The Astrologer Research Center

The Astrologer Research Center यह ज्योतिषी, वास्तु पृष्ठ ,स्वास्थ्य,संपत्ति,मुद्दे में मदद करने के लिए है।

 #तांत्रोक्त_दुर्गासप्तशती!!              तांत्रिक बीजमंत्रात्मक दुर्गा सप्तशती में प्रत्येक अध्याय में कुछ बिशेष बीज मं...
23/09/2025

#तांत्रोक्त_दुर्गासप्तशती!!
तांत्रिक बीजमंत्रात्मक दुर्गा सप्तशती में प्रत्येक अध्याय में कुछ बिशेष बीज मंत्र दिये गये है। जो अत्यंत शक्तिशाली और प्रभावशाली है।लेकिन इनका पाठ गुरु के निर्देश पर संरक्षण में दीक्षित होकर शुद्ध स्पष्ट उच्चारण सीखकर ही करना चाहिएअन्यथा हानि की संभावना होती है ।

बीजात्मक तंत्र दुर्गा सप्तशती अर्थात् दुर्गा सप्तशती के सभी 700 श्लोकों का बीजमंत्र रूप। ब्रह्माण्ड में तीन मुख्य तत्व है- सत्, रज् व तम्। उसी प्रकार देवों में भी तीन ही मुख्य हैं- ब्रह्मा, विष्णु और महेश। सप्तशती को भी तीन ही मुख्य भागों में बांटा गया है –प्रथम चरित्र ,मध्यम चरित्र व उत्तम चरित्र । सप्तशती के तीन मुख्य देवता है- महाकाली, महालक्ष्मी तथा महासरस्वती। सप्तशती में जप किया जाने वाला मंत्र नवार्णमन्त्र भी 3×3 ही है और इनके तीन ही मुख्य बीज है- ऐं , ह्रीं और क्लीं।

इनका विस्तार सिद्धकुञ्जिकास्तोत्रम् में दिया गया है। यहाँ ऐं- वाग बीज है जो ज्ञान अर्थात् सरस्वती का बोधक है। ह्रीं- माया बीज है जो धन अर्थात् महालक्ष्मी का बोधक है। क्लीं - काम बीज है जो गतिशीलता अर्थात् महाकाली का बोधक है। हमारे धर्म शास्त्रों में बीजात्मक तंत्र दुर्गा सप्तशती को इन्ही तीन मुख्य बीज ऐं, ह्रीं और क्लीं को आधार बनाते हुए और दुर्गा सप्तशती के सभी 700 श्लोकों को तीन मुख्य भाग में बाँट कर बनाया गया है अर्थात् नवार्णमन्त्र के जो प्रथम बीजाक्षर ऐं है उनको प्रारम्भ में रख ह्रीं बीज का विस्तार करते हुए दुर्गा सप्तशती के प्रत्येक श्लोक का एक मुख्य बीज मंत्र बनाया गया है।जैसे महाकाली, महालक्ष्मी तथा महासरस्वती तीन अलग-अलग देवी होते हुए भी एक ही पराशक्ति है । अब अंत में क्लीं जो कामबीज है उसे नम: रूप से कार्य करते बनाया गया है।

इस प्रकार तीन मुख्य भागों में सम्पूर्ण दुर्गासप्तशती को बीजात्मक तंत्र दुर्गा सप्तशती बनाया गया है और प्रारम्भ में महाशून्य अर्थात् ॐ प्रणव लिखा गया है । यहाँ मै उन महान ज्ञानी आचार्यों जिन्होने अपने ज्ञान व अथक परिश्रम से इस प्रकार कि कृति हमारे बीच रखा - पं॰ शिवदत्त शास्त्रीजी, पं॰ गिरीशचंद्र जी, पं॰ भैरव प्रसाद जी, पं॰ रामचंद्र पुरी जी महाराज व अन्य पूज्यपाद वैदिक आचार्यों को नमन करते हुए बीजात्मक तंत्र दुर्गा सप्तशती वेदों के प्रचार-प्रसार उद्देश्य से हाय

Jai Maa Durga..
23/09/2025

Jai Maa Durga..

21/09/2025

समाधान हो सकता है।
07/09/2025

समाधान हो सकता है।

हर समस्या का समाधान है!!!!
06/09/2025

हर समस्या का समाधान है!!!!

04/09/2025

09/08/2025

*रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ*

*इस पावन दिन पर भाई-बहन का रिश्ता और भी मजबूत हो, और आपके जीवन में सुख, शांति व समृद्धि का संचार हो।*

*आपका दिन शुभ रहे l*

आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 14 जून को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 15 जून को दोपहर 03 ...
13/06/2025

आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 14 जून को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 15 जून को दोपहर 03 बजकर 51 मिनट पर होगा।

आषाढ़ माह में 14 जून, शनिवार को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश के कृष्ण पिंगल महागणपति स्वरूप की पूजा की जाती है।

भूत प्रेत बाधा शांत व खत्म करने के लिए हनुमान जी का शाबर मंत्र जो वज्र के समान चले।दिव्य प्रयोग तान्त्रिक उपाय किया जाता...
11/06/2025

भूत प्रेत बाधा शांत व खत्म करने के लिए हनुमान जी का शाबर मंत्र जो वज्र के समान चले।
दिव्य प्रयोग तान्त्रिक उपाय किया जाता है.हमसे इस नंबर पर कॉल करें-9450528235

देवी छिन्नमस्ता छठी महाविद्या हैं, सनातन शास्त्र में मां को सवसिद्धि पूर्ण करने वाली अधिष्ठात्री भी कहा जाता है। छिन्नमस...
11/05/2025

देवी छिन्नमस्ता छठी महाविद्या हैं, सनातन शास्त्र में मां को सवसिद्धि पूर्ण करने वाली अधिष्ठात्री भी कहा जाता है। छिन्नमस्ता देवी करोड़ों सूर्यों की भांति उज्ज्वल हैं, इनका रंग गुड़हल के फूल के समान लाल है। देवी की साधना जिस भाव से की जाए वे उसी रूप में दर्शन देती हैं।

Address

Varanasi
221001

Telephone

+919450528235

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when The Astrologer Research Center posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to The Astrologer Research Center:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram