25/05/2025
आंखें सबसे कीमती होती हैं लेकिन उसकी सेहत के लिए बहुत कम लोग ध्यान देते हैं। थोड़ी सा ख्याल रखकर आंखों की रौशनी को उम्र भर के लिए सही रखा जा सकता है। खानपान और घरेलू टिप्स के जिरये आंखें हमेशा स्वस्थ रह सकती हैं।
आंखों की आम बीमारियों ही नहीं ग्लॉकोमा जैसी बीमारी जिसमें आंखों की रौशनी धीरे-धीरे जाने लगती है, को भी रोका जा सकता है। पूरी दुनिया में करीब 80 मिलियन लोग ग्लॉकोमा से पीड़ित हैं और आईड्राप्स पर निर्भर रहते हैं। यह बीमारी आंखों में एक्सट्रा प्रेशर के कारण होती है, क्योंकि इसमें नर्व्स डैमेज हो जाती हैं। फैमिली हिस्ट्री या डायबिटीज़ के कारण, ग्लॉकोम होने का रिस्क बढ़ जाता है। इसका ट्रीटमेंट आईड्रॉप्स हैं, जो सभी को सूट नहीं करते, और कई केसिस में आंखों में जलन भी पैदा करते हैं। गंभीर केसिस में मरीज़ की सर्जरी या लेज़र थेरेपी करनी पड़ती है।
आंखों में प्रेशर को कम करने के नेचुरल तरीके
1- अपने इंसुलिन लेवल को कम करें: इंसुलिन का स्तर बढ़ने से रक्तचाप बढ़ता है और ये सीधे आंखों पर दबाव बढ़ता है। समय के साथ शरीर इंसुलिन प्रतिरोधी बन जाता है। यह उन लोगों को ज़्यादा होता है, जो डायबिटीज़, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ हैं। लेकिन इससे बचना है तो आपको अपनी डाइट से चीनी और उसे बनी चीजों को हटाना होगा ताकि इंसुलिन लेवल सही रहे।
2- एक्सरसाइज करें: इंसुलिन के स्तर को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है एक्सरसाइज। टहलना, दौड़ना या योग करना बहुत ही जरूरी है। ये शरीर ही नहीं आंखों के लिए भी जरूरी है।
3- ओमेगा -3 फैट सप्लीमेंट: ओमेगा -3 फैटी एसिड आंखों की रोशनी के लिए बहुत जरूरी है। यह आंखों की रोशनी नहीं जाने देता। ओमेगा -3 फैटी मछली में प्रचुरता से पाया जाता है। अगर ये न खा सकें तो क्रिल ऑयल जरूर खाएं।
4- ग्रीन वेजिटेबल्स खाएं: ल्यूटिन और ज़ेकैक्थिन से आंखों की रोशनी बढ़ती है। ल्यूटिन हरी, पत्तेदार सब्जियों में विशेष रूप से बड़ी मात्रा में पाया जाता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट है और आंखों के सेल्स डैमेज होने से बचाता है। साग, पालक, ब्रोकोली, स्प्राउट्स और अंडे के पीले भाग में भी ल्यूटिन होता है। लेकिन ध्यान रहे कि ल्यूटिन ऑयल में घुलता है। इसलिए इन हरी सब्ज़ियों के साथ थोड़ा ऑयल या बटर खाना भी ज़रूरी है। अंडे का पीला भाग न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है, लेकिन इसे पकाते ही इसके सारे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इसलिए एक्सपर्ट्स सनी साइड अप खाने की सलाह देते हैं।
5- ट्रांस फैट से बचें: ट्रांस फैट को भी अपनी डाइट में कम करें। इससे भी आंखों की रोशनी जाने का खतरा बढ़ सकता है।