
19/10/2023
#कुष्मांडा_देवी (दुर्गा_देवी) #काशी_खंडोक्त
#कूष्माण्डेति_चतुर्थकम
#देवीउवाचः
अद्द प्रभृति मे नाम दुर्गेति ख्यातिमेष्यति ।
दुर्गंदैत्यस्य समरे पातनादतिदुर्गमात् ।।
ये मां दुर्गां शरणगा न तेषांदुर्गतिः क्वचितः।
( #काशीखण्ड्)
माँ कुष्मांडा बोलती है कि---
रणक्षेत्र के अति दुर्गम दैत्य दुर्गासुर को मारने के कारण मेरा यह नाम प्रसिद्ध हुआ है । जो लोग मुझ दुर्गा के शरणागत होंगे उनको कभी दुर्गति नही देखनी पड़ेगी ।
अतः दुर्गति से बचने के लिए माँ दुर्गा (कुष्मांडा) के शरणागत होना ही बुद्धिमानी है ।
पता- दुर्गाकुंड पर प्रसिद्ध दुर्गा देवी मंदिर , वाराणसी ।
.