28/12/2022
हर मां को ऐसी फोटो रखनी चाहिए।
ताकि जब बेटा बड़ा आदमी बन जाए और कहे कि तुमने हमारे लिए क्या किया है, तो वह उसे दिखा दे और बताए कि उसने शिकम में आने से लेकर कमाने तक का जो सफर तय किया है, वह भी यहीं से किया है और इस तरह सैकड़ों रातें गुजारी हैं। मैं तुम्हारे कारण बहुत देर तक जागता रहा और एक रात तुम इतने बीमार थे कि मैं आज भी उस रात को नहीं भूलता।
माँ, बताओ मेरे बेटे, कितनी रातें इस कड़ाके की ठंड से गुज़री हैं।
माँ मुझे बताओ कि बच्चों तुम कभी-कभी डरते थे, इसलिए मैंने तुम्हें कभी अकेला नहीं छोड़ा,
मेरे बेटे मैंने तुझे खुश्क बिस्तर पे सुलाया और खुद तेर पेशाब किये बिस्तर पे सोती रही कि मेरा बेटा ठंड बिस्तर पे बीमार न हो जाये
एक दिन मैंने कहा मुझे डर लग रहा है।
एक मुद्दत से मेरी माँ सोइ नही ताबिश
एक रोज मैंने कहा था माँ मुझे डर लगता है।
घरों में इख़्तिलाफ़ होना कोई बड़ी बात नहीं है, यह जीवन का एक हिस्सा है।
लेकिन इसकी आड़ में हमें अपने बड़ों की बेअदबी और गुस्ताख़ी से बचना चाहिए
क्योंकि माँ-बाप की नाराज़गी अल्लाह तआला की नाराज़गी है और माँ-बाप की ख़ुशी अल्लाह तआला की खुशी है।
अल्लाह सुब्हानहु वा ताला हम सभी को माँ,बाप और बड़ों का अदब ओ एहतराम फरमाये।
आमीन, आमीन, या रब्बुल आलमीन
प्रतिलिपि