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मानव प्रजनन सामग्री के परीक्षण किए गए प्रत्येक नमूने में माइक्रोप्लास्टिक पाया गया।चीन में किए गए अध्ययन ने प्रजनन स्वास...
03/04/2025

मानव प्रजनन सामग्री के परीक्षण किए गए प्रत्येक नमूने में माइक्रोप्लास्टिक पाया गया।

चीन में किए गए अध्ययन ने प्रजनन स्वास्थ्य पर प्लास्टिक प्रदूषण के संभावित प्रभाव के बारे में बढ़ती वैश्विक चिंता को और बढ़ा दिया है।

शोधकर्ताओं ने विवाह-पूर्व स्वास्थ्य जांच से गुजर रहे 130 स्वस्थ पुरुषों के नमूनों का विश्लेषण किया और आठ अलग-अलग प्रकार के प्लास्टिक के निशान पाए, जिनमें पॉलीस्टाइनिन सबसे आम था।

ये निष्कर्ष इटली और चीन (जबकि भारत जैसे देशों में इन देशों की तुलना में प्लास्टिक का कही अधिक उपयोग किया जाता हैं आम ज़िंदगी में तो आप सोच सकते हैं की भारत में पुरुष बांझपन की स्तिथि कितनी गंभीर होगी) के अन्य हिस्सों में किए गए इसी तरह के अध्ययनों को दर्शाते हैं, जहाँ अंडकोष (मैले Testicles) और यहाँ तक कि स्तन के दूध में भी माइक्रोप्लास्टिक पाए गए थे। जबकि सटीक स्वास्थ्य प्रभावों का अभी भी पता लगाया जा रहा है, पहले किए गए शोध से पता चला है कि माइक्रोप्लास्टिक शुक्राणुओं की संख्या को कम करता है, शुक्राणु कोशिकाओं को विकृत कर सकता है और हार्मोन को बाधित कर सकता है।

माइक्रोप्लास्टिक - प्लास्टिक कचरे के टूटने से बनने वाले छोटे-छोटे टुकड़े - अब ग्रह के लगभग हर कोने में पाए जाते हैं और भोजन, पानी और यहाँ तक कि हवा के माध्यम से हमारे शरीर में पहुँच चुके हैं। वैज्ञानिक इस बात पर ज़ोर देते हैं कि यह समझना "आवश्यक" है कि ये कण प्रजनन क्षमता और व्यापक मानव स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकते हैं। दशकों से वैश्विक स्तर पर पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता में गिरावट के साथ, प्रजनन ऊतकों में माइक्रोप्लास्टिक की उपस्थिति एक महत्वपूर्ण कारक हो सकती है।

इसलिए ख़ुद को प्लास्टिक से बने चीज़ो मुख्य रूप से डिस्पोज़ल कप, प्लेट, बोल आदि (जिनके अंदरूनी हिस्से पर थैलेट नाम का एक प्लास्टिक की कोटिंग होती है जो आप के खाने पीने की वस्तु या अथवा पदार्थ के साथ घुल कर आप के शरीर में प्रवेश कर रहा,) में खाए अथवा पिये जाने वाली खाद्य पदार्थ से ख़ुद को बचाये।

धन्नेवाद

*अगर जवानी का समय बीत चुका है**या गलत आदतों ने बहुत कम उम्र में जवानी छीन ली हो**शरीर और दिल कमजोर होगया हो, दिमागी और ज...
27/07/2024

*अगर जवानी का समय बीत चुका है*

*या गलत आदतों ने बहुत कम उम्र में जवानी छीन ली हो*

*शरीर और दिल कमजोर होगया हो, दिमागी और जिस्मानी मेहनत से थकान महसूस होती हो, याददाश्त कमजोर होगइ हो, खून कम मिकदार में बनता हो,*
*सामान्य कमजोरी पैदा हो गई हो,खाना हज़म नहीं होता,* *घबराहट होने लगती है, मायूसी छाई हो । तो इस दवा में इस का इलाज है*

यह वीर्य गाढ़ा करता है और इसे बढ़ाता है, मर्द की किसी भी कारण खोई हुई ताक़त वापस लाता है, इसका इस्तेमाल हर हाल में उपयोगी साबित हुआ है।*

