11/05/2025
हुतात्मा वंदन
धरती के लालों को मेरा प्रणाम,
जिन्होंने हंसते-हंसते दे दिया प्राण।
माँ की गोद खाली कर गए,
पर तिरंगे को ऊँचा कर गए।
वीरों की ये अमर कहानी,
हर दिल में बसी है जुबानी।
शौर्य की मिसाल बन गए,
भारत माँ के लाल बन गए।
शब्द कम पड़ जाएंगे आज,
हुतात्माओं को करने को राज।
सदियों तक गूंजेगा नाम,
उन वीरों का अमिट है सम्मान।
शत शत नमन, हुतात्माओं को।