Love guruji shiv jyotish

Love guruji shiv jyotish Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Love guruji shiv jyotish, Astrologist & Psychic, 90 Radhey Nagar Society Ichha Nath Road Parle Point, Surat.

love vashikaran black magic specialist CD SHASTRI ji +91-8469019843
love vashikaran black magic specialist CD SHASTRI +91-8469019843
online black magic specialist astrologer+91-8469019843

कात्यायनी पूजा करने से व्यक्ति को शक्ति, साहस और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है, वैवाहिक जीवन की बाधाएं दूर होती हैं, व...
26/09/2025

कात्यायनी पूजा करने से व्यक्ति को शक्ति, साहस और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है, वैवाहिक जीवन की बाधाएं दूर होती हैं, विवाह के योग बनते हैं और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. इसके अलावा, धन-धान्य, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है, सभी रोग, शोक, संताप और भय नष्ट होते हैं, और अंततः मोक्ष की प्राप्ति होती है.
कात्यायनी पूजा के लाभ
शारीरिक और मानसिक शक्ति:
मां कात्यायनी की पूजा करने से भक्तों में शक्ति का संचार होता है और वे अपने अंदर की बुराइयों, यानी अपने आंतरिक "महिषासुर" (नकारात्मकता, डीमोरलाइज करने वाली शक्ति) का नाश करने में सक्षम होते हैं.

शत्रुओं पर विजय:
देवी कात्यायनी शक्ति और साहस का प्रतीक हैं. इनकी पूजा से भक्तों को शत्रुओं पर विजय मिलती है और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं.

शीघ्र विवाह:
अविवाहित लड़कियों के विवाह में जो देरी हो रही हो, वह कात्यायनी की पूजा से दूर होती है, और उन्हें सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है. यह मांगलिक दोष से मुक्ति पाने में भी सहायक है.

धन और समृद्धि:
माता की पूजा से आय, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है, जिससे धन-धान्य की कमी नहीं रहती.

रोग और भय से मुक्ति:
मां कात्यायनी की आराधना से सभी प्रकार के रोग, शोक, संताप और भय का नाश होता है.

मनोवांछित फल की प्राप्ति:
भक्ति भाव से की गई पूजा से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

मोक्ष प्राप्ति:
मां कात्यायनी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है.

पीपल के वृक्ष की पूजा 21 सितंबर के दिन सर्वपितृ अमावस्या भी है और सूर्य ग्रहण भी। इस दिन अगर आप पीपल के वृक्ष की पूजा कर...
17/09/2025

पीपल के वृक्ष की पूजा
21 सितंबर के दिन सर्वपितृ अमावस्या भी है और सूर्य ग्रहण भी। इस दिन अगर आप पीपल के वृक्ष की पूजा करते हैं, पीपल तले दीपक जलाते हैं और पानी पीपल की जड़ में देते हैं तो शुभ फलों की प्राप्ति आपको होगी। ऐसा करने से पितरों का असीम आशीर्वाद आपको प्राप्त होगा और साथ ही पितृ दोष से भी आपको मुक्ति मिलेगी। इस दिन किया गया यह उपाय आपको आर्थिक और करियर के क्षेत्र में भी उन्नति के पथ पर ले जा सकता है।

पितृपक्ष अमावस्या के दिन दान
हिंदू धर्म में दान का बड़ा महत्व है। इसलिए सर्पपितृ अमावस्या और सूर्य ग्रहण के संयोग में आपको दान भी अवश्य करना चाहिए। इस दिन अगर आप गेंहू, गुड़, केला, दूध, दाल, कपड़े और यथासंभव धन का दान करते हैं तो पितरों के साथ ही सूर्य देव की कृपा भी आपको प्राप्त होगी। ऐसा करने से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और घर में धन-धान्य की बरकत होगी।

पंचबलि करें
सर्वपितृ अमावस्या के दिन आपको पंचबलि यानि पांच जीवों को भोजन करवाना चाहिए। ऐसा करे से आपको सभी पितृ प्रसन्न होकर आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाते हैं। पंचबलि का अर्थ है कि पांच जीवों- गाय, कुत्ता, कौवा, चींटी और मछली को भोजन करवाना।