*...सामग्री...*

इलायची खुर्द,
समग अरबी,
समग ढाक,
मोचरस,
बीज़ बन्ध,
मगज़े तमरे हिंदी,
शतावर,
सालब मसरी,
सफ़ेद मुसली,
मुसली काली,
तालमखाना,
तुख्मे कोंच,
बंसलोचन,
शकाकल मिस्री,
सालब पंजा,
चोब चीनी,
तोदरी सुफेद,
तोदरी सुरख,
तुख्मे बालंगो,
तुख्मे शलजम,
तुख्मे प्याज ,
कबाबा,
दालचीनी,
जाफरान,
ज़ंजबील,
तुख्मे ओटंगन,
इंद्र जो शेरी,
*हर एक देढ़ तोला*
असगंध नागौरी,
मगज़े चिलगोज़ा,
मगज़े पिस्ता,
भगडा,
खुरमा,
खुलंजा,
तुख्मे रैहान,
जोहर खसीया,
*हर एक तीन तोला।*

कुस्ता तिला
कुस्ता नुक़्रा
कुस्ता वंग
कुस्ता जस्ता
कुस्ता रुपया
*हर एक 6 रत्ती*

*इन का माजून बनालें।*

*जोश बढ़ाता है नई उम्मीद दिलाता है हर किस्म की कमजोरी दूर करता है ताक़त बढ़ाता है*

*अच्छी और बड़ी मात्रा में रक्त को बढ़ाता है।और शरीर के रंग को निखारता है। यह शरीर को मजबूत और ताक़तवर बनाता है*
*पुरुष की शक्तियों को बढ़ाता है।

*ज्यादा हस्तमैथुन के बुरे प्रभाव को समाप्त करती है,शरीर को मजबूत और शक्तिशाली बनाती है*
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*दवा खुद बनाए या बनि बनाई दवा हम से ले सकते हैं। *कीमत * 7000 * रुपए*

भारत भर में होम डिलीवरी के लिए उपलब्ध है अधिक जानकारी के लिए कॉल करें
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*किसी भी प्रकार की बीमारी और (मशवरे) सलाह के लिए संपर्क कर सकते हैं*
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ओलिगोस्पर्मिया क्या है?यौन स्वास्थ्य भी अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है। किसी को भी अपनी यौन समस्याओं को ...
26/07/2024

ओलिगोस्पर्मिया क्या है?

यौन स्वास्थ्य भी अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है। किसी को भी अपनी यौन समस्याओं को साझा करने में कभी भी शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। कभी-कभी ये समस्याएं आत्म-सम्मान और सामाजिक जीवन को बर्बाद कर देती हैं। सेक्स समस्याओं और रिश्तों के बारे में बात करना और चर्चा करना कोई बुरी बात नहीं है। क्योंकि ये जटिलताएँ विवाहित जोड़ों में मनमुटाव का कारण बन सकती हैं।

ओलिगोस्पर्मिया, शुक्राणुओं की कम सांद्रता वाले वीर्य को संदर्भित करता है और पुरुष बांझपन में आम है। अक्सर कम शुक्राणु सांद्रता वाले वीर्य में शुक्राणु आकृति विज्ञान और गतिशीलता में महत्वपूर्ण असामान्यताएं भी दिखाई दे सकती हैं। शुक्राणुओं की संख्या कम मानी जाती है यदि यह वीर्य के प्रति मिलीलीटर 60 मिलियन से कम है। ओलिगोस्पर्मिया के परिणामस्वरूप बच्चा पैदा करने में असमर्थता होती है।

अलिगोस्पर्मि या से जुड़े लक्षण क्या हो सकते हैं?

यौन क्रिया में समस्या जैसे स्तंभन बनाए रखने में कठिनाई ( स्तंभन दोष )।
बांझपन इसका प्रमुख लक्षण है। इस समस्या में महिला साथी महीनों तक प्रयास करने के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पाती है।
अंडकोष क्षेत्र में गांठ बनना, दर्द या सूजन होना।
चेहरे, शरीर पर बालों में कमी या हार्मोनल असंतुलन जैसे अन्य लक्षण।

ओलिगोस्पर्मिया के क्या कारण हो सकते हैं?

संक्रमण - अधिवृषण (एपिडीडिमाइटिस) या अंडकोष (ऑर्काइटिस) की सूजन और यौन संचारित संक्रमणों में से एक, जिसमें गोनोरिया या एचआईवी शामिल है। इनमें से कुछ संक्रमणों के परिणामस्वरूप अंडकोष को स्थायी क्षति हो सकती है, अधिकांशतः शुक्राणु को फिर भी प्राप्त किया जा सकता है। इन जटिलताओं के कारण शुक्राणुओं का उत्पादन कम हो सकता है या उनका मार्ग अवरुद्ध हो सकता है।

स्खलन संबंधी समस्याएं - मूत्रमार्ग, प्रोस्टेट या मूत्राशय की सर्जरी जैसी कई स्वास्थ्य स्थितियां इस समस्या के लिए जिम्मेदार हैं। कुछ दवाओं के कारण भी स्खलन संबंधी जटिलताएं हो सकती हैं।

ट्यूमर - ट्यूमर प्रजनन अंगों को भी प्रभावित करता है जो पुरुष प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है।

हार्मोनल असंतुलन - पिट्यूटरी, हाइपोथैलेमस और अंडकोष शुक्राणु उत्पादन के लिए आवश्यक हार्मोन का उत्पादन करते हैं। इन हार्मोनों के असंतुलन के परिणामस्वरूप शुक्राणु उत्पादन में कमी आती है।
शुक्राणुओं को ले जाने वाली नलिकाओं में रुकावट के कारण भी ओलिगोस्पर्मिया की समस्या हो जाती है।
क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम, काॅलमैन सिंड्रोम और कार्टाजेनर सिंड्रोम जैसे गुणसूत्र दोष बांझपन के लिए जिम्मेदार हैं।
कुछ दवाएं जैसे स्टेरॉयड का उपयोग, कैंसर की दवाएं, कुछ एंटीफंगल या एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग से शुक्राणु उत्पादन में कमी आती है।

जीवनशैली - तंग कपड़े पहनने और लंबे समय तक बैठे रहने से अंडकोष का तापमान बढ़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप शुक्राणु उत्पादन में कमी आती है।
शराब के सेवन से टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है और शुक्राणु उत्पादन में कमी आ सकती है।
धूम्रपान भी शुक्राणुओं की संख्या कम करने के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
भावनात्मक तनाव, मोटापा भी शुक्राणुओं की संख्या कम करने के लिए जिम्मेदार हो सकता है।

ओलिगोस्पर्मिया पर आयुर्वेदिक अवधारणा

आयुर्वेद में, ओलिगोस्पर्मिया को शुक्र क्षय कहा जाता है। यह नपुंसकता (नपुंसकता) का कारण बनता है। आयुर्वेद में मुख्य रूप से तीन दोष हैं - वात, पित्त और कफ जो स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक हैं। तीनों दोषों में से किसी में भी असंतुलन से स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएँ होती हैं। ओलिगोस्पर्मिया असंतुलित पित्त दोष का परिणाम है जो शुक्र धातु की हानि की ओर ले जाता है। बुढ़ापे में शुक्र क्षय धातु क्षय के परिणामस्वरूप शारीरिक होता है। आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियाँ और प्राकृतिक यौगिक हैं जो इस समस्या के इलाज के लिए काफी फायदेमंद हैं।

अनुसरण करने योग्य सुझाव

रक्त परिसंचरण को बढ़ाने के लिए रोजाना मालिश और व्यायाम करें
स्वस्थ आहार और जीवनशैली का पालन करें
पित्त बढ़ाने वाले कारकों से बचें - मसालेदार भोजन, तनाव, अधिक मलत्याग आदि।
रसायन (कायाकल्प) और वाजीकरण (कामोद्दीपक) का विशेष संयोजन लेने के लिए चिकित्सक से परामर्श लें।
शरीर की गहरी नालियों से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए पंचकर्म का भी सहारा लिया जा सकता है।

डॉ महेंदवी इंफेरटीलिटी क्लिनिक, आयुर्वेद एवं यूनानी द्वारा ओलिगोस्पर्मिया के लिए हर्बल उपचार:-

डॉ महेंदवी इंफर्टीलिटी क्लिनिक, आयुर्वेद एवं यूनानी, हमेशा ऑलिगोस्पर्मिया के आयुर्वेदिक उपचार के लिए के खुद से बनाई गई प्रभावी हर्बल उपचारों का सबसे अच्छा संयोजन प्रदान करता है। हमारा खुसिया फोर्ट कैप्सूल, शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल एवं स्पर्म प्लस चूर्ण सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली जड़ी-बूटियों का उपयोग करके तैयार किए जाते हैं, और आयुर्वेद एवं यूनानी के सिद्धांतों का सख्ती से पालन करते हैं। डॉ माहेंदवी इंफेर्टीलिटी क्लिनिक सभी हर्बल उपचार 100 प्रतिशत शुद्ध, प्राकृतिक हैं। ये जड़ी-बूटियाँ रसायनों, योजकों और परिरक्षकों से मुक्त हैं। इनका उपयोग करना सुरक्षित है क्योंकि ये दुष्प्रभावों से मुक्त हैं।

1. खुसिया फोर्ट टेस्टोस्टरोन बूस्टर कैप्सूल-

ऊर्जा, सहनशक्ति और ताकत बढ़ाएँ, मांसपेशियों की ताकत, टेस्टोस्टेरोन समर्थन करता है
खुसिया फोर्ट टेस्टोस्टरोन बूस्टर कैप्सूल एक यूनानी दवा है जो प्राकृतिक रूप से पुरुष हार्मोन के उत्पादन के लिए प्रभावी बहुत है। यह शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को बढ़ाती है और वीर्य की गुणवत्ता में भी सुधार कर, स्तंभन दोष और शीघ्रपतन जैसी स्थितियों में उपयोगी है।

2. शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल:-

यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो ताकत, सहनशक्ति और शक्ति को बेहतर बनाने में मदद करती है। शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल सामान्य कमज़ोरी से राहत दिलाने और स्वास्थ्य और जोश को बेहतर बनाने में मदद करता है।
शक्ति के लिए शुद्ध शिलाजीत के साथ और सहनशक्ति के लिए सोने से समृद्ध, ताकत के लिए केसर, ऊर्जा के लिए अश्वगंधा, कमजोरी का मुकाबला करने के लिए मुसली का मिश्रण से तैयार किया गया है।
यह हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, स्टैमिना बूस्ट करने, आंखों की देखने की क्षमता बढ़ाने और इम्यूनिटी को बूस्ट भी करता हैं।

3. स्पर्म प्लस चूर्ण:-

यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो शक्ति बढ़ाने और स्वस्थ रहने में मदद करती है। यह एक प्राकृतिक तत्व है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए उपयोगी है। स्पर्म प्लस चूर्ण में मुख्य तत्व शतावरी, अश्वगंधा, गोखरु, विद्रिकंद, मुस्ली, बीजबंद, सलाब मिश्री, सालम पंजा, बादम, पिस्ता, काजू, पंबदना, कोंच बीज जैसे 30 जड़ी बूटी होते हैं जो शक्ति और ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा, इसमें विटामिन, खनिज और प्रोटीन भी होते हैं जो स्वस्थ जीवन शैली के लिए आवश्यक हैं।
कौंच पाक का सेवन करने से वीर्य की कमी और दुर्बलता दूर होती है। कौंच पाक के सेवन से सातों तत्वों में रस, रक्त, मांस, औषधि, अस्थि, मज्जा और शुक्र की वृद्धि होती है।

स्पर्म प्लस चूर्ण कामोत्तेजक है और इसके प्रयोग से पुरुषों की कमजोरी दूर होती है और इसके प्रयोग से अच्छा लाभ मिलता है। इसके अलावा सांस, पाण्डु रोग, क्षय, खांसी, सूजन, मेड और सभी वात रोगों में भी स्पर्म प्लस चूर्ण का प्रयोग होता है। क्षीण वीर्य, ​​नष्ट वीर्य और खंजवत में इस का उपयोग लाभ प्रदान करता है। इस के उपयोग से बुद्धि मजबूत होती है और शरीर भी मजबूत बनता है।

धननेवाद

अधिक जानकारी एवं उपचार के लिए संपर्क करें:-

डॉ गुलरेज़ के के महेंदवी
(बी.यू.एम.एस, एम.डी.)
यौन रोग, पुरुष एवं स्त्री बाँझपन विशेषज्ञ

डॉ महेंदवी इंफर्टिलिटी क्लिनिक
तुलसीपुर, मिनी शहनाई के बगल में, प्रयग्राज, उत्तर प्रदेश
फोन नंबर- 9889217796, 7905177844
ईमेल एड्रेस- drmahendvisimfertilityclinic@gmail.com

Cloves is a known fertility booster for both men and women and has been reported to have the ability to tolerate treat m...
25/07/2024

Cloves is a known fertility booster for both men and women and has been reported to have the ability to tolerate treat male and female infertility. Cloves water is usually soaked in water and people drink the water to treat infertility and boost fertility.

Here is how clove water help boost fertility…. benefits of cloves water for conceiving

Benefits of drinking clove water for fertility

Boosts ovulation:-

Drinking clove water is believed to boost ovulation and increases a woman’s chances of conception. Many women trying to conceive take clove water to aid ovulation. Cloves is believed to increase the secretion of LH. LH is the hormone that stimulates the ovaries to realease egg during ovulation and menstruation.

Can i drink clove water during ovulation?
Yes you can, drinking clove water during your ovulatory period reduces menstrual cramps and can cause you to release many eggs.

When to take clove water for ovulation? Immediately after your last menstrual period… Take morning and evening till your next ovulation.

Regularization of menstruation:-
Women who ceased menstruation had their menstrual flow restored after taking clove soaked in water every morning and evening.

Twining:-
Cloves for conceiving twins?
Clove water for twins? Since drinking clove water is believed to boost multipl ovulation, the chances of a woman who take clove water for ovulation geting pregnant and giving birth to twins is higher.

Doses:-
8 nos cloves, soaked into one glass of Luke warm water over night and take twice a day after meal.

Male Infertility-

Boosts libido:-
Drinking clove water helps increase testosterone level in the blood.Testosterone is the primary libido booster in both males and females.

Enhances er****on:-
To make clove water for fertility, you can soak or boil your cloves in water along with liquid peak milk and drink.

Oligos***mia:-
Drinking cloves water first thing in the morning has purportedly helped in boosting s***m count, increase s***m production, improve motility, and semen/s***m volume.

Doses:-
5 Nos Cloves soaked into one glass of luke warm water over night and consume twice a day after a meal.

Thanks

हिंदी

लौंग पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक जानी-मानी प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाली औषधि है और इसमें पुरुष और महिला बांझपन के उपचार को सहन करने की क्षमता पाई गई है। लौंग के पानी को आमतौर पर पानी में भिगोया जाता है और लोग बांझपन के उपचार और प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए इसका पानी पीते हैं।

यहाँ बताया गया है कि लौंग का पानी प्रजनन क्षमता को कैसे बढ़ाता है… गर्भधारण के लिए लौंग के पानी के लाभ

प्रजनन क्षमता के लिए लौंग का पानी पीने के लाभ

अंडोत्सर्ग को बढ़ाता है:-

माना जाता है कि लौंग का पानी पीने से अंडोत्सर्ग बढ़ता है और महिला के गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। गर्भधारण करने की कोशिश कर रही कई महिलाएँ अंडोत्सर्ग में सहायता के लिए लौंग का पानी पीती हैं। माना जाता है कि लौंग LH के स्राव को बढ़ाती है। LH वह हार्मोन है जो अंडोत्सर्ग और मासिक धर्म के दौरान अंडाशय को अंडे छोड़ने के लिए उत्तेजित करता है।

क्या मैं अंडोत्सर्ग के दौरान लौंग का पानी पी सकती हूँ?

हाँ, आप पी सकती हैं, अपने अंडोत्सर्ग काल के दौरान लौंग का पानी पीने से मासिक धर्म में ऐंठन कम होती है और इससे आपके कई अंडे निकलते हैं।

अंडोत्सर्ग के लिए लौंग का पानी कब लेना चाहिए? अपने आखिरी मासिक धर्म के तुरंत बाद... अपने अगले ओवुलेशन तक सुबह और शाम लें।

मासिक धर्म को नियमित करना:-
जिन महिलाओं का मासिक धर्म बंद हो गया था, उन्हें सुबह और शाम पानी में भिगोए हुए लौंग का सेवन करने से मासिक धर्म फिर से शुरू हो गया।

जुड़वाँ:-
जुड़वाँ बच्चों को गर्भ धारण करने के लिए लौंग?
जुड़वाँ बच्चों के लिए लौंग का पानी? चूँकि लौंग का पानी पीने से कई ओवुलेशन को बढ़ावा मिलता है, इसलिए ओवुलेशन के लिए लौंग का पानी लेने वाली महिला के गर्भवती होने और जुड़वाँ बच्चों को जन्म देने की संभावना अधिक होती है।

खुराक:-
8 लौंग, रात भर गुनगुने पानी के एक गिलास में भिगोएँ और भोजन के बाद दिन में दो बार लें।

पुरुष बांझपन-

कामेच्छा बढ़ाता है:-
लौंग का पानी पीने से रक्त में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है। टेस्टोस्टेरोन पुरुषों और महिलाओं दोनों में कामेच्छा बढ़ाने वाला प्राथमिक कारक है।

इरेक्शन बढ़ाता है:-
प्रजनन क्षमता के लिए लौंग का पानी बनाने के लिए, आप अपनी लौंग को पानी में भिगो सकते हैं या उबाल सकते हैं और साथ में लिक्विड पीक मिल्क भी पी सकते हैं।

ओलिगोस्पर्मिया:-
सुबह सबसे पहले लौंग का पानी पीने से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने, शुक्राणु उत्पादन बढ़ाने, गतिशीलता में सुधार करने और वीर्य/शुक्राणु की मात्रा बढ़ाने में मदद मिली है।

खुराक:-
5 लौंग को रात भर एक गिलास गुनगुने पानी में भिगोकर रखें और भोजन के बाद दिन में दो बार सेवन करें।

धन्यवाद

11/07/2024
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05/07/2024

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This ultimate Ayurvedic formulation made by herbs Such as Ashwagandha, Vidharakand, Safeed Musli, Salab Misri, Salampanja, Jaifal, Konch, Kasturi, Kesar, Remahi, Amber, Sawarn Bhasm, Tamra Bhasm, Mastagi, Gond Katira, shudh silajeet etc..

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पुरुष का महिला के गर्भधारण करवाने में असमर्थ होना पुरुष बांझपन / मेल इनफर्टिलिटी कहलाता है। अगर किसी पुरुष के 12 महीने त...
04/07/2024

पुरुष का महिला के गर्भधारण करवाने में असमर्थ होना पुरुष बांझपन / मेल इनफर्टिलिटी कहलाता है। अगर किसी पुरुष के 12 महीने तक यौन संबंध के बाद भी महिला गर्भवती नहीं होती है तो इसका मतलब है कि पुरुष को बांझपन की समस्या हो सकती है। आजकल हमारी दिनचर्या, स्वास्थ्य , खानपान, आदि की वजह से मेल इनफर्टिलिटी एक आम समस्या बन गई है। पुरुष बांझपन की वजह से कपल में मानसिक तनाव आ सकता है जिसकी वजह से उन्हें अन्य दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है।

1. पुरुष बांझपन (मेल इनफर्टिलिटी) क्या होता है?
अगर कोई पुरुष किसी महिला का गर्भधारण करवाने में असमर्थ है तो इसे मेल इनफर्टिलिटी कहा जाता है। अगर कोई पुरुष लंबे समय तक निरंतर रूप से किसी महिला के साथ असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाता है और उसके बावजूद वह महिला गर्भवती नहीं हो पाती है तो इसका मतलब है कि वह पुरुष बांझपन की समस्या से ग्रस्त है। पुरुष बांझपन के कई कारण हो सकते हैं। विभिन्न टेस्ट की मदद से एक डॉक्टर उस एक विशेष कारण का पता लगा सकता है। अधिकतर पुरुषों में बांझपन का कारण शुक्राणुओं की कमी एवं खराब क्वालिटी होती है। पुरुष बांझपन के कई प्रकार होते है जैसे की oligos***mia, Asthenos***mia, Teratos***mia, Azoos***mia.

2. पुरुष बांझपन के कारण क्या हैं?
पुरुष बांझपन के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

हाइपोथैलेमस या पिट्यूटरी विकार –
शुक्राणुओं के बनने से लेकर उनके सही से फंक्शन करने तक हारमोंस का काफी बड़ा रोल होता है। सेक्सुअल एक्टिविटी से जुड़े हारमोंस पिट्यूटरी ग्लैंड, हाइपोथैलेमस और टेस्टिकल्स में बनते हैं। इसके साथ ही दूसरे हार्मोन भी छोटी बड़ी दिक्कतें पैदा करते हैं जिसकी वजह से पुरुषों को एक महिला को गर्भधारण करवाने में दिक्कतें आती हैं।

गोनैड या जननांग विकार –
जब एक पुरुष के जननांग खास तौर पर टेस्टिकल्स में आती है तब इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दिक्कत पैदा हो सकती है। सेक्स के दौरान उत्तेजना को देर तक बनाए रख पाने में असमर्थ होता है। यह समस्या मेल इनफर्टिलिटी का कारण तब बन जाती है जब पुरुष टेस्टिकल्स में स्पर्म तो बनते हैं लेकिन यह स्वस्थ नहीं होते हैं।

स्पर्म से जुड़े विकार –
पुरुष बांझपन का प्रमुख कारण शुक्राणु की खराब क्वालिटी और कम संख्या होती है जब सीमन में स्पर्म की संख्या कम होती है तो महिला को गर्भधारण करने में दिक्कत आती है।

एज़ूस्पर्मिया और ओलिगोस्पर्मिया –
एज़ूस्पर्मिया में एक पुरुष के सीमन में शुक्राणु की अनुपस्थिति होती है। जब शुक्राणु नहीं होते हैं तब फर्टिलाइजेशन नहीं हो पाता है जिसकी वजह से इस स्थिति को मेल इनफर्टिलिटी कहा जाता है।

जेनेटिक कारण –
इसमें मुख्य है क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम। यह एक क्रोमोसोमल डिफेक्ट है जिसमें पुरुष दो एक्स क्रोमोसोम एवं एक वाई क्रोमोसोम के साथ पैदा होता है। जिसकी वजह से पुरुष के प्रजनन अंगों का सही तरीके से विकास नहीं हो पाता।

3. पुरुष बांझपन के लक्षण क्या हैं?
पुरुष बांझपन के लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:

• शारीरिक संबंध बनाते समय इजेकुलेशन में दिक्कत आना या फिर सीमन का बहुत कम मात्रा में निकलना।
• इसके साथ ही सेक्स में कम रुचि होना या इरेक्शन को लंबे समय तक बनाए रखने में दिक्कत आना पुरुष बांझपन के लक्षणों में शामिल है।
• टेस्टिकल एरिया में सूजन दर्द या गांठ होना।
• मेल ब्रेस्ट का असामान्य तरीके से बड़ा होना।
• शरीर या चेहरे पर कम बालों का होना।
• पुरुष के श्वसन तंत्र में निरंतर इन्फेक्शन होना और साथ ही सूंघने की शक्ति का कम होना।
• सीमन में शुक्राणु की संख्या में 1 मिलीलीटर में 60 मिलियन से भी कम की संख्या होना भी मेल इनफर्टिलिटी के लक्षणों में शामिल है।

कुछ सामन्या लेकिन लाभकारी यूनानी उपचार-
Oligos***mia के कारण होने पर

1- औलिया हर्बल का कैप्सूल खुसिया प्लस एक कैप्सूल दिन में तीन बार, देहलवी अम्बर का मजून प्याज एक चमचा रात में और शुद्ध कोंच पाडर दस ग्राम रात में लेने से अत्यंत लाभ प्राप्त होते हैं।
2- औलिया हर्बल का खुसिया प्लस दो सुबह दो रात में के साथ देहलवी का माजून मुगलिज़ मुस्ली दस ग्राम रात में, रेक्स का जौहर खुसिया एक ग्राम सुबह दूध के साथ लेने पर भी लाभ होता है।

अधिक जानकारी एवं उपचार के लिए संपर्क कर सकते हैं
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तुलसीपुर, मिनी शाहनाई के बगल में, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
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