20/09/2024
यादव राज बनाम ठाकुर राज!!
"यादव राज" के सवाल पर दुनिया के सबसे बड़े ज्वालामुखी का लावा बनकर फटने वाले लोग अब "ठाकुर राज" के सवाल पर अंटाकर्टिका की बर्फ का श्मशान क्यूं बन चुके हैं?
देश की सबसे बड़ी राजनीतिक स्टोरी जो रिपोर्ट नही हो रही है!!!
चूंकि अखिलेश यादव के दौर में मीडिया ने "यादव राज" का जमकर विश्वेषण किया है और खबरें चलाई हैं इसलिए अब योगी आदित्यनाथ के दौर में "ठाकुर राज" पर भी चर्चा ज़रूरी है।
"ठाकुर राज" या फिर "सिंह राज"!!
"सिंह राज" मैें इसलिए लिख रहा हू्ं कि ऐसे कई अधिकारी जो ठाकुर नही हैं पर उनका सरनेम सिंह है, वे भी इसी राज के ज़बरदस्त लाभार्थी बताए जा रहे हैं।
सवाल वहां भी उठा था, सवाल यहां भी उठा है। वहां जब सवाल उठा तो जमकर चर्चा हुई। पर जब यहां सवाल उठ रहा है तो एक रहस्यमय सी खामोशी छाई है जो लोकतंत्र के लिए ठीक नही है।
वैसे भी तर्कशास्त्र के जनक अरस्तू ने कहा है कि तर्क अत्यधिक संदेह को खारिज करता है।
सो अरस्तू की विरासत को सम्मान देते हुए आइए यूपी के पॉवर स्ट्रक्चर का विश्लेषण शुरू करते हैं जिसमें सीएम सेक्रेटैरिएट से लेकर गृह और पीडब्ल्यूडी जैसे बेहद अहम महकमे भी शामिल हैं।
गिनते जाइए--
मनोज सिंह-- चीफ सेक्रेटरी
दीपक सिंह -- प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम
अमित सिंह-- सेक्रेटरी टू सीएम (भारतीय रेलवे स्टोर्स सेवा के अधिकारी जो प्रतिनियुक्ति पर हैं जो अगस्त 2025 तक के लिए बढ़ा दी गई है।)
ईशान प्रताप सिंह-- स्पेशल सेक्रटरी टू सीएम
एनकेएस चौहान-- ओएसडी टू सीएम
राजभूषण सिंह रावत-- ओएसडी टू सीएम
संजीव सिंह-- ओएसडी टू सीएम
मृत्युंजय सिंह-- मीडिया सलाहकार, सीएम
रईस सिंह-- मीडिया सलाहकार, सीएम
शिशिर सिंह-- सूचना निदेशक, यूपी
अमिताभ यश पुत्र श्री रामयश सिंह- एडीजी लॉ एंड आर्डर एवं एसटीएफ मुखिया
राजीव कृष्ण-- डीजी विजिलेंस (ब्रदर इन लॉ, राजेश्वर सिंह, विधायक सरोजनी नगर)
अजय सिंह चौहान-- Principal Secretary PWD
प्रताप सिंह बघेल-- बेसिक शिक्षा निदेशकमनोज सिंह- ACS फॉरेस्ट एंड एनवायरमेंट
अभिषेक प्रकाश-- सेक्रेटरी इंडस्ट्रियल डेवलमेंट
आइए अब आगे बढ़ते हैं--
और ज़रा खंगालते हैं यूपी के डीएम की लिस्ट को।
मैनपुरी- अंजनी कुमार सिंह
मथुरा- शैलेंद्र कुमार सिंह
फतेहपुर- रवींद्र सिंह
कानपुर नगर- राकेश कुमार सिंह
फर्रूखाबाद-- डा विजय कुमार सिंह
अयोध्या-- चंद्र विजय सिंह
अंबेडकरनगर-- अविनाश सिंहएटा- प्रेम रंजन सिंह
हरदोई- मंगला प्रसाद सिंह
शामली- अरविंद कुमार चौहान
बागपत- जीतेंद्र प्रताप सिंह
बुलंदशहर-- चंद्र प्रकाश सिंह
गाजियाबाद-- इंद्र विक्रम सिंह
पीलीभीत- संजय कुमार सिंह
शाहजहांपुर-- धर्मेंद्र प्रताप सिंह
मुरादाबाद कमिश्नर- आंजनेय कुमार सिंह
मुरादाबाद-अनुज सिंह
रामपुर-- जोगिंदर सिंह