खीर का भोग
पितृपक्ष की अमावस्या के दिन आपको पितरों के निमित्त दूध और चावल की खीर बनानी चाहिए। खीर का भोग पितरों को लगाने से आपके जीवन में भी मिठास आती है और पारिवारिक जीवन खुशहाल होता है।

पितृ दोष के प्रमुख लक्षणविवाह प्रस्ताव बार-बार असफल होना।पति-पत्नी के बीच बार-बार झगड़े होना।संतान सुख में देरी या संतान...
14/09/2025

पितृ दोष के प्रमुख लक्षण
विवाह प्रस्ताव बार-बार असफल होना।

पति-पत्नी के बीच बार-बार झगड़े होना।

संतान सुख में देरी या संतान का स्वास्थ्य खराब रहना।

घर में अचानक आर्थिक संकट आना।

बिना कारण पारिवारिक सदस्यों के बीच तनाव बढ़ना।

प्रश्न:
कैसे पहचानें कि विवाह या परिवार में हो रही समस्याओं का कारण पितृ दोष है?

उत्तर:
यदि उपरोक्त लक्षण निरंतर और बिना किसी स्पष्ट कारण के हो रहे हों, तो ज्योतिषीय कुंडली का विश्लेषण कर पितृ दोष की पुष्टि करानी चाहिए।
Shiv Jyotish
+91 8469019843

11/09/2025

1. वसु पितर: ये वे पितर होते हैं जो हाल ही में शरीर का त्याग कर चुके होते हैं, जैसे व्यक्ति के माता-पिता.

2. रुद्र पितर: ये पूर्वजों की आत्माएं हैं, जैसे दादा-दादी जो मर चुके हैं.

3. आदित्य पितर: ये सबसे पहले मर चुके पूर्वज होते हैं, जैसे परदादा-परदादी.

कुल मिलाकर, पुराण बताते हैं कि मृत्यु के बाद आत्मा प्रेत योनी से पितृ योनी में जाती है, और इन प्रकारों के आधार पर उनका तर्पण किया जाता है. वहीं इसी तरह श्राद्ध के प्रकारों का विस्तार से उल्लेख पुराणों में मिलता है. मुख्य रूप से 12 प्रकार के श्राद्ध बताए गए हैं, जो विभिन्न अवसरों और विधियों पर आधारित हैं. हालांकि, मत्स्य पुराण में 3 प्रकार, स्मृतिग्रंथ में 5 प्रकार और भविष्य पुराण में तो लगभग 96 ऐसे अवसर हैं, जब श्राद्ध किया जा सकता है, इनमें अमावस्या और पूर्णिमा भी शामिल हैं

हालांकि पौराणिक वर्णन और व्याख्या के आधार पर 12 प्रकार के श्राद्ध का वर्णन किया गया है.

नित्य श्राद्ध: प्रतिदिन किया जाने वाला श्राद्ध, जिसमें तिल, जल, दूध आदि से पितरों को तृप्त किया जाता है. विष्णु पुराण में इसका महत्व बताया गया है.

नैमित्तिक श्राद्ध: विशेष अवसरों जैसे पुत्र जन्म या मृत्यु तिथि पर किया जाता है. ब्रह्म पुराण और शिव पुराण में इसे देवताओं को समर्पित बताया गया है.

काम्य श्राद्ध: इच्छा पूर्ति के लिए किया जाता है, जैसे संतान प्राप्ति या स्वास्थ्य लाभ. भागवत पुराण में इसका उल्लेख है.

वृद्धि श्राद्ध: परिवार में वृद्धि (जैसे विवाह) के समय किया जाता है. इसका वर्णन मत्स्य पुराण में किया गया है.

सपिण्डन श्राद्ध: मृत्यु के बाद सपिण्डन संस्कार के समय यह श्राद्ध किया जाता है. नारद पुराण में इसके विधान का विस्तार से वर्णन किया गया है.

पार्वण श्राद्ध: पितृ पक्ष में किया जाने वाला मुख्य श्राद्ध. इसे लगभग सभी पुराणों में बताया गया है लेकिन वामन पुराण इसकी व्याख्या भी विस्तार से करता है.
गोष्ठी श्राद्ध: समूह में किया जाने वाला विशेष श्राद्ध विधान है. यह कम ही होता है.

