैं, फिल्म देखते हैं, बात-चीत करते हैं।
🌸 हिंदी दिवस का संदेश यही है –मेरी नजर में
हिंदी बोलने वाले पर अत्याचार करना भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब और "वसुधैव कुटुम्बकम्" जैसी सोच पर चोट करना है। हमें इसे कड़ी निंदा के साथ देखना चाहिए और यह संदेश देना चाहिए कि –
"भाषा बाँटने के लिए नहीं, जोड़ने के लिए होती है।"