आजमगढ़ मंडल कमिश्नर-- मनीष चौहान
भदोही--विशाल सिंह
सोनभद्र- बद्रीनाथ सिंह
बस्ती कमिश्नर-- अखिलेश सिंह
एटा-- प्रेम रंजन सिंह
जौनपुर-- दिनेश चंद्र सिंह
लखीमपुर- श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल पति अभिषेक सिंह
अब इसके बाद STF समेत जिलों में तैनात पुलिस अधिकारियों की सूची पर आते हैं--
STF--अमिताभ यश- एडीजी एसटीएफ
दिनेश कुमार सिंह- एडिशनल एसपी
विशाल विक्रम सिंह--एडिशनल एसपी
विनोद कुमार सिंह-- एडिशनल एसपी
ब्रिजेश कुमार सिंह-- एडिशनल एसपी
लाल प्रताप सिंह-- एडिशनल एसपी
दीपक कुमार सिंह-- डीएसपी
विमल कुमार सिंह-- डीएसपी
धर्मेश कुमार शाही-- डीएसपी
शैलेश प्रताप सिंह-- डीएसपी
Zone to District police officers--
कानपुर एडीजी जोन- आलोक कुमार सिंहइलाहाबाद एडीजी जोन- भानु भास्करअमरोहा एसपी- कुंवर अनुपम सिंह
बदायूं- डॉ ब्रजेश सिंह
बाराबंकी एसपी- दिनेश कुमार सिंह
चित्रकूट एसपी- अरूण कुमार सिंह
हरदोई एसपी- नीरज कुमार जादौन
नोएडा कमिश्नर--लक्ष्मी सिंह
हापुड़ एसपी- कुंवर ज्ञानंजय प्रताप सिंह
झांसी एसएसपी- सुधा सिंहरायबरेली एसपी- यशवीर सिंहलखनऊ कमिश्नर-- अमरेंद्र सिंह सेंगर
सहारनपुर एसएसपी- रोहित सिंह सजवाड़
सिद्धार्थनगर एसपी-- प्राची सिंह
अमेठी एसपी- अनूप सिंह
मुजफ्फरनगर एसएसपी-- अभिषेक सिंह
अब एक नज़र बोर्डों के अध्यक्ष/चेयरमैन पर--
अध्यक्ष उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (कार्यवाहक)-- ओएन सिंह
अध्यक्ष उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग- संजय श्रीनेत्र
अध्यक्ष यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड-- आरपी सिंह
चेयरमैन सिडको (लघु उद्योग विकास परिषद) -- वाईपी सिंह
अध्यक्ष महिला आयोग-- बबिता चौहान
ये हाल तब है जब मैं प्रदेश में अलग अलग विभागों के मुखियाओं, सीओ और एसओ स्तर के अधिकारियों की सूची पर नही जा रहा हूं।
यहां ये भी बता दूं कि मैें इस बाबत प्रतिक्रिया के लिए यूपी के सूचना विभाग और मुख्यमंत्री सचिवालय को पत्र लिख चुका हूं।
मैने ईमेल में उन्हें यह भी लिखा है कि आपकी सरकार पर नियुक्तियों में एक जाति विशेष (ठाकुर) को प्राथमिकता देने के आरोप लग रहे हैं ऐसे में इन नियुक्तियों की बाबत स्थिति स्पष्ट करने की कृपा करें।
अभी तक यूपी सरकार का कोई जवाब नही आया है। जैसे ही आएगा, उसे भी ससम्मान अपडेट किया जाएगा।
तब तक बड़े सवाल--
1- क्या सारे प्रतिभाशाली अधिकारी एक ही जाति में हैं? आखिर दलितों और पिछड़ों के वोटों से सत्ता में आने वाली सरकार उन वंचित समुदायों को इन महत्वपूर्ण जगहों के लायक क्यों नही समझती है जहां एक जाति विशेष के अधिकारी बैठे हैं?
2- क्या यूपी में ठाकुर राज के जलवे का ये आलम है कि महज सिंह सरनेम से ही नियुक्तियां तय हो जा रही हैं?
Abhishek uppadhyay