प्रेत श्राद्ध: प्रेत योनी में फंसे पितरों के लिए, यह ज्योतिष और पुरोहित के दिए गए सुझाव के आधार पर किया जाता है.

कर्मांग श्राद्ध: कर्मों के अंग के रूप में भी यह श्राद्ध किया जाता है.

दैविक श्राद्ध: देवताओं से जुड़ा हुआ श्राद्ध

यात्रार्थ श्राद्ध: यात्रा के समय किया गया श्राद्ध

पुष्टयर्थ श्राद्ध: पोषण और शक्ति के लिए किया जाने वाला श्राद्ध

वायु पुराण में श्राद्ध से जुड़े 30 नियमों का उल्लेख है, जो विधि-विधान पर जोर देते हैं. पुराणों के अनुसार, श्राद्ध पांच महायज्ञों में से एक है (ब्रह्म यज्ञ, देव यज्ञ, पितृ यज्ञ आदि), जैसा कि वेदों और पुराणों में वर्णित है. पुराणों में पितरों और श्राद्ध का वर्णन हमें पूर्वजों के प्रति कर्तव्य की याद दिलाता है. इसीलिए सनातन परंपरा सिर्फ वर्तमान की बात नहीं करती है, इसमें एक ही समय में तीनों कालों की मौजूदगी रहती है.

વિઘ્ન હર્તા તમામ વિઘ્નો દૂર કરે છે. તેમના આશીર્વાદથી તમામ કામ થાય છે. આ ગણેશ ઉત્સવ તમારા જીવનમાંથી તમામ દુ:ખ દૂર કરે. ગણ...
26/08/2025

વિઘ્ન હર્તા તમામ વિઘ્નો દૂર કરે છે. તેમના આશીર્વાદથી તમામ કામ થાય છે. આ ગણેશ ઉત્સવ તમારા જીવનમાંથી તમામ દુ:ખ દૂર કરે. ગણેશ ચતુર્થીની શુભકામનાઓ!

https://www.shiv-jyotish.com/
Call us: +91-8469019843







#

માસ આવ્યો ભાદરવો જેનો મહિમા છે અપાર... પ્રગટ્યા પીર રામદેવ થયો અજમલ ઘર અવતાર...સર્વે રામદેવ ભક્તોને અષાઢી બીજની હાર્દિક ...
25/08/2025

માસ આવ્યો ભાદરવો જેનો મહિમા છે અપાર... પ્રગટ્યા પીર રામદેવ થયો અજમલ ઘર અવતાર...
સર્વે રામદેવ ભક્તોને અષાઢી બીજની હાર્દિક શુભેચ્છાઓ જય હો અણુંજાના રાજા

#રામદેવ #રામદેવપીર #અષાઢીબીજ



https://www.shiv-jyotish.com/

23/08/2025

सभी जगह से निराश भाई और बहन एक बार ज़रूर कॉल करे एक फ़ोन आपका जीवन बदल सकता है

Relationship Problem Specialist, खोया हुआ प्यार वापिस पाएं, तुरंत कॉल करें, अपने Ex को वापस पाएं. Call Anytime For Love Marriage, Breakup, Relationship, Divorce, Family, lost love Solution.



Love Marriage Problem Solution / Intercaste Love Matters
husband | Extra Marital Affairs
Get Your Love Back
Divorce Problem Solution
1. Love problem solution
2. Love marriage specialist
3. Settle in foreign
4. Ex lover problem solution

https://www.youtube.com/shorts/kv-Kivj30wU
14/08/2025

https://www.youtube.com/shorts/kv-Kivj30wU

Love Problem Solution with Specialist Astrologer advice & get back your love fast on Call. Get any Problem Solution on Phone by Famous and Top Astrologer of ...

13/08/2025

kundli me Divorce Problem Solution

06/02/2025
05/02/2025

Address

90 Radhey Nagar Society Ichha Nath Road Parle Point
Surat
395007

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Love guruji shiv jyotish posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Love guruji shiv jyotish:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram